यूरोप के इंधन बाजार के लिए रशिया और सौदी में संघर्ष

अंतरराष्ट्रीय बाजार में इंधन की कीमत में काफी बदलाव होते दिखाई दे रहे है। ऐसे में रशिया और सौदी अरब के बीच नये संघर्ष के आसार सामने आ रहे है। यूरोप के कच्चे तेल की आपूर्ति में रशिया का हिस्सा खींचने के लिए सौदी अरब द्वारा जोरों से प्रयास किये जा रहे है। सौदी द्वारा यूरोपीय बाजार की कई कंपनियों को सस्ते में कच्चे तेल की आपूर्ति शुरु हो गयी है। कई महीनें पहले इंधन की कीमतों में भारी गिरावट आयी थी। ऐसा दावा किया जा रहा था कि इस गिरावट के पिछे अमेरिका और सौदी का रशियन अर्थव्यवस्था को झटका देने का मनसूबा था। ऐसे में इंधन बाजार में होनेवाली गतिविधियाँ नए ‘ऑईल वॉर’ के संकेत माने जा रहे है।  

   Russia saudi EU‘रॉयटर्स’ न्यूज एजंसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कच्चे तेल की आयात में यूरोप स्थित एक्सॉन, शेल, टोटल और एनि जैसे मुख्य इंधन कंपनियों द्वारा सौदी का हिस्सा बढाया गया है। इंधन कंपनी से जुडे एक सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि, ‘सौदी अरब द्वारा दिये जा रहे कच्चे तेल के दाम काफी आकर्षक है। सौदी का कच्चा तेल सस्तें में मिलने की वजह से उसकी खरीदारी शुरु हो रही है।’

       जनवरी से सितंबर के समय में रशिया द्वारा यूरोप को बेचे जानेवाले कच्चे तेल के दाम लगबग ५४.४० डॉलर्स प्रति बैरल इतने थे। वहीं अब सौदी द्वारा यूरोपीयन कंपनियों को ४८ ते ४९ डॉलर्स प्रति बैरल में इंधन आपूर्ति का सुझाव दिया जा रहा है। इस दाम में भी प्रति बैरल में ०.५ से १ डॉलर की छूट देने की बात भी की जा रही है। रशिया के विशेषज्ञ अलेक्सी कोकिन ने यह जानकारी दी है।

       सौदी अरब हर दिन यूरोपीयन बाजार में करीब १० लाख बैरल अतिरिक्त कच्चे तेल की आपूर्ति कर सकता है। रशियन विशेषज्ञ द्वारा आगे चिंता जताते हुए बताया गया कि, यह आपूर्ति रशिया के हिस्से को काफी क्षति पहुँचा रही है तथा इसकी वजह से यूरोपीय बाजार में रशिया का हिस्सा एक तिहाई से अधिक मात्रा में घट सकता है। रशिया के इंधन क्षेत्र में कार्यरत मुख्य कंपनी ‘रोसनेफ्ट’ के प्रमुख इगोर सेशिन द्वारा भी इस पर सहमति जताई गयी है।

       सेशिन ने कहा कि, ‘सौदी अरब नये बाजार में कब्जा जमाने के लिए दाम कम रख रहा है। उसने पोलंड जैसे देश को भी कच्चे तेल की आपूर्ति शुरू की है। इस वजह से रशिया को नये प्रतिस्पर्धी का मुकाबला करना पड रहा है।’ रशिया के ऊर्जामंत्री ने भी सौदी के यूरोपीय बाजार में शुरू आपूर्ति से रशिया को बडी चुनौती मिलने की कबुली दी है।

       इसके चलते रशिया द्वारा ‘कैस्पियन सी’ क्षेत्र ङ्कें इंधन क्षेत्र विकसित करने के मामले पर समझौता हुआ है। दोनो देशों के राष्ट्रपति के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। रशियन सूत्रों द्वारा यह जानकारी दे दी गयी है।

One Response to "यूरोप के इंधन बाजार के लिए रशिया और सौदी में संघर्ष"

  1. Nikhil Bhalwankar   October 25, 2015 at 1:33 pm

    Day by day new conflicts are arising between american alied nations and russia. This will surely increase international tensions. Future looks to be dangerous atleast for next few years. All this is raising high chances of world war.

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