अमरिकी नागरिकों की जेनेटिक जानकारी हासिल करने से चीन को रोकने के लिए विधेयक पेश

वॉशिंग्टन – अमरिकी नागरिकों की जेनेटिक जानकारी हासिल करने से चीन को रोकने के लिए अमरिकी संसद में दो विधेयक पेश किए गए हैं। रिपब्लिकन पार्टी के सिनेटर मार्को रुबिओ ने ये विधेयक पेश किए हैं और वर्णित विषय राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिये से काफी अहम होने का दावा भी उन्होंने किया हैं। चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के संक्रमण के पीछे जैविक युद्ध की संभावना होने का वृत्त कुछ दिन पहले प्रकाशित हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर पेश किए गए ये नए विधेयक ध्यान आकर्षित करते हैं।

US-Genomic-Dataबीते वर्ष चीन से संक्रमित हई कोरोना की महामारी ने सबसे अधिक नुकसान अमरीका को पहुँचाया है। अमरीका में अबतक ३.३१ करोड़ नागरिक कोरोना संक्रमित हुए हैं और ५.९० लाख से अधिक कोरोना संक्रमित मृत हुए हैं। इससे अमरीका की अर्थव्यवस्था को भी अरबों डॉलर्स का नुकसान पहुँचा होने की जानकारी सामने आ रही है। इस वजह से अमरीका में चीन के विरोध में तीव्र असंतोष की भावना निर्माण हुई है। इस महामारी की जड़ें और इससे होनेवाला चीन का संबंध, इनकी गहरी जाँच करने की माँग भी जोर पकड़ रही है।

US-Genomic-Data-02-300x200इसी के साथ, कोरोना का संक्रमण, यह चीन ने शुरू किए जैविक युद्ध का हिस्सा है एवं कोरोना वायरस एक जैविक हथियार है, ऐसे दावे सामने आ रहे हैं। कोरोना के लिए ज़िम्मेदार साबित हो रही चीन की ‘वुहान लैब’ में अलग अलग प्रकार के विषाणुओं का निर्माण किए जाने की बात भी स्पष्ट हुई है। चीन की इस लैब ने इससे पहले, अमरीका और कनाड़ा के वैद्यक क्षेत्र की यंत्रणाओं के साथ काम करने की जानकारी भी सामने आयी थी। इस पृष्ठभूमि पर सिनेटर रुबिओ ने पेश किए हुए ये विधेयक अहमियत रखते हैं।

US-Genomic-Data-01-300x200‘अमरिकी करदाताओं का पैसा चीन को संशोधनकार्य करने के लिए देने की आवश्‍यकता नहीं है। साथ ही, अमरिकी नागरिकों की जेनेटिक जानकारी चीन की हुकूमत को प्रदान करनेवालीं नीतियों की भी आवश्‍यकता नहीं है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिये से काफी गंभीर मुद्दा है। निजी अधिकारों के लिए भी यह एक बड़ा खतरा हैं। इस वजह से अमरीका की संसद को इस विषय पर कदम उठाने होंगे’, इन शब्दों में सिनेटर रुबिओ ने अपने इन विधेयकों का समर्थन किया। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत कानूनी एवं गैरकानूनी मार्ग से अमरिकी नागरिकों की वैद्यकीय जानकारी हासिल कर रही है और यह बात सुरक्षा के लिए खतरा बनती है, ऐसा बयान सिनेटर रुबिओ ने अपने निवेदन मे किया है।

रुबिओ ने ‘द जिनोमिक्स एक्सपेंडिचर्स ॲण्ड नैशनल सिक्युरिटी एनहान्समेंट(जीन) एक्ट’ एवं ‘द जिनोमिक्स डेटा सिक्युरिटी एक्ट’ नामक दो विधेयक पेश किए हैं। इनमें से ‘जीन एक्ट’ में, अमरिकी नागरिकों की जेनेटिक जानकारी के संदर्भ में संसद एवं वरिष्ठ यंत्रणाओं को लगातार सूचित करने का प्रावधान है। जेनेटिक जानकारी के मामले में अगर कोई भी अमरिकी कंपनी समझौता करती है, तो उसे स्वास्थ्य विभाग से सलाह-मशवरा करना बंधनकारक रहेगा। इसके अलावा ‘द जिनोमिक्स डेटा सिक्युरिटी एक्ट’ में, अमरीका की ‘नैशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ हेल्थ’, चिनी हुकूमत से संबंधित किसी भी यंत्रणा को निधी प्रदान ना करें, इस प्रावधान की धारा शामिल की गई है। साथ ही, ‘जिनोमिक डेटा शेअरिंग पॉलिसी’ में सुधार करना एवं जेनेटिक जानकारी के संदर्भ में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को प्राथमिकता देना, ऐसे प्रावधान भी इसमें शामिल हैं।

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