सौदी ने तोड़ दिए इरान के साथ संबंध

पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ी

iran saudi

सौदी अरेबिया के शियापंथियों के धार्मिक नेता को फ़ाँसी दी जाने के बाद इरान और सौदी में विवाद और भड़क गया है। इरान स्थित सौदी का दूतावास संतप्त निदर्शकों द्वारा जला दिया जाने के बाद, सौदी ने इरान के साथ रहनेवाले राजनीतिक संबंध तोड़ दिए हैं। सौदीस्थित इरान के दूतावास के सभी लोग अगले ४८ घंटों में सौदी छोड़कर चले जायें, ऐसा सौदी ने फ़र्माया है। सौदी के पीछे पीछे बहारीन भी, इरान के साथ रहनेवाले राजनीतिक संबंध तोड़कर इस विवाद में सौदी के पक्ष में कूद पड़ा है। लेकिन इरान के साथ के राजनीतिक संबंध तोड़कर सौदी अपनी ग़लतियों पर परदा नहीं डाल सकता, ऐसे शब्दों में इरान ने सौदी की कड़े शब्दों में आलोचना की है।

पिछले हफ़्ते सौदी ने धार्मिक नेता को दी हुई फ़ाँसी के बाद उसकी गूँजें दुनियाभर में सुनायी दे रही है । सौदी के इस निर्णय के ख़िलाफ़ सभी स्तरों में से आलोचना की जा रही होकर, इरान में निदर्शकों ने ठेंठ सौदी के दूतावास पर हमला किया। इस हमले में हालाँकि जीवितहानि नहीं हुई है, मग़र फिर भी सौदी के दूतावास को बड़े पैमाने पर क्षति पहुँची। उसी समय, इरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने ‘सौदी को ‘ईश्वरीय प्रतिशोध’ का सामना करना ही पड़ेगा’ ऐसी धमकी दी हुई होने के कारण इरान तथा सौदी के बीच विवाद भड़का है।

इस पार्श्वभूमि पर, सौदी ने अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर करने के लिए इरान के साथ रहनेवाले संबंध तोड़ दिए हैं। वहीं, सौदी के दूतावास पर निदर्शकों द्वारा किया गया हमला यह क़ायरता होने की आलोचना बहारीन ने की है। साथ ही, इरान सौदी के अंतर्गत कारोबार में तथा आखाती राजनीति में दख़लअन्दाज़ी कर रहा होने का आरोप भी बहारीन ने किया है। गत कुछ घण्टों में आखाती देशों में निर्माण हुए तनाव के लिए इरान को ज़िम्मेदार ठहराकर बहारीन ने भी इरान के साथ के राजनीतिक संबंध तोड़ दिये है।

लेकिन सौदी ने धार्मिक नेता को फाँसी देकर सबसे बड़ी सामरिक ग़लती की होने की आलोचना इरान के उपविदेशमंत्री हुसैन अमीर अब्दोल्लाहे ने की। सौदी के इस ग़लत निर्णय के कारण आखाती प्रदेश में अस्थिरता निर्माण हो चुकी है और आतंकवाद के लिए पोषक वातावरण पैदा हुआ है, यह आरोप इरान के उपविदेशमंत्री ने किया। पश्चिमी देशों के विश्लेषकों ने भी धार्मिक नेता को फ़ाँसी देने के निर्णय की आलोचना की है। इससे अरब-आखाती देशों में नया संकट आ सकता है, ऐसा अमरीका के लष्करी विश्लेषकों ने कहा है।

साथ ही, सौदी की इस कार्रवाई के कारण पंथीय संघर्ष भड़ककर काफ़ी ख़ून बह सकता है, ऐसी चिंता भी पश्चिमी विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

युरोपीय महासंघ की विदेशनीति की प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी ने इरान के विदेशमंत्री जावेद झरीफ के साथ संपर्क कर इस मामले में चर्चा की। साथ ही, सौदी ने दी हुई फ़ाँसी के बाद इरान में भड़क उठे हिंसक निदर्शनों पर चिंता ज़ाहिर की। इस घटना के बाद भी आखात की परिस्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए इरान तैयार है, ऐसा मोघेरिनी ने संवाददाताओं को बताया।

इरान और सौदी के बीच के इस तनाव का असर सिरिया की अगामी शांतिचर्चा पर न हों इसलिए प्रयास करने का आवाहन इरान से किया हुआ होने की जानकारी मोघेरिनी ने दी।

इसी दौरान सौदी और इरान के बीच निर्माण हुए तनाव को सुलझाने के लिए रशिया आगे बढ़ा है। इन दोनों देशो के बीच चर्चा कराके इस विवाद को मिटाने की ज़रूरत है, यह रशिया ने स्पष्ट किया है और इसके लिए मध्यस्थी करने की तैयारी दर्शायी है। लेकिन इरान और सौदी दोनों यदि इस मध्यस्थी के लिए तैयार हैं, तो ही हम मध्यस्थी करेंगे, यह भी रशिया ने स्पष्ट किया है।

सौदी-इरान तनाव के कारण बढ़े इंधन, सोने के भाव

धार्मिक नेता को दी गई फाँसी को लेकर सौदी अरेबिया और इरान के बीच निर्माण हुए तनाव का असर आंतर्राष्ट्रीय मार्केट में इंधन की क़ीमतों पर हुआ। सोमवार को आंतर्राष्ट्रीय मार्केट में इंधन की क़ीमतों में तीन प्रतिशत की बढोतरी हुई; वहीं, सोने की क़ीमतों में आधे प्रतिशत की वृद्धी हुई है।

गत कुछ दिनों से सौदी और इरान के बीच सिरिया में चल रहे संघर्ष को लेकर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चल ही रहा है। लेकिन पिछले हफ़्ते सौदी द्वारा धार्मिक नेता को फाँसी दी जाने के बाद, उसका ठेंठ असर इंधन के मार्केट पर हुआ। सौदी और इरान ये दोनों इंधन-उत्पादक देश होने के कारण यह वृद्धि हुई है।

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