अमरीका में हुए साइबर हमलों पर कार्रवाई नहीं की, तो रशिया को अंजाम भुगतना पड़ेगा – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन

वॉशिंग्टन/मॉस्को – अमरीका पर हुए रॅन्समवेअर साइबर हमलों के मामले में रशिया कार्रवाई करें। यदि ऐसा न हुआ तो रशिया को उसका अंजाम भुगतना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने दी है। बायडेन की इस चेतावनी पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन से भी प्रतिक्रिया आई। अमरीका ने अभी भी साइबर हमलों के मुद्दे पर जानकारी प्रदान नहीं की है, ऐसा रशिया ने कहा है। अमरीका में पिछले साल भर में एक के बाद एक बड़े साइबर हमले हुए होकर, उनके पीछे रशियन हैकर्स का हाथ माना जाता है।

पिछले महीने में जिनेवा में अमरीका और रशिया के राष्ट्राध्यक्षों की भेंट हुई थी। उस समय, रशिया ने अगर अमरीका के १६ संवेदनशील क्षेत्रों में साइबर हमले की कोशिश की, तो उसे कड़ा प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने डटकर कहा था। इस मुलाकात के कुछ ही हफ्तों में आईटी क्षेत्र की अमरिकी कंपनी ‘कसेया’ के ‘व्हीएसए’ इस सॉफ्टवेअर को लक्ष्य किया गया। इस हमले के कारण अमरीका में सैकड़ों कंपनियों का नुकसान हुआ बताया जाता है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं को इस हमले की तहकिक़ात के आदेश दिए थे।

‘कसेया’ पर हमला करनेवाला ‘रेव्हिल’ यह गुट रशिया से संबंधित होने का दावा किया गया है। इसी पृष्ठभूमि पर, शुक्रवार को राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को फोन करने की बात सामने आई। फोन पर हुए संभाषण में, बायडेन ने साइबर हमलों के विरोध में कार्रवाई करने के मुद्दे पर पुतिन को चेतावनी दी थी, ऐसा बताया जाता है। ‘इसके बाद अगर रशियन भूमि से अमरीका पर रॅन्समवेअर श्रेणि का साइबर हमला हुआ, तो रशिया को उसके विरोध में कार्रवाई करनी ही पड़ेगी। अमरीका ने इस मामले में जानकारी रशिया को दी है। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो रशिया को उसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे’, ऐसी चेतावनी बायडेन ने देने की बात व्हाइट हाउस ने स्पष्ट की। 

अमरीका द्वारा जारी किए गए इस बयान पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने प्रतिक्रिया दी। अमरीका ने साइबर हमलों के मामले में कोई भी जानकारी नहीं दी है, ऐसा पुतिन ने बताया। लेकिन रशिया साइबर हमलों के मुद्दे पर अमरीका के साथ सहयोग करने के लिए तैयार होकर, यह सहयोग नियमित, व्यवसायिक हो और उसके पीछे राजनीतिक हेतु ना हो, ऐसा भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने जताया। इस प्रकार के सहयोग के लिए अमरीका और रशिया की यंत्रणाओं के बीच ‘स्पेशल डाटा शेअरिंग चॅनल्स’ शुरू होने चाहिए, ऐसी माँग रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने की।

अमरीका में पिछले साल हुए ‘सोलरविंड्स’ साइबर हमलों के पीछे रशिया का हाथ होने का आरोप अमरिकी यंत्रणाओं द्वारा किया गया था। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने, इस मामले में रशिया को प्रत्युत्तर देने के लिए विशेष योजना बनाने के निर्देश दिए थे। अमरिकी यंत्रणाओं द्वारा रशिया पर साइबर हमले किए जाएँगे, ऐसी चेतावनी भी दी थी। लेकिन उसके बाद अमरीका पर बड़े पैमाने पर ‘रॅन्समवेअर’ श्रेणी के हमलें हुए होकर, करोड़ों डॉलर की फिरौती भी मांगी जाने की बात सामने आई। इन हमलों के पीछे रशियन हैकर्स का हाथ होने का यकीन हुआ है, ऐसे दावे करके अमरीका ने इस मामले में आक्रामक भूमिका अपनाई है, यह बायडेन के बयानों से दिखाई दे रहा है।

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