जासूसी कर रही चीनी महिला की पुछताछ से हुए चौकानेवाले खुलासे – प्रधानमंत्री कार्यालय में भी जासूसी करने की हुई कोशिश

नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस के विशेष दल ने बीते महीने में चीनी महिला को जासूसी की मामले में गिरफ्तार किया था। किंग शी नामक इस महिला जासूस की पुछताछ के दौरान कई चौकानेवाला खुलासे हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से दलाई लामा तक की जासूसी करने की कोशिश हो रही थी। साथ ही कोलकाता की एक प्रभावी महिला किंग शी के संपर्क में थी और कुछ अहम कागज़ इस महिला ने शी को देने की बात सामने आयी हैं। जांच की टीमें कोलकाता और अन्य ठिकानों पर किंग शी के संपर्क में रहनेवालों की पुछताछ करने के लिए रवाना होने की भी खबरें हैं।

जासूसी

सितंबर महीने में दिल्ली पुलिस ने किंग शी और उसका नेपाली साथी शेर बहादूर एवं एक मुक्त पत्रकार राजीव शर्मा को गिरफ्तार किया था। पत्रकार शर्मा ने गोपनीय जानकारी प्राप्त करके उसे चीन की एजंट मिशेल और जॉर्ज तक पहुँचाने के काम में जुटे होने की कबुली पुछताछ के दौरान दी हैं। अब किंग शी की पुछताछ में खुलासों की जानकारी माध्यमों से सामने आ रही हैं। चीन ने अपने भारत में स्थित जासूसों को प्रधानमंत्री कार्यायल के साथ अन्य प्रमुख प्रमुख मंत्रालय के प्रभावी लोगों की, राजनीतिक अफसरों की जानकारी प्राप्त करने को कहा था। उनके पद और प्रभाव के अनुसार यह जानकारी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेता की पत्नि तक पहुँचाने का काम होना था।

इसके अलावा, दलाई लामा की गतिविधियों पर नज़र रखने का काम भी चीन के जासूस कर रहे थे। भारत में प्रमुख ठिकाने और विभागों में लगाए गए सुरक्षा उपकरण भी इन चीनी जासूसों के राड़ार पर थे, यह जानकारी किंग शी ने पुछताछ के दौरान प्रदान करने का वृत्तहैं। किंग शी की पुछताछ से कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। इसमें कोलाकाता स्थित एक प्रभावी महिला का भी जिक्र हैं। इस महिला से पहचान करानेवाली व्यक्ति के नाम का भी खुलासा किंग शी ने पुछताछ के दौरान किया हैं। इस प्रभावी महिला से प्राप्त होनेवाले खुफिया जानकारी के कागज़ चीनी भाषा में ट्रान्सलेट करके उसे आगे अन्य एजंटों के माध्यम से चीन में भेजे जा रहे थे।

किंग शी की पुछताछ से हुए खुलासे से जाँच एजंसी भी चौक गई हैं और प्राप्त जानकारी के अनुसार चीनी जासूसी से संबंधित अन्य प्राप्त जानकारी की जाँच हो रही हैं। साथ ही किंग शी के संपर्क में रहें लोगों की जाँच करने के लिए विशेष टीम रवाना की गई हैं। किंग शी, शेर बहादूर और राजीव शर्मा को बीते महीने में गिरफ्तार करने से पहले अगस्त महीने में भारत में चाली पेंगउर्फ लिओ सांग नामक अन्य एक चीनी जासूस को गिरफ्तार किया गया था। चार्ली पेंग की पुछताछ के दौरान उसने दलाई लामा की जासूसी करने की कबुली दी थी। साथ ही वह मनी लौंड्रींग में भी जुटा था। शेल कंपनियों के नाम से मनी लौंड्रींग करनेवाली चीनी कंपनियां और उनके भारतीय सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे किए थे। इस दौरान चार्ली पेंग का नाम सामने आया था।

इसी बीच चीनी जासूसी के मामले अमरीका और ऑस्ट्रेलिया में भी सामने आए हैं। अमरीका में स्थित दूतावास में कार्यरत चीनी सेना के पूर्व अधिकारी की तैनाती का खुला होने के बाद अमरीका ने यह दूतावास बंद करने का निर्णय किया था। ऑस्ट्रेलिया के गुप्तचर विभाग के प्रमुख ने चीन के जासूसी के मामले ऑस्ट्रेलिया में काफी ज्यादा मात्रा में बढ़ने का दावा हाल ही मे किया था। चीन अपनी कंपनियों के माध्यम से और आयात हो रहें उपकरणों के ज़रिये जासूसी करता हैं, यह आरोप पुरे विश्‍व में पहले भी हुए हैं। भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अबतक 218 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगाई हैं।   

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