‘सर्जिकल स्ट्राईक’ से पाकिस्तान की बोली बदली – रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर

मुंबई, दि. १२ (प्रतिनिधी)- ‘‘हज़ारों घावों से भारत को खून से लतपत करने की कोशिशें करनेवाले पाकिस्तान को, भारत ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ से जवाब देगा इसकी अपेक्षा भी नहीं थी| इसके बाद अब भारत को हल्के में नहीं ले सकता, यह पाकिस्तान की समझ आ गया है’’| साथ ही ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बाद भारत को परमाणु जंग की धमकी देनेवाले पाकिस्तान की भाषा बदल गयी है, इस बात की ओर भी रक्षामंत्री ने ध्यान खींचा| ‘फोर फॉर इंटिग्रेटेड नॅशनल सिक्युरिटी’ इस अभ्यासगुट ने आयोजित किये कार्यक्रम में रक्षामंत्री बोल रहे थे|

‘सर्जिकल स्ट्राईक’‘‘आतंकी हमले के बाद भारत उसको जवाब नहीं देगा, यह पाकिस्तान मानकर चल रहा था | लेकिन ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ ने सारे समीकरण ही बदल दिये|  इस हमले की वजह से भारतीय सेना दल का मनोबल बढ़ गया है| उसी वक्त, भारत को धमकी देनेवाले पाकिस्तान की भाषा भी बदल गयी है| सर्जिकल स्ट्राईक के सबूत पाकिस्तान की समाचारवाहिनियों पर शुरू हुई चर्चा में भी मिल सकते है’, यह दावा पर्रीकर ने किया| भारतीय सेना ने किये इस हमले पर १२७ करोड़ भारतीय जनता संतोष जता रही है| इस हमले का सारा श्रेय सेना और सेना के पीछे खड़े रहनेवाले भारतीय लोगों को जाता है, ऐसा भी रक्षामंत्री ने कहा|

‘क्या आगे चलकर भी आतंकी हमलों का ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ से प्रत्युत्तर दिया जा सकता है?’ यह सवाल इस समय रक्षामंत्री से पूछा गया| लेकिन ‘क्या भारत ऐसी कार्रवाई कर सकता है, इसपर पाकिस्तान को विचार करने दें, ऐसा कहते हुए रक्षामंत्री ने सीधा जवाब देना टाल दिया| लेकिन हर बार इस स्वरूप के हमले कर प्रत्युत्तर देने की जरूरत नहीं| इसके लिए अन्य विकल्पों का इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसे संकेत रक्षामंत्री ने दिये| कोई भी भारत को कम नहीं समझें, ऐसी उँचाई पर देश की रक्षासिद्धता लेने का उदिष्ट सरकार के सामने है| रक्षासामग्री की खरीदारी प्रकिया में पारदर्शकता लाकर यह प्रकिया गतिमान की जा रही है| साथ ही, रक्षासामग्री का निर्माण देश के भीतर किया जाने को ही अधिकतर प्रधानता दी जा रही है, यह जानकारी इस वक्त पर्रीकर ने दी|

लेकिन गति बढायी, तो भी इस प्रकिया को वक्त लगेगा, ऐसा रक्षामंत्री ने कहा| लेकिन पहले से ज़्यादा, अब देश की रक्षासिद्धता बड़ी मात्रा में बढ़ गयी है, देश की सीमा अधिक सुरक्षित बन गयी है, ऐसा भरोसा रक्षामंत्री पर्रीकर ने दिलाया|

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