ज़रूरत पड़ने पर रशिया तुर्की के ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डे का इस्तेमाल करें : तुर्की द्वारा रशिया को प्रस्ताव

अंकारा, दि. २१ (वृत्तसंस्था) – सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ़ चल रहें संघर्ष में रशिया के साथ शामिल होने के लिए तैयारी दर्शाने के बाद, तुर्की ने रशिया के सामने तुर्की के ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा है| फिलहाल इस हवाई अड्डे पर अमरिकी सेना तैनात है।

Binali Yıldırımऐसे में, रशिया को इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने के लिए तुर्की द्वारा दिया गया प्रस्ताव अमरीका को चौंका देनेवाला है| पिछले सप्ताह, सीरिया में चल रहे संघर्ष में ईरान ने, आतंकवादियों के खिलाफ़ हमलें करने के लिए रशियन लड़ाकू विमानों को अपना हवाई अड्डा इस्तेमाल करने दिया था| उसपर अमरीका ने नाराज़गी जताई थी| इस पृष्ठभूमि पर, तुर्की द्वारा रशिया को दिया गया यह प्रस्ताव अमरीका की चिंता बढ़ानेवाला है|

‘ ‘आयएस’ पर हमले के लिए तुर्की ने अपना ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डा खुला किया है| फिलहाल अमरीका, जर्मनी और क़तार द्वारा इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल किया जा रहा है| आनेवाले समय में अन्य देश भी, ‘आयएस’ पर हमले चढ़ाने के लिए इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर सकते हैं’ ऐसी जानकारी तुर्की के प्रधानमंत्री ‘बिनाली ईल्दिरीम’ ने स्थानीय समाचारवाहिनी से बात करते समय दी| ‘लेकिन क्या तुर्की रशिया को इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने की अनुमती देगा?’ इस सवाल का जवाब देते हुए, ‘यदि आवश्यकता हो, तो रशिया इंसर्लिक का ज़रूर इस्तेमाल करें’, ऐसा तुर्की के प्रधानमंत्री ने कहा| लेकिन ‘इंसर्लिक के लिए रशिया तुर्की पर दबाव डाल रहा है’ इन वृत्तों का प्रधानमंत्री बिनाली ने खंडन किया|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने दस दिन पहले रशिया का दौरा किया था| इस दौरे में एर्दोगन ने, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन से मुलाक़ात करते समय, सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ़ चल रहे संघर्ष में रशिया को सहयोग देने का प्रस्ताव दिया था| रशिया ने इसपर प्रतिक्रिया देने से इन्कार करते हुए, आनेवाले दिनों में दोनों देशों में सीरिया के मसले पर चर्चा होगी, ऐसा स्पष्ट किया था|

turkey-incirlik-base- ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डे

लेकिन तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने रशिया के सामने ‘इंसर्लिक’ का प्रस्ताव रखा होने का दावा रशिया के संसद सदस्य ‘इगोर मोरोझोव्ह’ ने किया| सामरिक तौर पर, ‘इंसर्लिक’ का इस्तेमाल रशिया के लिए महत्त्वपूर्ण साबित हो सकता है| साथ ही, आतंकवाद के खिलाफ़ चल रहे संघर्ष में सहायक हो सकता है, ऐसा दावा इगोर ने किया| रशियन संसद सदस्य का यह दावा तुर्की के प्रधानमंत्री ने झूठला दिया|

‘रशिया पहले से ही ‘आयएस’ पर के हमलों के लिए पश्‍चिमी सीरिया के ‘खेमिम’ हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर रहा है| इस हवाई अड्डे से ‘आयएस’ के ठिकानों पर हमला करना रशिया के लिए आसान है| इसलिए रशिया को इंसर्लिक की ज़रूरत नहीं होगी’ ऐसा दावा भी प्रधानमंत्री बिनाली ने किया| लेकिन पिछले कुछ दिनों में ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डे पर सन्देहास्पद गतिविधियाँ शुरू है, ऐसा दावा युरोप की मीड़िया कर रही है|

पिछले महीने हुए विद्रोह के दौरान, एर्दोगन सरकार के खिलाफ़ विद्रोह करनेवालों ने ‘इंसर्लिक’ का इस्तेमाल किया था, ऐसा आरोप एर्दोगन सरकार कर रही है| उसके बाद एर्दोगन सरकार ने ‘इंसर्लिक’ हवाई अड्डे पर तीन बार कार्रवाई की है| वहीं, अमरीका भी इस हवाई अड्डे पर रखे गए अपने एटमी बमों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, ऐसी ख़बरें प्रकाशित हो रही हैं| इस हवाई अड्डे पर अमरीका के लगभग ५० एटमी बम होने का दावा किया जाता है| साथ ही, तुर्की में फिर एक बार विद्रोह की शंका जताते हुए अमरीका ने ये एटमी बम पूर्व यूरोप के रूमानिया में तैनात करने की लिए गतिविधियाँ शुरू की हैं, ऐसी ख़बर ‘इझव्हेस्तिया डेली’ ने प्रकाशित की थी| लेकिन रूमानिया ने ये दावा झूठला दिया है|

वहीं, तुर्की ने इंसर्लिक पर की हुई कार्रवाई और अमरीका पर किये हुए आरोपों के कारण, तुर्की और नाटो के बीच के संबंधों में दरार पैदा हो गयी है| नाटो के सदस्य देश तुर्की को सुरक्षा तकनीक देने से मुक़र रहे हैं, ऐसा आरोप तुर्की के विदेश मंत्री ‘मेवलूत कावूसोग्लू’ ने किया था| ‘इसलिए तुर्की को भी स्वयंपूर्ण रक्षा उद्योग क्षेत्र का निर्माण करना होगा, जिसके लिए रशिया के साथ सहयोग करने के लिए तुर्की तैयार है’ ऐसी घोषणा कावूसोग्लू ने हफ़्ते भर पहले की थी|

इसी दौरान ईरान ने भी, रशिया ‘हमादान’ हवाई अड्डे का इस्तेमाल दीर्घ काल तक कर सकता है, ऐसा घोषित किया है| पिछले सप्ताह से रशिया के लड़ाकू जेट्स ने, ‘हमादान’ से सीरिया में ‘आयएस’ के ठिकानों पर हमले शुरू किये हैं| रशिया और ईरान के इस सहयोग पर ऐतराज़ जताते हुए अमरीका ने, रशिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा लगायी गयीं पाबंदियों का उल्लंघन किया गया, ऐसी आलोचना की थी| लेकिन रशिया और ईरान ने अमरीका के इन आरोपों को ठुकरा दिया था|

इस पृष्ठभूमि पर, रशिया तुर्की के इंसर्लिक हवाई अड्डे का इस्तेमाल करता है, तो फिर अमरीका से इस पर तीव्र प्रतिक्रिया आ सकती है|

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