लीबिया में संघर्ष की आग भडकने की आशंका से रशिया चिंतित

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – लीबिया में बागी संगठनों के नेता जनरल हफ्तार ने त्रिपोली में युद्ध विराम करने का प्रस्ताव ठुकराया है| साथ ही लीबिया की सरकार आतंकी होने का आरोप रखकर त्रिपोली को आथंक से मुक्त करने का ऐलान जनरल हफ्तार इन्होंने की है| लीबियन बागी नेताने किए इस ऐलान पर रशिया ने चिंता व्यक्त की है| साथ ही अगले दिनों में लीबिया में भीषण संघर्ष शुरू होगा, यह इशारा भी रशिया ने दिया है|

लीबिया में शुरू संघर्ष को ४८ दिन पूरे हुए है| जनरल हफ्तार के नेतृत्व के तहेत बागियों ने लीबियन सरकार के विरोध में शुरू किए संघर्ष में अबतक कम से कम पाच सौं लोगों की मौत हुई है और ढाई हजार लोक जख्मी हुए है| वही, त्रिपोली में ७५ हजार लोक विस्थापित हुए| एवं एक लाख से भी अधिक लोग शहरों में शुरू संघर्ष में फंसे है| इसके अलावा लगातार हो रहे संघर्ष के कारण जख्मी और जरूरतमंदों तक जरूरी सहायता पहुंच नही रही है, यह आलोचना अंतरराष्ट्रीय संगठना कर रही है|

इस पृष्ठभूमि पर पिछले कुछ दिनों से लीबियन सरकार और बागियों में युद्ध विराम कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोरदार कोशिश शुरू की थी| फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने इसके लिए पहल की थी| लेकिन, लीबियन गुटों में यह युद्ध विराम नाकाम हुआ है और इससे जुडी बातचीत में फिर से शामिल नही होंगे, ऐसा लीबियन बागियों का नेता जनरल हफ्तार ने कहा था| यह युद्ध विराम नाकाम होने के लिए फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष जिम्मेदार होने का आरोप रखकर जनरल हफ्तार इन्होंने लीबिया में फिर से संघर्ष शुरू करने का ऐलान किया|

लीबिया की इन गतिविधियों पर संयुक्त राष्ट्रसंघ और रशिया ने चिंता व्यक्त की है| लीबिया अब भीषण गृहयुद्ध की दहलिज पर खजा है और यह संघर्ष लंबे समय तक शुरू रहेगा, यह चेतावनी राष्ट्रसंघ के विशेषदूत ‘घासन सलामे’ इन्होंने दिया है| साथ ही इस संघर्ष की वजह से आनेवाले दिनों में लीबिया के टुकडे होंगे, यह चेतावनी भी सलामे इन्होंने दी है| वरी बागी नेता जनरल हफ्तार आनेवाले दिनों में लीबिया में बडी हिंसा करेंगे, यह डर लीबिया में स्थित रशिया के विशेषदूत लेव्ह डेंगोव्ह इन्होंने व्यक्त किया|

इस दौरान लीबिया यह विदेशी हस्तकों का घर साबित होने का आरोप राष्ट्रसंघ के विशेष दूत सलामे इन्होंने किया| लीबिया की गतिविधियों में कम से कम छह से दस देशों का हस्तक्षेप शुरू होने का आरोप सलामे ने रखा है| लेकिन, यह देश लीबिया का संघर्ष रोक सकते है, यह दावा भी उन्होंने किया| संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेषदूत ने इन देशों के नाम घोषित नही किए है| लेकिन, इनमें अमरिका, फ्रान्स, रशिया, इजिप्ट का समावेश होने का आरोप दोनो पक्ष के गुटों से लगातार किया जा रहा है|

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