सिरियायी विद्रोहीयों की रशिया को चेतावनी, सीरिया रशिया के लिए दुसरा अफगानिस्तान बनेगा

 Vladimir Putin, Benjamin Netanyahu

सीरिया स्थित ‘आयएस’ के खिलाफ अमेरिका के हवाई हमले विफल साबित हो रहें है| ऐसे में सीरियायी सरकार आतंकवादी कारवाई के लिए रशिया से सैनिकी सहायता का अनुरोध कर रहीं है| मात्र रशियन सेना सीरिया में प्रवेश करती है तो फिर रशिया के लिए सीरिया को भी अफगानिस्तान बना देंगे, ऐसी चेतावनी सीरियायी विद्रोही गुटों ने दी है|

तीन दशक पहले अफगानिस्तान में सोव्हिएत रशिया के खिलाफ जंग में विद्रोहियों ने सौदी अरेबिया और दोस्त राष्ट्रों से सहायता ली थी| उसी प्रकार इस बार भी सौदी की सहायता लेकर सीरिया में संघर्ष छेडा जा सकता है, ऐसी चेतावनी भी सीरियाई विद्रोहियों ने दी| वहीं प्रदीर्घ समय से सीरिया में चल रहा यह संघर्ष भविष्य में और कठीन होगा, ऐसा विद्रोहियों ने माना|

अमेरिका द्वारा सीरिया में शुरू हवाई हमलों की कारवाई को एक वर्ष पूर्ण हो चुका है| फिर भी अमेरिका और अरब दोस्त राष्ट्रों के हमले ‘आयएस’ के बढ़ते प्रभाव को नष्ट करने में असफल रहे, ऐसी आलोचना सीरियायी सरकार कर रहीं है| सीरिया के विदेशमंत्री वालिद मुअल्लम ने स्पष्ट किया कि, रशियायी समाचार वाहिनी को दी मुलाकात में ‘आयएस’ को नष्ट करने के लिए हवाई हमलों के साथ सैनिकी कारवाई की भी जरुरत है| इसीलिए रशिया इस संघर्ष में उतरकर सीरिया की सहायता करे, ऐसा मुअल्लम ने स्पष्ट किया|

इसी बीच लेबेनीज विशेषज्ञों के अनुसार, रशियायी सेना सीरिया के संघर्ष में शिरकत कर चुकी है| वहीं अमेरिका के सैनिकी अधिकारी भी सीरिया के लताकिया हवाईअड्डे पर रशिया के लड़ाकू विमानों का दस्ता दाखिल हो चुका है, ऐसा दावा कर रहें है| आनेवाले दिनों में रशिया से लगभग २००० जवान सीरिया में तैनात होंगे, ऐसा भी अमेरिकी अधिकारी का कहना है| रशिया की इस तैनाती पर अमेरिका ने नाराजगी जताई है|

वहीं सीरियन विद्रोहियों ने रशिया को चेतावनी देते हुए कहा कि, सीरियन सरकार के समर्थन में रशिया सीरिया में सेना उतारेगी, तो उन्हें ‘दूसरा अफगानिस्तान’ बनाने के लिए तैयार रहना होगा| चार साल पहले सीरिया में असाद के खिलाफ जंग की शुरुवात करनेवाले ‘अहरार अल-शाम’ इस प्रमुख विद्रोही गुट द्वारा यह धमकी दी गई थी| साथही रशिया सीरियायी सेना को हथियारों से लैस करती है, तो फिर इस संघर्ष के लिए सौदी एवम् अन्य अरब देशों से विद्रोही हथियारों की मॉंग कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी ‘जैश अल-इस्लाम’ इस संगठन ने दी है|

Russia Syriaसीरिया मे चल रहा संघर्ष पाचवे साल में पहुँच चुका है| ऐसे में रशियायी सेना सीरिया संघर्ष में उतरती है तो फिर इस संघर्ष की तीव्रता बढ़ सकती है| जिसे रोकना आनेवाले दिनों में मुश्किल साबित हो सकती है, ऐसा एक विद्रोही नेता ने स्पष्ट किया| इसीबीच अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने रशिया द्वारा सीरिया को मिलनेवाली सहायता रशिया की सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकती है, ऐसी चेतावनी दी| वहीं रशिया और ईरान को साथ लेकर सीरिया मसले पर हल निकालने के संकेत भी केरी ने दिए| हालांकि, राष्ट्रपति असाद को सीरिया को भविष्य में कोई स्थान नहीं मिलेगा, ऐसा भी केरी ने स्पष्ट कर दिया|

इन सभी गतिविधियों के बीच इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने रशिया का दौरा कर रशियन राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत की| रशिया द्वारा सीरिया में बढ़ती सैनिकी तैनाती पर नेत्यान्याहू ने चिंता व्यक्त की| रशिया की इस सैनिकी गतिविधियों से इस्रायल की सुरक्षा को नुकसान पहुँच सकता है, ऐसा इस्रायली प्रधानमंत्री ने कहा|

मात्र सीरिया के मसले पर रशिया और इस्रायल में ‘समझौता’ होने का दावा किया जा रहा है| वहीं सीरिया की असाद सरकार द्वारा इस्रायल की सुरक्षा को चुनौती नहीं मिलेगी, ऐसा भी पुतिन ने नेत्यान्याहू को आश्‍वस्त किया| साथही सीरिया की दक्षिण सीमापर इस्रायली लडाकू विमानों द्वारा चल रहें अभियान के खिलाफ रशिया द्वारा कोई कारवाई नहीं की जाएगी, ऐसा भी पुतिन ने घोषित किया| इसी कारण इस्रायली प्रधानमंत्री का रशिया दौरा सफल होने का दावा भी किया जा रहा है|

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