रशिया के पूर्व जासूस लितविनेन्को की हत्या के पीछे रशियन सरकार का हाथ – यूरोपियन अदालत का निर्णय

लितविनेन्को की हत्यालंदन/मास्को – रशिया के पूर्व जासूस अलेक्ज़ैंडर लितविनेन्को की हत्या के पीछे रशियन सरकार का हाथ होने का निर्णय यूरोपियन अदालत ने दिया है। इस मामले में रशियन सरकार ने लितविनेन्को की पत्नी को १.२२ लाख यूरो हर्ज़ाना देने के आदेश भी यूरोपियन अदालत ने दिए है। रशिया ने अदालत का यह निर्णय ठुकराया है और यूरोपियन अदालत को कोई भी अधिकार ना होने की प्रतिक्रिया रशियन प्रवक्ता ने दर्ज़ की है। इसी बीच, वर्ष २०१८ में पूर्व रशियन जासूस और उसकी बेटी की हत्या करने की कोशिश करने के मामले में ब्रिटेन ने तीसरे रशियन अधिकारी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। २४ घंटों के दौरान एक के बाद एक हुई इन गतिविधियों की वजह से ब्रिटेन और रशिया के बीच तनाव अधिक बिगड़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

ब्रिटेन की राजधानी लंदन में वर्ष २००६ में पूर्व जासूस अलेक्ज़ैंडर लितविनेन्को पर ‘पोलोनियम-२१०’ नामक किरणोत्सार का प्रयोग किया गया था। दो रशियन नागरिकों से भेंट के कुछ दिन बाद यह बात सामने आयी थी। इसके तीन हफ्ते बाद अलेक्ज़ैंडर लितविनेन्को की मौत हुई थी। ब्रिटेन ने इस मामले में जाँच करने की बात लितविनेन्को की मौत के पीछे रशिया का हाथ होने की बात स्पष्ट हुई थी। इस पर अब यूरोपियन अदालत ने भी मुहर लगाई है। लितविनेन्को की पत्नी मरिना ने अदालत के निर्णय पर संतोष जताया है और यूरोपियन महासंघ कमज़ोर नहीं है, यह संदेश रशिया को प्राप्त होने का बयान किया है।

लितविनेन्को की हत्यालितविनेन्को ने अपनी मौत से पहले एक निवेदन में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन को हत्या के लिए ज़िम्मेदार बताया था। ब्रिटेन की जांच के बाद भी पुतिन ने हत्या के आदेश दिए होंगे, यही दर्ज़ किया गया था। लेकिन, रशिया ने इन आरोपों को जड़ से खारिज़ किया था। यूरोपियन अदालत का निर्णय भी रशिया ने ठुकराया है। रशियन प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने यूरोपियन अदालत के सामने किसी भी तरह के पुख्ता सबूत ना होने का दावा किया है।

इसी बीच वर्ष २०१८ में ब्रिटेन में पूर्व रशियन अधिकारी सर्जेई स्क्रिपल और उनकी बेटी युलिया पर हुए रासायनिक हमले के मामले में ब्रिटेन ने तीसरे रशियन नागरिक के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। डेनिस सर्जिव नामक रशियन अधिकारी के खिलाफ यह आरोपपत्र पेश किया गया है। इस हमले के लिए रशियन गुप्तचर यंत्रणा ने ‘नोविचोक’ नामक रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल किया था। लेकिन, स्क्रिपल और उनकी बेटी को बचाने में ब्रिटीश यंत्रणा कामयाब हुई थी। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच निर्माण हुआ तनाव चरम स्तर पर जा पहुँचा था। इस दौरान हुई गरमाहट में ब्रिटेन ने रशिया से अपने राजनीतिक अफसरों को वापस बुला लिया था।

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