युक्रैन के मुद्दे पर रशिया की अमरीका को चेतावनी

russia-warns-usमास्को/वॉशिंग्टन – युक्रैन ने नाटो के साथ युद्धाभ्यास करने का ऐलान करने के बाद रशिया ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। युक्रैन और उसे समर्थन दे रहे पश्‍चिमी देश उनकी उकसानेवाली हरकतों के परिणामों का अहसास रखें, ऐसी चेतावनी रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्कोव ने दी। रशिया ने इस मुद्दे पर अमरीका के वरिष्ठ अफसरों से बातचीत करने की जानकारी भी रशियन मंत्री ने प्रदान की। रशियन मंत्री के इस इशारे से पहले अमरिकी विदेश विभाग ने रशिया को संघर्ष भड़कानेवाले कदम ना उठाने का इशारा दिया था।

वर्ष २०१४ से रशिया और युक्रैन के बीच जारी संघर्ष अभी थमा नहीं है बल्कि, बीते कुछ दिनों में यह संघर्ष अधिक तीव्र होने के संकेत प्राप्त हुए हैं। रशिया ने युक्रैन की सरकार और इसका समर्थन कर रही अमरीका एवं नाटो सदस्य देशों की आक्रामक गतिविधियाँ शुरू होने का दावा किया है। युक्रैन की सरकार ने रशिया पर लगाए प्रतिबंध, युक्रैन के लिए अमरीका ने घोषित की हुई रक्षा सहायता एवं नाटो की जारी लष्करी गतिविधियों की ओर रशिया ने ध्यान आकर्षित किया है।

दूसरी ओर युक्रैन, अमरीका और नाटो सदस्य देश यह दावे कर रहे हैं कि, रशिया आक्रामक लष्करी गतिविधियाँ कर रही है। इस पृष्ठभूमि पर रशिया और अमरीका के वरिष्ठ अफसरों की बातचीत और इसके बाद रशियन मंत्री ने दी चेतावनी ध्यान आकर्षित कर रही है। यह इशारा देते समय रशियन उप-मंत्री ने युक्रैन की उकसानेवाली हरकतों के लिए अमरीका और नाटो सदस्य देशों का समर्थन होने का आरोप भी किया है।

russia-warns-usरशिया के इन आरोपों से पहले अमरीका के विदेश विभाग ने युक्रैन के आरोपों का समर्थन करनेवाला बयान किया है। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राईस ने रशिया की लष्करी गतिविधियों को लेकर युक्रैन ने साझा की हुई जानकारी में सच्चाई है और इसको लेकर रशिया को संयम बरतने की आवश्‍यकता है, यह इशारा दिया था। इसी के साथ इस क्षेत्र की समस्याओं का हल निकालने के लिए रशिया से बातचीत के लिए अमरीका तैयार होने की बात भी उन्होंने कही थी।

इसी बीच अमरीका और ब्रिटेन की मिसाइल तैनाती पर भी रशिया ने नया इशारा दिया है। russia-warns-us‘हमने बातचीत के दरवाज़े अभी बंद नहीं किए हैं। लेकिन, मौजूदा स्थिति में मिसाइलों के खतरों पर प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया द्वारा लष्करी विकल्पों का इस्तेमाल करने की अधिक संभावना है’, ऐसा इशारा रशिया के विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने दिया है।

अमरीका और ब्रिटेन दोनों ने बीते महीने में नए मिसाइलों की तैनाती का ऐलान किया था। इसके अनुसार इंडो-पैसिफिक एवं एशियाई महाद्विप में मध्यम एवं छोटी दूरी के मिसाइलों की तैनाती होगी। अमरीका और ब्रिटेन की यह मिसाइल तैनाती रशिया विरोधी होने का आरोप रशिया ने किया है। रशिया ने इस मुद्दे पर पहले भी अपनी नाराज़गी व्यक्त की थी। लेकिन, अब युक्रैन के मुद्दे पर तनाव बढ़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं और ऐसे में रशिया ने इसी मुद्दे पर फिर से इशारा देना ध्यान आकर्षित करता है।

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