रशिया की ओर से ‘सैटन-२’ के साथ चार बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परिक्षण

मोस्को: रशिया ने गुरुवार रात को ‘सैटन-२’ (आरएस-२८ सरमैट) इस परमाणु वाहक चार बैलेस्टिक मिसाइलों का परिक्षण किया। ‘रशियन स्ट्रेटेजिक न्यूक्लिअर फोर्सेस’ के ‘फोर्सेस और कंट्रोल’ क्षमताओं के अभ्यास के लिए परिक्षण लिया गया है, ऐसा रशिया के रक्षा विभाग ने कहा है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन की उपस्थिति में मिसाइलों का परिक्षण किया गया है। बुधवार को अमरिका ने जापान और दक्षिण कोरिया के साथ शुरू किया युद्धाभ्यास और अमरिका के तीन विमान वाहक जंगी जहाजों की ‘आशिया-प्रशांत’ क्षेत्र में तैनाती, इस पृष्ठभूमि पर यह परिक्षण ध्यान आकर्षित करने वाला है।

रशियन रक्षा विभाग ने एक ही दिन में तीनों रक्षा दल के माध्यम से एक साथ परिक्षण करने की यह इस साल की पहली घटना है। यह परिक्षण राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की उपस्थिति में पूरा हुआ है, इस लिए इस परिक्षण को विशेष महत्व प्राप्त हुआ है।

‘सैटन-२’गुरुवार रात को पूरे हुए इस परिक्षण में ‘सैटन-२’ (आरएस-२८ सरमैट) इस अंतर महाद्वीपीय परमाणु मिसाइल का परिक्षण ध्यान आकर्षित करने वाला साबित हुआ है। रशिया के पश्चिम में स्थित ‘प्लेस्टेक कोस्मोड्रोम’ से ‘आरएस-२८ सरमैट’ परमाणु प्रक्षेपित किया गया। इस मिसाइल ने करीब ५,७९३ किलो मीटर के दूरी पर स्थित ‘कुरा टेस्ट रेंज’ में लक्ष्य पर सटीक हमला किया, यह जानकारी रशिया के रक्षा विभाग ने दी है।

ध्वनि से २० गुना ज्यादा रफ़्तार वाला यह परमाणु मिसाइल रशिया के बेड़े का सबसे प्रगत परमाणु मिसाइल के तौर पर पहचाना जाता है। सन २०२० तक यह परमाणु मिसाइल रक्षा दल को सौंपने का उद्दिष्ट रखा गया है, जिसके लिए परीक्षणों को तेज किया गया है। पिछले साल अक्टूबर महीने में इस परमाणु मिसाइल की पहली फोटो प्रसिद्ध की गई थी। १०० टन वजन वाले इस परमाणु मिसाइल में एक समय पर कम से कम १० ‘वॉरहेड्स’ ले जाने की क्षमता है , ऐसा दावा किया जाता है।

आरएस-२८ सरमैट के सफल परिक्षण के अलावा ‘टोपोल’ इस अंतर महाद्वीपीय ‘बैलेस्टिक’ मिसाइल साथ ही ‘क्रूज़’ मिसाइलों का भी परिक्षण लिया गया। आर्कटिक क्षेत्र में स्थित ‘बैरेंट्स सी’ साथ ही जापान की उत्तर में स्थित ‘ओखोत्सक सी’ इस इलाके से दो परमाणु पनडुब्बियों ने तीन बैलेस्टिक मिसाइलों का सफल परिक्षण किया।

परमाणु पनडुब्बियों के साथ ही रशियन हवाई दल के बोम्बर्स विमानों द्वारा ‘क्रूज़’ मिसाइलों का परिक्षण किया गया। इसमें ‘टीयु-१६०’, ‘टीयु-९५ एमएस’ और ‘टीयु-२२ एम् 3’ इन बोम्बर्स का समावेश था। कैमचाटका, कोमी रिपब्लिक और कझाकिस्तान में या परिक्षण किए जाने की जानकारी रशियन रक्षा विभाग के अधिकारी ने दी है।

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