सोवियत रशिया के विभाजन के बाद पहली बार रशिया भव्य युद्धाभ्यास आयोजित करेगा – रशिया के साथ चीन के रक्षा दल भी शामिल होंगे

मॉस्को: ४० वर्ष पहले सोवियत रशिया का विभाजन होने के बाद पहली बार रशिया अपने लष्करी सामर्थ्य का सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाला है। डेढ़ लाख से अधिक सैनिक, तोफ़, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर एवं बड़े शस्त्रास्त्र भंडार के साथ रशिया युद्ध अभ्यास का आयोजन कर रहा है, ऐसी घोषणा रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने की है। यह अबतक होने वाला सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा और चीन एवं मंगोलिया के लष्कर भी इस युद्धाभ्यास में शामिल होंगे ऐसी जानकारी रशियन रक्षा मंत्री ने दी है।

रशियन रक्षा दल के शस्त्र सज्जता का निरीक्षण करने के लिए वोस्तोक -१८ युद्धाभ्यास आयोजित करने की बात रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू ने कही है। आने वाले महीने में ११ से १५ सितंबर ऐसे ५ दिन इस युद्धाभ्यास का आयोफ़न होगा, ऐसी बात सर्जेई शोईगू ने कही है। रशिया के पूर्वी भाग में साइबेरिया के विस्तृत भाग में आयोजित होने वाला यह युद्धाभ्यास अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा। इसके लिए रशियन रक्षामंत्री ने सोवियत रशिया के समय में १९८१ वर्ष में हुए झैपड़-८१ की याद दिलाई।

सोवियत रशिया, विभाजन, पहली बार, भव्य युद्धाभ्यास, आयोजित, चीन, रक्षा दल, शामिलझैपड-८१ में सोवियत रशिया के लगभग डेढ़ लाख सैनिक शामिल हुए थे। सोवियत रशिया के इतिहास में झैपड-८१ युद्धाभ्यास सबसे बड़ा माना जा रहा था। पर वोस्तोक-१८ झैपड से भी भव्य होगा, ऐसी जानकारी सर्जेई शोईगू ने दी है। सबसे अधिक सैनिकों का समावेश और बहुत बड़ा भूभाग व्यापने वाला यह अभूतपूर्व युद्धाभ्यास होगा, ऐसी घोषणा रशिया के रक्षा मंत्री ने की है। रशिया के साथ चीन एवं मंगोलिया के लष्कर भी शामिल होंगे। वोस्तोक-२०१८ में चीन के ३२०० सैनिक ९०० लष्करी वाहन ३० लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर शामिल होंगे, ऐसी जानकारी चीन के रक्षा मंत्रालय ने दी है।

१९८१ वर्ष में हुए झैपड-८१ इस युद्धाभ्यास के बारे में अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा सीआईए ने कई बातें दर्ज की है। झैपड-८१ इस युद्ध अभ्यास में सोवियत रशिया ने उस समय अंतर खंडीय मिसाइलों के साथ प्रगत मिसाइलों का परीक्षण किया था। उस समय तो लड़ाकू विमान के साथ रशिया ने वास्तविक युद्ध का माहौल तैयार किया था।

तथा २०१४ वर्ष में हुए वोस्तोक इस युद्धाभ्यास में रशिया के एक लाख ५५ हजार सैनिक, ८००० से अधिक तोंफ, लष्करी वाहन तथा लगभग ६०० से अधिक लड़ाकू विमान और ८० युद्ध विध्वंसक शामिल हुए थे। इस युद्धाभ्यास की तुलना में वोस्तोक-२०१८ अधिक भव्य होगा ऐसा कहकर सर्जेई शोईगू ने रशिया के युद्धाभ्यास की कल्पना दी है। अमरिका और नाटो के साथ संबंध बिगड़ते समय रशिया का युद्धाभ्यास अमरिका और रशिया के संबंधों में बना तनाव बढ़ा सकता है।

दौरान अमरिका ने रशिया चीन ईरान एवं तुर्की पर जारी किया आर्थिक प्रतिबंध इन देशों को साथ लाने में विवश करेगा। अमरिका के विरोध में रशिया और चीन जैसे नेतृत्व में स्वतंत्र गट तैयार होगा, ऐसी चेतावनी कई दिनों पहले यूरोप में विश्लेषकों ने दी थी। आने वाले महीने में रशिया एवं चीन के वोस्तोक-२०१८ युद्धाभ्यास अमरिका विरोध का एक भाग माना जा रहा है।

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