करीब पाँच लाख सीरियन निर्वासित अपने देश वापस गये : संयुक्त राष्ट्रसंघ का रिपोर्ट

बु्रसेल्स/दमास्कस, दि. ३ : इटली, स्पेन और ग्रीस जैसे देशों में फिर से निर्वासितों के रेले टकराने के दावे सामने आ रहे हैं कि तभी निर्वासितों का प्रमुख स्रोत रहे सीरिया में वापस जानेवाले लोगों की तादाद बढ गयी है, ऐसे सामने आया है| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जारी की जानकारी के अनुसार करीब पाँच लाख सीरियन लोग अपने देश में वापिस गये हैं| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इसका उल्लेख ‘महत्त्वपूर्ण दौर’ इन शब्दों में किया है|

पिछले छह सालों से सीरिया में राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद के शासन के खिलाफ संघर्ष शुरू है| इस संघर्ष के दौरान, आतंकी संगठन ‘आयएस’ और अन्य विद्रोही संगठनों को देश के बडे स्थानों पर का कब्ज़ा करने में क़ामयाबी मिली थी| लेकिन पिछले सालभर में रशिया ने हाथ में ली आक्रामक मुहिम और ईरान का बढता सहयोग, इसके बलबूते पर अस्साद शासन ने देश के महत्त्वपूर्ण स्थानों पर फिर से कब्ज़ा करने की शुरुआत की है| इस समय राजधानी दमास्कस समेत अलेप्पो, होम्स, हमा यह शहर और नजदीक का ३५ प्रतिशत भूभाग अस्साद सरकार के काबू में है, ऐसा कहा जाता है|

सीरियन निर्वासितअस्साद शासन ने पुन:स्थापित किया नियंत्रण, सीरिया से निर्वासित के तौर पर बाहर चले गये लोगों के वापस लौटने के लिए महत्त्वपूर्ण घटक साबित हुआ, ऐसा दिखाई देता है| संयुक्त राष्ट्रसंघ की जानकारी के अनुसार, करीबन साढ़ेचार लाख अंतर्गत विस्थापित हुए लोग और ३१ हज़ार से ज़्यादा अधिक निर्वासित अपनी मूल जगह वापस गये हैं| संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रवक्ता और सीरिया के लिए नियुक्त किये गये राजदूत ने इस मुद्दे पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है|

सीरियन निर्वासित‘यह एक बहुत महत्त्वपूर्ण दौर है और वापस आनेवालों की तादाद ग़ौरतलब है’, ऐसा संयुक्त राष्ट्रसंघ के ‘युएनएचसीआर’ के प्रवक्ता अँड्रेज माहेसिक ने कहा| वापस आनेवालों में बहुत से लोग राजधानी दमास्कस, अलेप्पो, हमा और होम्स जैसे इलाकों के है, ऐसा उन्होंने स्पष्ट किया| सुरक्षासंबंधित स्थिति में होनेवाला परिवर्तन अथवा उसकी संभावना इन बातों को मद्देनज़र करते हुए निर्वासित वापस जा रहे हैं, इसपर माहेसिक ने ग़ौर फ़रमाया| पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षापरिषद में, सीरिया के लिए नियुक्त किये गये विशेष दूत स्टेफन दे मिस्तुरा ने, ‘हिंसा कम हुई’ यह बात दर्ज करायी थी|

सन २०११ में सीरिया में शुरू हुए संघर्ष के बाद करीबन ५५ लाख लोगों ने देश छोड़कर अन्य देशों में आश्रय लिया था| देश छोड़े सीरियन निर्वासितों ने तुर्की, जॉर्डन, लेबेनॉन और युरोपीय देशों में आश्रय लिया, ऐसे सामने आया था| उसी समय, करीबन ६३ लाख से ज़्यादा लोगों को, सीरिया के अन्य इलाकों में विस्थापित होना पड़ा था| पिछले छह सालों से शुरू इस संघर्ष में तीन लाख से ज़्यादा सीरियन लोगों की मौत हुई है|

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