सर्जिकल स्ट्राईक को रशिया का समर्थन

नई दिल्ली, दि. ३ (वृत्तसंस्था) – ‘पीओके’ में भारत ने किये ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ को रशिया ने समर्थन दिया है| भारत में रशिया के उच्चायुक्त ‘अलेक्झँडर कडाकीन’ ने, ‘अपनी रक्षा के लिए भारत ने की कार्रवाई सही थी’ ऐसा कहा है| इतना ही नहीं, बल्कि उरी में हुए आतंकवादी हमले का सबसे पहले निषेध करते हुए रशिया ने भारत को समर्थन दिया था, इसकी ओर भी कडाकीन ने ग़ौर फ़रमाया है|

सर्जिकल स्ट्राईकभारतीय समाचारवाहिनी को दिये इंटरव्यू में कडाकीन ने, ‘जम्मू-कश्मीर में भारत मानवाधिकारों का हनन कर रहा है’ इस पाकिस्तान द्वारा लगाये गये इल्ज़ाम को झुठलाया है| ‘आतंकवाद यह मानवाधिकार का सबसे बड़ा हनन है’ ऐसा कहते हुए, अपनी रक्षा के लिए कार्रवाई करने का अधिकार हर एक देश को है, ऐसा कडाकीन ने कहा|

उरी में किये गए आतंकवादी हमले पर सबसे पहले रशिया ने निषेध जताया था और पाकिस्तान आतंकवादियों को मदद करना बंद करें, ऐसी मॉंग रशिया ने सबसे पहले की थी, इसका भी रशियन उच्चायुक्त ने ज़िक्र किया| साथ ही, रशिया और पाकिस्तान में चल रहे सेना अभ्यास पर भारत को चिंता करने जैसी कोई बात नहीं, ऐसा आश्‍वासन कडाकीन ने दिया है|

पाकिस्तान के साथ रशिया के जवान आतंकवादविरोधी कार्रवाई के लिये युद्धअभ्यास कर रहे हैं| आतंकवादी हमले के लिए सेना का इस्तेमाल ना होने दें, इसके पाठ रशियन सेना पाकिस्तानी सेना को दे रही है और यह बात भारत के फ़ायदे की ही है, ऐसा कडाकीन ने स्पष्ट किया| साथ ही, रशिया और पाकिस्तान के बीच का यह युद्धअभ्यास ‘पीओके’ के इलाके में आयोजित किया गया है, यह गलत जानकारी मीडिया में उछाली गई थी, इसपर भी कडाकीन ने नारा़ज़गी जताई|

इसी दौरान, इस युद्धाभ्यास की वजह से रशिया भारत से दूर गया है और पाकिस्तान रशिया के नज़दीक आ रहा है, ऐसा दावा पाकिस्तानी विशेषज्ज्ञ कर रहे थे| लेकिन इस युद्धाभ्यास के बाद भी रशिया और भारत के संबंधों पर कोई भी असर नहीं हुआ है| ‘पीओके’ में भारतीय सेना ने किए सर्जिकल स्ट्राईक को समर्थन देकर रशिया ने, भारत के साथ अपनी दोस्ती बरक़रार है, ऐसा संदेश दिया है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.