‘सीरिया पर रासायनिक हमलों का आरोप सरासर झूठ’ : राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-असाद

दमास्कस, दि. १४ : ‘इदलिब प्रांत में हुए रासायनिक हमलों के लिए सीरियन हुकूमत पर लगाए गए आरोप १०० प्रतिशत झूठे हैं| सीरियन सेना ने अपने सभी रासायनिक हथियारों को इससे पहले ही नष्ट कर दिया था| अमरीका के हवाई हमलों का समर्थन करने के लिए सीरियन सरकार और सेना पर ऐसे आरोप किये जा रहे हैं’, ऐसी तीव्र आलोचना सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-असाद ने की| साथ ही, रासायनिक हमलों के बारे में जारी किया गया वीडिओ भी झूठा होने का दावा सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया|

राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-असादपिछले हफ्ते सीरिया में हुए रासायनिक हमलों का मामला संयुक्त राष्ट्रसंघ में पहुँच चुका है, जिसपर रशिया ने ‘वीटो’ का इस्तेमाल करके अस्साद हुकूमत के खिलाफ प्रस्तुत की गयी याचिका को रोककर रखा है| सीरिया में रासायनिक हमलों की जाँच करने की याचिका अमरीका और दोस्त राष्ट्रों ने दाखिल की थी| इदलिब में हुए हमलों पर संयुक्त राष्ट्र संघ में आरोप हो रहे हैं, तभी सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने एक आंतर्राष्ट्रीय एजन्सी को दिये इंटरव्यू में अपने पर हो रहे, रासायनिक हमलों के आरोप को ठुकरा दिया|

इदलिब में रासायनिक हमलें हुए होने का आरोप झूठा था, ऐसा अस्साद ने कहा| मैंने सीरियन सेना को ‘खान शेखोन’ पर हमले चढ़ाने के आदेश नहीं दिए थे| साथ ही, राजधानी दमास्कस, अलेप्पो, होम्स, तारतूस इन शहरों जैसा, ‘खान शेखोन’ इस शहर का सामरिक महत्त्व भी नहीं है| इसलिए इस शहर पर हमले का सवाल ही पैदा नहीं होगा, ऐसा दावा अस्साद ने किया|

इसके बाद सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने, संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ हुए समझौते की जानकारी दी| सन २०१३ में सीरिया की अस्साद सरकार का संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ रासायनिक हथियारों पर की बंदी के संदर्भ में समझौता हुआ था| इस समझौते के अनुसार, राष्ट्रसंघ के निरीक्षकों की देखरेख में सीरिया के पूरे रासायनिक हथियार संग्रह को नाक़ाम करके देश के बाहर ले गए थे| इस कारण सीरियन सेना के पास किसी भी प्रकार के रासायनिक हथियार नहीं थे, ऐसा दावा राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने किया| यदि सीरियन सेना के पास वैसे हथियार होते भी, तो भी मैं उन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देता, ऐसा भी सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया|

साथ ही, क्या ‘खान शेखोन’ शहर में ही रासायनिक हमला हुआ था? यह सवाल भी सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने उपस्थित किया| ‘रासायनिक हमला हुआ’ ऐसा कहा जता है, फिर भी इसके बारे में ठोस रूप से नहीं कहा जा सकता| फिलहाल कई जाली व्हीडिओ देखने को मिल रहे हैं| साथ ही, खान शेखोन के हमले के वीडिओ में दिखाए गए बच्चें क्या सच में मारे जा चुके हैं, ऐसा कहते हुए, इस मामले पर सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने शक़ ज़ाहिर किया| कुछ दिनों पहले, रशियन सरकार और अमरीका के कुछ सिनेटर्स ने भी ये सवाल खड़े किए थे| सीरियन सेना अपने ही नागरिकों पर रासायनिक हमलें क्यों करेगी, ऐसा सवाल रशिया ने किया था|

