सऊदी एवं रशिया ईरान के ईंधन बाजार हथियाने की तैयारी में – ईरान के वरिष्ठ नेताओं का आरोप

तेहरान: अमरिका ने जारी किए कठोर प्रतिबंधों की वजह से ईरान के ईंधन निर्यात का नुकसान हो रहा है। इसका फायदा सऊदी अरेबिया और ईरान के मित्र देश रशिया उठा रहा है, ऐसा आरोप ईरान ने किया है। सऊदी एवं रशिया में ईंधन की अंतरराष्ट्रीय बाजार बंधक बनाया है और यह दोनों देश ईरान के बाजार पर भी कब्जा करने का प्रयत्न कर रहे हैं, ऐसा आरोप ओपेक में ईरान के गवर्नर हुसैन खाझेमपुर अर्देबिली ने किया है।

आने वाले नवंबर महीने के पहले हफ्ते में अमरिका ईरान पर नए प्रतिबंध जारी करने वाला है। यह प्रतिबंध ईंधन विषयक होगा ऐसी घोषणा अमरिका ने इससे पहले ही की है। इसकी वजह से अमरिका ने इससे पहले ही ईरान पर जारी किये कठोर प्रतिबंधों की वजह से डरे हुए यूरोपीय एवं अन्य देश तथा कंपनियां ईरान के साथ ईंधन सहयोग से वापस लौट रहे हैं। पिछले डेढ़ महीने में ईरान के ईंधन की उत्पादकता बढी है, फिर भी निर्यात की गिरावट दिखाई दे रही है। इसका परिणाम ईरान की वित्त व्यवस्था पर हो रहा है।

सऊदी, रशिया, ईरान, ईंधन बाजार, हथियाने, तैयारी, वरिष्ठ नेताओं, आरोप, तेहरान, अमरिकाईरान ने भी अपने ईंधन आयात करनेवाले देशों से चर्चा करके ईंधन की खरीदारी का आवाहन करना शुरू किया है। पर सऊदी अरेबिया एवं रशिया ईरान पर गिरे हुए इस संकट का फायदा ले रहे है, ऐसा आरोप ईंधन निर्यातदार देशों की संघटना ओपेक में ईरान के वरिष्ठ प्रतिनिधि ने किया है। ईरान पर प्रतिबंधों की वजह से ईंधन के निर्यात की कमी ना हो इसके लिए और अंतर्राष्ट्रीय ईंधन बाजार का संतुलन रखने के लिए अपने प्रयत्न शुरू होने का दावा रशिया एवं सऊदी कर रही है। पर यह दोनों देश ईंधन बाजार में ईरान का हिस्सा हथियाने की तैयारी कर रहे हैं ऐसा आरोप अर्देबिली ने किया है।

रशिया एवं सऊदी अरेबिया के यह प्रयत्न मतलब अंतर्राष्ट्रीय ईंधन बाजार बंधक करने की गतिविधियां होने का दावा अर्देबिली ने किया है। साथ ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर जारी किए प्रतिबंधों का स्वागत करने वाले सऊदी एवं संयुक्त अरब अमीरात इन पर भी उन्होंने आलोचना की है। सऊदी एवं युएई ओपेक को अमरिका के हाथ की कठपुतली बनाने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसा आरोप अर्देबिली ने किया है। वह अपने उद्देश्य भूलता जा रहा है और ऐसा शुरू रहा तो इस संघटना का प्रभाव नष्ट होगा ऐसी चेतावनी अर्देबिली ने दी है।

ईरान के वृत्तमाध्यम से बोलते हुए अर्देबिली ने किए इन आरोपों पर सऊदी, यूएई या रशिया ने प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले भी ईरान ने ईंधन व्यापार को लेकर सऊदी एवं यूएई पर आलोचना की थी। पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ईरान का पक्ष लेनेवाले रशिया पर भी ईरान ने आरोप करने की वजह से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। परमाणु कार्यक्रम एवं सीरिया में संघर्ष के बारे में रशिया एवं ईरान एक ही गट के है फिर भी ईंधन निर्यात की दौड़ में ईरान एवं रशिया प्रतिस्पर्धी होते दिखाई दे रहे हैं।

दौरान ईरान यह ओपेक में तीसरे क्रमांक का ईंधन निर्यातदार देश है। जिसकी वजह से ईरान की गिरती निर्यात को लेकर ओपेक में चिंता व्यक्त की जा रही थी। इस गिरावट की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम बढ़ सकते हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है। साथ ही अक्टूबर महीने में ईरान की ईंधन निर्यात अधिक गिरेगी ऐसा दावा ईंधन की आयात-निर्यात पर ध्यान रखने वाले अभ्यास गटने किया है।

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