रशिया के ‘नैशनल वेल्थ फंड’ से डॉलर को बाहर किया जाएगा – वित्तमंत्री ऐंतोन सिल्युआनोव्ह का ऐलान

‘नैशनल वेल्थ फंड’मास्को – रशियन सरकार के आरक्षित मुद्रा भंड़ार से स्थापित किए जा रहें ‘नैशनल वेल्थ फंड’ से अमरिकी डॉलर को बाहर निकाला जाएगा, ऐसा ऐलान रशिया के वित्तमंत्री ऐंतोन सिल्युआनोव्ह ने किया है। रशिया में हो रहे ‘सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनैशनल इकॉनॉमिक फोरम’ में यह जानकारी प्रदान की गई। जनवरी २०२१ में प्रदान हुई जानकारी के अनुसार, ‘नैशनल वेल्थ फंड’ में १८४ अरब डॉलर्स की निधि है और इनमें से ३५ प्रतिशत निवेश अमरिकी डॉलर्स में हुआ है।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बीते कुछ वर्षों में, अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल कम करने के लिए आक्रामक कदम उठाएँ हैं। बीते वर्ष ही उन्होंने, रशिया के विदेशी मुद्रा भंड़ार में मौजूद अमरिकी डॉलर का हिस्सा कम करने का ऐलान किया था। इसके अनुसार रशिया के सेंट्रल बैंक ने अरबों डॉलर्स कम करके, इसकी मात्रा १० प्रतिशत से भी कम की है, ऐसा कहा जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर, ‘नैशनल वेल्थ फंड’ से डॉलर पूरी तरह से हटाने का ऐलान ध्यान आकर्षित करता है।

‘नैशनल वेल्थ फंड’‘अगले महीने के अन्त तक ‘नैशनल वेल्थ फंड’ में डॉलर का हिस्सा शून्य किया जाएगा। यह प्रक्रिया तेज़ गति से पूरी करने के लिए कदम उठाएँ जाएँगे। रशिया के सेंट्रल बैंक ने भी इस तरह की प्रक्रिया शुरू की है’, इन शब्दों में अर्थमंत्री ऐंतोन सिल्युआनोव्ह ने संबंधित निर्णय की जानकारी साझा की। ‘रशिया की अर्थव्यवस्था में अमरिकी डॉलर का हिस्सा कम करने की प्रक्रिया लगातार जारी है। सिर्फ रशिया ही नहीं, बल्कि विश्‍व के कई देश अमरिकी डॉलर पर ‘नैशनल वेल्थ फंड’बनी निर्भरता कम करने की गतिविधियाँ कर रहें हैं। यह बात अब खुली आँख से दिखाई देने लगी है’, इन शब्दों में रशिया के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने इस निर्णय का समर्थन किया है।

नई रचना के अनुसार ‘नैशनल वेल्थ फंड’ में युरो का हिस्सा ४० प्रतिशत और चीन के युआन का हिस्सा ३० प्रतिशत रहेगा। सोने में होनेवाले निवेश का हिस्सा २० प्रतिशत रहेगा, यह कहा जा रहा है। इसके अलावा ब्रिटीश पौंड और जापान के येन का हिस्सा पांच-पांच प्रतिशत रहेगा। आर्थिक संकट के दौर में हुआ नुकसान दूर करने के लिए एवं अन्य संबंधित प्रावधानों के लिए ‘नैशनल वेल्थ फंड’ स्थापित किया गया है। इनमें से आरक्षित निधि, ‘बैंक ऑफ रशिया’ के माध्यम से, परंपरागत नज़रिये से सुरक्षित संपत्ति के तौर पर पहचाने जा रहें सोने में निवेश करने के लिए इस्तेमाल हो सकती है, ऐसे आदेश रशिया के प्रधानमंत्री मिखाईल मिशुस्तिन ने बीते महीने ही जारी किए थे।

रशिया का आरक्षित सोने का भंड़ार २,२९८ टन पर जा पहुँचा है। रशिया का विदेशी मुद्रा भंड़ार अब ६०० अरब डॉलर्स हुआ है और इसमें १३० अरब डॉलर्स से भी अधिक मूल्य के सोने का भंड़ारण है। विदेशी मुद्रा भंड़ार में सोने का हिस्सा २२ प्रतिशत हुआ है और रशिया के इतिहास में पहली ही बार, अमरिकी डॉलर्स की तुलना में सोने मे किया गया निवेश ज़्यादा हुआ है।

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