ईरान में तख़्तापलट करने के लिए सौदी प्रिन्स ने उक़साया

ईरान ने दी संतप्त प्रतिक्रिया

पॅरिस, दि. ११ (वृत्तसंस्था) – ‘‘तीन दशक पहले ‘आयातुल्ला खोमेनी’ की अगुआई में ईरान में हुई इस्लामिक क्रांति ने ईरान की जनता को पहला शिकार बनाया| अब ईरान की जनता तख़्तापलट करना चाहती है और मुझे भी यही चाहिए’ ऐसे क़रारे शब्दों में सौदी के ‘प्रिन्स तुर्की अल-फैझल’ ने ईरान की विद्यमान हुकूमत पर हमला बोल दिया| पॅरिस में संपन्न हुई ‘फ्री ईरान’ बैठक में सौदी प्रिन्स बोल रहे थे| उनके इस बयान पर ईरान से संतप्त प्रतिक्रिया उमड़ी है| सौदी प्रिन्स के इस बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि सौदी ईरान के खिलाफ आतंकवादियों की सहायता कर रहा है, ऐसी आलोचना ईरान के विदेश मंत्रालय ने की है|

सौदी प्रिन्सगत कई वर्षों से ईरान की हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ‘मुजाहिद्दीन-ए-खल्क’ (एमईके) इस संगठन ने, हर साल की तरह इस साल भी ‘फ्री ईरान’ बैठक का आयोजन किया था| शनिवार को पॅरिस मे संपन्न हुई इस बैठक में, दुनियाभर के कई नेता उपस्थित थे| लेकिन सौदी अरेबिया की खुफिया एजन्सी के पूर्वप्रमुख और राजघराने के प्रभावशाली प्रिन्स ‘तुर्की अल-फैझल’ की उपस्थिति और भाषण ने सभी का ध्यान आकर्षित किया| ‘पर्शियन जनता और अरबों की मित्रता का बहुत बड़ा इतिहास है| पर्शियन और अरबों के बीच संघर्ष हुआ होने का उदाहरण इतिहास में पाया नहीं जाता| इन दोनों में हमेशा सहयोग था’ ऐसा सौदी प्रिन्स ने कहा|

saudi-prince-turkiलेकिन ईरान की विद्यमान हुकूमत इस सहयोग के लिए अपवाद साबित हो रही है, इस हुकूमत के कारण तनाव बढ़ रहा है, ऐसी आलोचना प्रिन्स तुर्की ने की| अरब देशों में ईरान का हस्तक्षेप इस तनाव का मुख्य कारण है, ऐसा आरोप तुर्की ने किया| वहीं साढ़े तीन दशकों पहले, इस्लामी क्रांति की सहायता से ईरान में अपनी हुक़ूमत प्रस्थापित करनेवाले ‘आयातुल्ला खोमेनी’ ये ईरान के लिए कॅन्सर थे, ऐसी प्रक्षोभक आलोचना भी प्रिन्स तुर्की ने की| ईरान के इस कॅन्सर के खिलाफ ‘मरयम रझावी’ द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को, सौदी अरेबिया और अन्य अरब देशों का पूर्ण समर्थन है, ऐसी घोषणा प्रिन्स तुर्की ने की|

iran-marayamइस समय उपस्थित ‘एमईके’ समर्थकों ने इस घोषणा का स्वागत किया| प्रिन्स तुर्की द्वारा ईरान की हुकूमत के खिलाफ दिए गए बयानों को, उपस्थितों ने तालियों की गुंज से अपना समर्थन दर्शाया| वहीं, ‘जनता ईरान में तख़्तापलट करना चाहती है’ ऐसी घोषणाएँ भी दी| तभी प्रिन्स तुर्की ने भी ‘मुझे भी यही चाहिए’ ऐसा कहा|

saudi-prince-tuसौदी अरेबिया और अबुधाबी के समाचार चॅनलों से पॅरिस में संपन्न हुई इस बैठक का सीधा प्रक्षेपण किया गया था| अन्य अरब देशों की मीडिया में भी, प्रिन्स तुर्की द्वारा किये गए भाषण की ही चर्चा थी| लेकिन ईरान के विदेश मंत्रालय ने इसपर संतप्त प्रतिक्रिया दी है| ‘‘सौदी की खुफिया एजन्सी और ‘एमईके’ के आतंकियों के बीच सहयोग होने की अब तक केवल आशंका थी| लेकिन प्रिन्स तुर्की के बयानों से, ‘ईरान विरोधी आतंकियों की मदद करना’ यह सौदी की नीति सामने आयी है’ ऐसा ईरान के विदेश मंत्रालय के सलाहकार ‘आमिर अब्दुल्लाहियान’ ने कहा|

इसी दौरान, पॅरिस में हुई इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र में अमरीका के भूतपूर्व राजदूत रहे ‘जॉन बोल्टन’, न्यूयॉर्क शहर के पूर्व मेयर ‘रूडी ग्युलियानी’, अमेरिकन कॉंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ‘न्यूट गिंगरीच’ तथा फ्रान्स के पूर्व विदेशमंत्री ‘बर्नार्ड कौशनर’, स्पेन के पूर्व प्रधानमंत्री ‘जोस लुईस झपॅटेरो’ और अरब अफ्रीकी देशों के महत्वपूर्ण नेता और प्रतिनिधि उपस्थित थे|

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