ईरान की ड्रोन फैक्ट्री में संदेहास्पद विस्फोट – ब्रिटेन के अखबार का दावा

लंडन – ईरान के इस्फाहन प्रांत की केमिकल फैक्ट्री में रविवार को विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में १५ लोग घायल हुए, ऐसा ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स से जुड़ी न्यूज़ एजेंसी ने कहा है। लेकिन यह विस्फोट ड्रोन बनानेवाली फैक्ट्री में होने का दावा ब्रिटेन के ‘द गार्डियन’ इस अखबार ने किया है। पिछले ही हफ़्ते इस्रायल में हमला करने के लिए रवाना किए ड्रोन का निर्माण इसी कंपनी में हुआ होने की गहरी संभावना इस अखबार ने जताई। इस कारण इस फैक्ट्री में हुए इस संदेहास्पद विस्फोट का महत्व बढ़ा है।

Iran-factory-blast-300x154मध्य ईरान के इस्फाहन प्रांत के शाहिनशाहर भाग में बड़ा विस्फोट हुआ । रविवार को सुबह लगभग ४ बजे यहां की नारगोस्टार केमिकल इंडस्ट्रिज् के परिसर में कानफोड़ू आवाज़ हुई। अगले कुछ घंटों में ईरान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस परिसर पर कब्जा करके, आग पर नियंत्रण प्राप्त किया। इस विस्फोट में हालांकि जीवित हानि नहीं हुई, फिर भी १५ लोग घायल हुए हैं। इनमें से ९ लोगों को अस्पताल दाखिल करना पड़ा, ऐसा ईरान के लष्कर से जुड़ी न्यूज़ एजेंसी ने घोषित किया ।

सेपाहन नारगोस्टार केमिकल इंडस्ट्रिज् यह कंपनी औद्योगिक-व्यवसायिक स्तर पर विस्फोटकों का निर्माण करती है। साथ ही, इस जगह पर पटाखे और तत्सम उत्पादों का निर्माण किया जाता है, ऐसा इस्फाहान आपत्ती निवारण दल के प्रमुख मन्सूर शिशेफोरोष ने बताया। लेकिन पटाखों का निर्माण करनेवाली नारगोस्टार केमिकल इंडस्ट्रिज् का परिसर ईरान की सुरक्षा काउंसिल की कक्षा में आता है, इस पर कुछ माध्यम अचरज ज़ाहिर कर रहे हैं।

Iran-factory-blast-01-300x158ब्रिटिश अखबार ने इस मामले में अलग ही जानकारी दी है। इस परिसर में ड्रोन का निर्माण करनेवाली कंपनी में यह विस्फोट हुआ। ईरान का लष्कर तथा ईरान से जुड़े गुटों के लिए इस स्थान पर लष्करी ड्रोन्स बनाए जाते हैं, ऐसा इस अखबार का कहना है। ‘इराण एअरक्राफ्ट इंडस्ट्रिज् कंपनी’ अथवा ‘एचईएसए’ यह कंपनी इन ड्रोन्स का निर्माण करती है। इसी कंपनी के फैक्ट्री में रविवार की सुबह हुए विस्फोट के बाद आग भड़की, ऐसा यह ब्रिटिश अखबार बता रहा है।

Iran-factory-blast-02-300x200तीन दिन पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने माध्यमों के सामने दी जानकारी की याद ब्रिटेन के इस अखबार ने दिला दी। पिछले हफ्ते इस्रायल के लष्कर ने सीमा के पार से घुसपैंठ करनेवाले ड्रोन को गिराया था। विस्फोटकों से भरा यह ड्रोन ईरान का होकर, गाज़ा से हो रहे हमलों को सहायता के रूप में ईरान ने इस्रायल पर ड्रोन हमले की साज़िश रची थी। सिरिया अथवा इराक में से इस ड्रोन को प्रक्षेपित किया होगा, ऐसी संभावना प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने जताई थी। साथ ही, ईरान इस आतंकवाद का प्रायोजक होने का आरोप नेतान्याहू ने किया था।

इस्रायली प्रधानमंत्री ने माध्यमों के सामने प्रदर्शित किए ईरानी बनावट के ड्रोन का निर्माण करनेवाली फैक्ट्री में ही रविवार को यह विस्फोट हुआ, ऐसा दावा इस ब्रिटिश अखबार ने किया। ईरान ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है अथवा यह खबर ठुकराई भी नहीं है। लेकिन इस घटना से यही दिखाई दे रहा है की ईरान के सरकारी तथा लष्करी आस्थापनों में संदेहास्पद विस्फोटों की श्रृंखला ही जारी है। पिछले साल भर में ईरान का लष्कर और परमाणु कार्यक्रम से संबंधित प्रोजेक्ट्स, कंपनियाँ और कारखानों में संदेहास्पद विस्फोट होकर आगें लगीं। अकेले नातांझ न्यूक्लियर प्लांट में ही तीन बार संदेहास्पद विस्फोट हुए हैं। इनमें १२ अप्रैल को हुआ विस्फोट सबसे भीषण था, ऐसा दावा किया जाता है। इस विस्फोट के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान के नेताओं ने किया था। 

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