‘नॉर्ड स्ट्रिम 2’ द्वारा रशिया युरोप को अतिरिक्त गैस सप्लाई कर सकता है – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन

मॉस्को – ‘युरोपीय महासंघ की ऊर्जा नीतियों के कारण युरोप में निर्माण हुई गैस की किल्लत और रिकॉर्ड दरवृद्धि पर रशिया के पास उपाय है। ‘नॉर्ड स्ट्रिम 2’ पाईपलाईन के द्वारा रशिया युरोपीय देशों को अतिरिक्त और तुरंत गैस सप्लाई कर सकता है। लेकिन इसके लिए जर्मनी ने हां कहने की आवश्यकता है’, ऐसा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने कहा है। ऊर्जा किल्लत के संकट में फँसे युरोपीय देशों के लिए रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दिया यह प्रस्ताव बहुत ही आकर्षक साबित होता है।

Nord-Stream-2इस महीने की शुरुआत में ही रशिया ने नॉर्ड स्ट्रिम 2 पाईपलाईन में नैसर्गिक इंधनवायु यानी गैस भरने की प्रक्रिया शुरू की थी। युरोप में एनर्जी क्राइसिस और अमरीका तथा युरोप के कुछ देशों का विरोध रहने के बावजूद भी रशिया ने यह प्रक्रिया शुरू करने के कारण कइयों को हैरानी हुई थी। १,२३० किलोमीटर लंबाई की इस पाइपलाइन के माध्यम से युरोपीय देशों को ११० अरब घन मीटर तक गैस सप्लाई करने का यकीन रशिया ने दिलाया था।

नॉर्ड स्ट्रिम 2 पाईपलाईन यह रशिया के लिए रणनीतिक विजय होने का दावा किया गया था। वहीं, बाल्टिक सागर क्षेत्र से होकर जानेवाली इस पाईपलाइन का इस्तेमाल रशिया ने भू-राजनीतिक उद्देश्य पूरा करनेवाले सामरिक अस्त्र के रूप में ना करें, ऐसी चेतावनी जर्मनी ने कुछ दिन पहले दी थी। इसके बाद गुस्सा हुए रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने जर्मनी का यह आरोप ठुकराया था। रशिया इस पाईपलाइन का इस्तेमाल सामरिक शस्त्र के रूप में नहीं, बल्कि युरोप के देशों की इंधन किल्लत के लिए सहायता के तौर पर कर रहा है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा था।

Putin-gas-supplyगुरुवार को माध्यमों के साथ बातचीत करते समय रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने फिर एक बार युरोपीय देशों को नॉर्ड स्ट्रिम 2 पाईपलाईन के द्वारा गैस की सप्लाई करने की तैयारी ज़ाहिर की। ‘इस पाईपलाईन के पहले कनेक्शन में पहले ही गैस भरा होकर, जर्मनी के हाँ कहने पर तुरंत यह गैस सप्लाई शुरू होगी। आज अनुमति मिली, तो कल १७.५ अरब क्युबिक मीटर इतने पैमाने पर गैस सप्लाई शुरू हो सकती है। वहीं, साल के अंत तक दूसरे कनेक्शन में गैस सप्लाई शुरू होगी’, ऐसी जानकारी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी। इससे युरोपीय देश उर्जा किल्लत के संकट से बाहर निकल सकते हैं, इस पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने गौर फरमाया।

गुरुवार और शुक्रवार को ब्रुसेल्स में नाटो सदस्य देशों के रक्षामंत्रियों की बैठक जारी है। ऐसी परिस्थिति में रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने युरोप को यह प्रस्ताव दिया होने पर युरोपीय विश्लेषक गौर फरमा रहे हैं।

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