कंबोडिया में चीन स्थापित कर रहा है खुफिया लष्करी अड्डा

फनोम पेन – भारत के अंडमान द्विप से करीबन हजार किलोमीटर दूरी पर कंबोडिया के दक्षिणी हिस्से में चीन ने गोपनीय लष्करी अड्डे का निर्माण शुरू किया है| कोह कॉंग नाम के इस क्षेत्र में चीन अपना अड्डा बना रहा है| फिलहाल दोनों देशों ने यह खबर स्वीकारने से इन्कार किया है| पर, न्यूजीलैंड के एक समाचार पत्र ने चीन की इस हरकत की जानकारी सामने रखी है और इस इस अड्डे के फोटो भी सार्वजनिक किए है| चीन का यह अड्डा भारत की सुरक्षा के लिए संवेदनशील साबित हो सकता है, यह बात सामरिक विश्‍लेषक कह रहे है|

अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष माईक पेन्स ने लगभग दो वर्ष पहले कंबोडिया में चीन लष्करी अड्डे का निर्माण कर रहा है, यह आरोप किया था| यह आरोप चीन ने ठुकराया था?और कंबोडिया ने भी इन आरोपों में सच्चाई ना होने की बात कही थी| ऐसा होते हुए भी कंबोडिया और चीन का सहयोग संदिग्ध होने की बात समय समय पर स्पष्ट हुई थी| पिछले हफ्ते में कंबोडिया के इस अड्डे के निकट एक लष्करी ड्रोन गिरा था| यह ड्रोन पुख्ता किसका है, यह हमें ज्ञात ना होने की बात इस देश के रक्षादलों ने किया| पर, यह ड्रोन चीन का ही होने का दावा हो रहा है|

इसके साथ ही चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी और कंबोडियन सेना के गोपनीय कागज सार्वजनिक हुए है और इस कारण कंबोडिया ने अपना कोह कॉंग इलाका चीन को ३० वर्षों के लिए भाडे पर देने की बात स्पष्ट हुई| इस वजह से चीन के सैनिक, रक्षा सामान और हथियार इस क्षेत्र में तैनात होना संभव होगा| साथ ही चीन ने यहां के तटीय क्षेत्र में गहराई बढाई है और इससे यहां पर युद्धपोत तैनात करना भी संभव होने का दावा हो रहा है| इसके लिए कंबोडिया ने चीन को ४५ हजार हेक्टर राष्ट्रीय उद्योग छाटकर चीन के लिए जमीन उपलब्ध कराई है, ऐसी जानकारी सामने आयी है|

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