सौदी अरब, यूएई और नॉर्वे के ईंधन टैकर्स पर हुए हमलें के लिए ईरान को जिम्मेदार साबित करने लिए ‘मोसाद’ की साजिश – ईरान के विदेशमंत्री ने रखा आरोप

Third World Warसंयुक्त राष्ट्रसंघ: सौदी अरब, यूएई और नॉर्वे के ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलें में ईरान का हाथ होने की आशंका तिनों देशों ने जताई है| इस बारे में जांच का प्राथमिक अहवाल संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के सामने रखा गया है और इन हमलों के पीछे एक ही देश होने का नजरिया दर्ज किया गया है| वही, ईरान ने इन हमलों को लेकर लगाए सभी आरोप ठुकराए है| साथ ही इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार साबित करने के लिए इस्रायल की गुप्तचर संगठन ‘मोसाद’ ने साजिश की है, यह आरोप ईरान के विदेशमंत्री ने किया है|

पिछले महीने के १२ तारिख को यूएई के फुजैराह बंदरगाह के निकट चार ईंधन टैंकर्स पर हमलें हुए थे| इस हमलें में लक्ष्य किए गए टैंकर्स ईंधन से भरे ना होने से बडा नुकसान होने से रहा था| सौदी, यूएई की ईंधन निर्यात को झटका देने के लिए यह हमला किया गया था, ऐसा कहा जा रहा था| साथ ही इस हमले के पीछे ईरान होने का आरोप भी सौदी, यूएई के साथ अमरिका ने किया था| अगले कुछ ही घंटों में येमन में ईरान से जुडी हौथी बागियों ने सौदी के टैंकर पर हुए हमलें की जिम्मेदारी स्वीकारी थी| इसके अलावा ‘रेड सी’ के निकट सौदी की ईंधन पाईप लाईन पर भी हमने ही हमला किया था, यह ऐलान हौथी बागियों ने किया? था|

इस हमलें की जांच करने के लिए सौदी, यूएई और नॉर्वे ने एक संयुक्त समिती का गठन किया था| सुरक्षा अधिकारी, प्रशासकीय अधिकारी और नौसैनिकों की सहायता से पिछले तीन हफ्तें से इन हमलों की जांच हो रही थी| गुरूवार के दिन इस जांच का अहवाल संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में रखा गया| इसमें ईंधन टैंकर्स के नीचे समुद्री सुरंग का विस्फोट किया गा, यह बात दर्ज की गई है| स्पीड बोट की सहायता से ‘डायव्हर्स’ ने यह सुरंग लगाए होंगे, यह आशंका इस अहवाल में दर्ज की गई है|

स्पीड बोट, डायव्हर्स और समुद्री सुरंग के लिए विस्फोटक एवं तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ एक ही देश कर सकता है, ऐसा इस अहवाल में कहा गया है| सौदी, यूएई और नॉर्वे ने स्पष्ट जिक्र किया नही है, फिर भी ईंधन टैंकर्स पर हुए इन हमलों में ईरान का ही हाथ होगा, यह आशंका इन तिनों देशों ने व्यक्त की है| वही, संयुक्त राष्ट्रसंघ में सौदी अरब के राजदूत अब्दल्लाह अल मुआल्लिमी इन्होंने इन हमलों से जुडे पूरे सबुत ईरान की ओर उंगली दिखा रहे है, ऐसा कहा|

लेकिन, ईरान ने इस मामले में लगाए सभी आरोप ठुकराए है| इस्रायली गुप्तचर संगठन मोसाद ने अपने हुनर का इस्तेमाल करके इन हमलों से ईरान का नाम जोड दिया है, यह आरोप ईरान के विदेशमंत्री जावेद जरिफ ने रखा| यूएई की समुद्री क्षेत्र में हुए इन हमलों में ईरान को फंसाने की बडी साजिश होने का दावा ईरान के विदेशमंत्री ने किया? इसके पहले अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ईरान के विरोध में षडयंत्र कर रहे है, यह आरोप ईरान के विदेशमंत्री जरिफ ने किया था| लेकिन, यह आरोप साबित करने के लिए हमारे हाथ में किसी भी प्रकार के सबुत नही है, यह बात भी ईरान के विदेशमंत्री ने स्वीकार की थी|

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