रशियन पनडुब्बी के सीरिया में मिसाइल हमले

मोस्को: भूमध्य सागर में तैनात रशियन पनडुब्बी ने सीरिया में मिसाइल हमले किए। रशियन सैनिकों पर हमले करने वाले आतंकवादियों को शुक्रवार के हमले में लक्ष्य बनाने की जानकारी रशियन रक्षा मंत्रालय ने दी है। पिछले हफ्ते भर में रशिया ने सीरिया में किया हुआ यह तीसरा हमला है।

रशियन रक्षा मंत्रालय ने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार, रशिया के ‘वेलिकी नोव्हगोरोड़’ पनडुब्बी ने शुक्रवार को सीरिया में हमले किए। सीरिया के ‘इद्लिब’ प्रान्त की ‘जमात अल-नुस्त्र’ इस आतंकवादी संगठन के ठिकानों को रशिया के ‘कैलिबर’ इन प्रगत मिसाइलों ने लक्ष्य बनाया। इस हमले में ‘जमात अल-नुस्त्र’ का कमांड सेण्टर, प्रशिक्षण केंद्र और लश्करी शस्त्रों का भंडार नष्ट होने की जानकारी रशियन रक्षा मंत्रालय ने दी है।

चार दिनों पहले ‘जमात’ के आतंकवादियों ने हमा प्रान्त में तैनात रशिया के सैनिकों पर हमले किए थे। हमा प्रान्त की संघर्षबंदी पर अमल के लिए रशिया के सैनिक यहाँ पर तैनात किए थे। रशियन सैनिकों को घेरकर उनका अपहरण करने की योजना इस आतंकवादी संगठन ने बनाई थी। लेकिन रशियन लश्कर ने आतंकवादियों की इस योजना पर पानी फेर दिया। इसके बाद ‘जमात’ के आतंकवादी ने ‘हमा’ प्रान्त के पडौस में स्थित ‘इद्लिब’ के ठिकाने पर भाग गए। आतंकवादियों के इद्लिब में छिपे होने की जानकारी मिलते ही रशियन पनडुब्बी ने यहाँ पर हमले किए।

रशियन पनडुब्बीपिछले हफ्ते रशिया, तुर्की और ईरान ने इस इलाके को ‘सेफ जोन’ घोषित किया है। ‘सेफ जोन’ घोषित किया गया यह सीरिया का चौथा भूभाग था। इस वजह से अन्य ठिकानों की तरह इस क्षेत्र की संघर्षबंदी कायम रखने के लिए रशिया ने अपने ३० सैनिकों का पथक तैनात किया था। सीरियन लश्कर और बागी इस संघर्षबंदी के साथ बंधे हुए हैं। लेकिन, ‘आयएस’, ‘जमात’ और अन्य आतंकवादी संगठन इस संघर्षबंदी में शामिल नहीं हैं। इस वजह से इन आतंकवादी संगठनों ने संघर्षबंदी का उल्लंघन करने की कोशिश की तो उनपर भीषण हमले करने का इशारा रशिया ने इसके पहले ही दिया था।

दौरान, पिछले डेढ़ साल से रशिया और सीरियन लश्कर आतंकवादियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई कर रहे हैं। इस कार्रवाई को सफलता मिली हैऔर सीरिया का करीब ८७ प्रतिशत भूभाग कब्जे में लेने के साथ ही ‘सेफ जोन’ के तौर पर नियंत्रण में आने की बात रशिया ने घोषित की है। अभी भी ‘राक्का’, ‘इद्लिब’, ‘देर अल-झोर’ और अन्य ठिकानों पर ‘आयएस’ और अन्य आतंकवादी संगठन छिपकर बैठे हैं। इन आतंकवादियों को जल्द ही सीरिया से भगाया जाएगा, ऐसा दावा सीरियन सेना कर रही है।

लेकिन, पिछले कुछ हफ़्तों से सीरिया में रशियन सेना पर हमलों का प्रमाण बढने का दावा रशियन मीडिया कर रही है। इस हफ्ते रशिया साथ ही सीरियन सेना पर हमले की सर्वाधिक घटनाएँ घटी हैं। इदलिब साथ ही हमा प्रान्त के आतंकवादियों ने सीरियन और रशियन सेना पर हमले किए हैं। ‘देर अल-झोर’ क्षेत्र में अमेरिका समर्थक सीरियन बागियों ने लश्कर को लक्ष्य बनाया था। सीरियन बागियों के इस हमले पर रशिया ने तीव्र नाराजगी जताकर अमरीका ने इन बागियों पर नियंत्रण नहीं रखा तो भीषण कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, ऐसा इशारा दिया है।

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