सार्क देशों का पाकिस्तान को झटका

न्यूयॉर्क: भारत जैसे ही अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने भी संयुक्त राष्ट्रसंघ के पायदान पर पाकिस्तान पर जोरदार टीका करने के बाद, ‘सार्क’ के अन्य सदस्य देशोंने भी पाकिस्तान को धक्का दिया है। ‘सार्क’ परिषद का आयोजन पाकिस्तान में न करें ऐसी ठोस भूमिका इन देशों ने ली है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा की पृष्ठभूमि पर ‘सार्क’ के सदस्य देशोंने यह निर्णय लिया है। जिसकी वजह से पाकिस्तान राजनीतिक स्तर पर अधिक अकेला होने की बात दिखाई दे रही है।

पाकिस्तान को झटका

सार्क देशों के राजनीतिक अधिकारियों की न्यूयॉर्क में शुक्रवार के दिन बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान के राजनीतिक अधिकारियों ने सार्क परिषद के आयोजन के लिए उत्सुकता दिखाई थी। पर इस प्रस्ताव पर सार्क के सभी देशोंने अपना विरोध जताया है। पाकिस्तान में यह परिषद का आयोजन करने के लिए यह योग्य समय नहीं है, ऐसा सभी सदस्योंने कहा है। इस पर पाकिस्तान को छोड़ते हुए अन्य सभी देशों का एक मत होने की खबर है।

पिछले वर्ष नवंबर महीने में पाकिस्तान में सार्क परिषद का आयोजन किया था। उस समय जम्मू कश्मीर के ‘उरी’ में आतंकवादी हमला हुआ था और उसमें भारत के जवान शहीद हुए थे। उसके बाद क्रोधित भारत ने पाकिस्तान में होने वाले ‘सार्क’ में शामिल होने के लिए इंकार व्यक्त किया था। भारत के बाद बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और भूतान ने भी पाकिस्तान में होनेवाले सार्क पर बहिष्कार जताया है। आगे नेपाल और श्रीलंका ने भी यही भूमिका ली है। इसकी वजह से पाकिस्तान गतिरोधित हुआ है। फिर एक बार ‘सार्क’ के आयोजन की इच्छा रखनेवाले पाकिस्तान के हिस्से घोर निराशा आने की बात दिखाई दे रही है।

दौरान, भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने ‘सार्क’ देशों के सहयोग को लेकर संगठन से ही खतरा निर्माण होने का इशारा दिया है। सीधा उल्लेख न करते विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के विघातक कारवाई पर निशाना साधा है। क्षेत्रीय सहयोग एवं सामंजस्य तथा संचार से मूलभूत सुविधा विकसित करने के लिए, यह क्षेत्र शांत एवं सुरक्षित होना आवश्यक है। इसे आवाहन मिलने की बात कहते हुए विदेशमंत्री स्वराज ने सार्क देशों को इस से सावधान किया है।

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