सीरिया के ‘देर-अल-झोर’ में सिरियन लष्कर और ‘आयएस’ में झोरदार संघर्ष

दमास्कस/ मॉस्को: भूमध्य समुद्र में तैनात रहे रशियन विनाशीका से सीरिया के ‘देर अल झोर’ शहर के आयएस के अड्डों पर मिसाइल हमले शुरू किए हैं। इन मिसाइल हमलो के बलबूते पर सीरियन लश्कर को ‘देर अल झोर’ शहर में आयएस ने निर्माण किए अड्डों को तोड़ने में सफलता मिली है। इस पृष्ठभूमि पर सीरियन लश्कर जल्द ही इस शहर पर कब्जा पाने में सफलता प्राप्त करेगा ऐसा दावा किया जा रहा है।

 ‘देर अल झोर’

सन २०१३ में आयएस ने ‘देर अल झोर’ शहर का कब्जा लेने से सीरिया के अन्य शहरों से इसका संपर्क टूट गया था। सीरिया के पूर्व भाग में स्थित इस शहर का कब्जा लेकर सीरियन सरकार को बहुत बड़ा झटका दिया था। सीरिया के उत्तर भाग के राक्का इस शहर को आयएसने अपनी खिलाफत की राजधानी घोषित की थी। ईंधन संपन्न राक्का शहर युफ्रेट्स नदी के किनारे बसा है। इस नदी के दक्षिण में ‘देर अल झोर’ यह और एक ईंधन संपन्न शहर है। राक्का के साथ देर अल झोर शहर कब्जे से जाने के बाद सीरियन सरकार की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगा था।

पर पिछले २ वर्षों से रशिया से मिलने वाली सहायता की वजह से सिरियन लश्कर ने आयएस के कब्जे में रहे भूभाग पर फिर से कब्जा पाने का प्रयत्न शुरू किया है। रशिया एवं सीरिया ने संयुक्त हमले करके होम्स, हमा, अलेप्पो, पालमीरा इन भूभागों पर नियंत्रण प्राप्त करके, पिछले कई दिनों से सीरियन लश्कर ने ‘देर अल झोर’ की तरफ अपना मोर्चा बढ़ाया है। सीरियन लश्कर के इस कार्यवाही को रशिया से पूर्ण समर्थन मिल रहा है। भूमध्य समुद्र में तैनात रहने वाले रशिया के एडमिरल एसेन इस विनाशिका से कैलिबर क्रूज मिसाइल देर अल झोर पर दागे गए। रशिया के इस मिसाइल हमलों की वजह से आयएस को झटका देने के बाद सीरियन लश्कर ने टैंक और तोंफ की सहायता से आतंकवादियों पर हमला किया।

मंगलवार के दिन सीरियन लश्कर ने शहर में प्रवेश किया और बुधवार के दिन सीरियन लश्कर और आयएस में जोरदार संघर्ष हुआ। सीरियन लश्कर ने शहर में प्रवेश करने के बाद वहां के नागरिकों ने रास्ते पर उत्तर कर आनंदोल्लास व्यक्त करने की जानकारी सीरियन सरकार ने दी है।

देर अल झोर में सीरियन लश्कर के गतिविधियां रोकने के लिए आयएस के आतंकी आत्मघाती हमलों की श्रृंखला शुरु करने की जानकारी सामने आ रही है। सीरियन लश्कर ने शहर के हवाई अड्डों का कब्जा लेने की गतिविधियां बढाई है। हवाई अड्डा कब्जे में आने के बाद देर अल झोर शहर के आयएस के अड्डों पर हमला करना आसान हो जाएगा, यह दावा किया जा रहा है। इसी वजह से आने वाले समय में देर अल झोर में संघर्ष और तीव्र होने की गहरी आशंका जताई जा रही है।

दौरान सीरियन लश्कर ने देर अल झोर में आयएस निर्मित गतिरोध तोड़ने की वजह से रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने सीरियन लश्कर का अभिनंदन किया है। सीरियन लश्कर के लिए यह बहुत बड़ा सामरिक विजय होने की बात रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अस्साद को भेजे पत्र में कहा है। तथा इस शहर पर पूर्ण कब्जा पाने के लिए रशिया से सिरियन लश्कर को मिलने वाला समर्थन आगे चलते भी शुरू रहेगा, यह जानकारी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी है।

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