इदलिब में इन रासायनिक हमलों का कारण बताकर, अमरीका ने होम्स के ‘शैरात’ हवाई अड्डे पर ५९ टोमाहॉक प्रक्षेपास्त्रों से हमला किया| लेकिन ‘अमरीका के इन हमलों का शैरात हवाई अड्डे की कार्यक्षमता पर असर नहीं हुआ| साथ ही, अमरीका के हमलों के बाद भी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की सीरियन सेना की क्षमता नहीं बदली’, ऐसा दावा सीरीयन राष्ट्राध्यक्ष कर रहे हैं|

सीरिया के इन रासायनिक हमलों की तहकिक़ात करने के लिए दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की बैठक हुई| इस बैठक में रशिया ने आठवीं बार नकाराधिकार (वीटो) का इस्तेमाल करते हुए सीरिया के अस्सादविरोधी याचिका को रोका| लेकिन ‘इदलिब के इन रासायनिक हमलों की जाँच होनी चाहिए, ऐसा मुझे भी लगता है| लेकिन यह जाँच निष्पक्ष होनी चाहिए और यह जाँच राजनीतिक हेतु से प्रेरित ना हों| यदि ऐसा होता है, तभी आंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों को सीरिया में अनुमति दी जाएगी’, ऐसा खुलासा अस्साद ने किया|

इसी दौरान, इदलिब में जख्मी हुए सीरियन नागरीकों को ईलाज के लिए तुर्की में ले जाया गया है| तुर्की के अस्पतालों में उन्हें दाखिल किया गया, जहाँ वे ‘सरीन गॅस’ के हमले में जख्मी होने का दावा तुर्की कर रहा है|

‘राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने नहीं, बल्कि अमरीका के ‘प्रभावशाली गुट’ ने सीरिया पर हमले किए’ : सीरियन राष्ट्राध्यक्ष का दावा

‘सीरिया के हवाई अड्डे पर हुए ५९ टोमाहॉक प्रक्षेपास्त्रों के हमलों के लिए अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ज़िम्मेदार नहीं, बल्कि अमरीका की व्यवस्था और प्रभावशाली गुट इन हमलों के लिए ज़िम्मेदार हैं| अमरीका में भले ही सरकार बदल जाती है, मग़र फिर भी इस व्यवस्था और प्रभावशाली गुट पर इसका असर नहीं होता’ ऐसा दावा सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने अपने इंटरव्यू में किया|

‘अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ये सिर्फ़ रंगमंच के अभिनेता होते हैं| उन्हें अमरीका का नेतृत्व करने की चाहे कितनी भी इच्छा हो, लेकिन वे देश का नेतृत्व नहीं कर सकते| आगे चलकर राष्ट्राध्यक्ष ने यदि सही मायने में अमरीका का नेतृत्व करने की कोशिश की, तो भी आनेवाले समय में उन्हें खुद के बयान वापस लेने पड़ेंगे| उन्हें खुद का आत्मसम्मान भूलकर अपनी नीतियों में बड़े बदलाव करने पड़ सकते हैं| यदि ऐसा उन्होंने नहीं किया, तो उन्हें इसकी राजनीतिक क़ीमत चुकानी होगी’ ऐसा अस्साद ने कहा|

क्या अमरीका फिर से सीरिया पर हमले करेगी, ऐसा सवाल इंटरव्यू में पूछे जाने पर, राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने फिर एक बार अमरीका के प्रभावशाली गुट का ज़िक्र किया| अमरीका के सैनिकी-औद्योगिक हितसंबंध रखनेवाला गुट, अमीर निवेशकों और बैंकों का प्रभावशाली गुट जब तक अमरीका पर अपना प्रभाव बनाए हुए है, तब तक सीरिया तो क्या, दुनिया में कहीं भी, किसी भी समय हमले होते रहेंगे, ऐसी चेतावनी अस्साद ने दी|

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.