अमरिकी विध्वंसक को लेकर रशिया के दावे गलत – रशिया के दावे अमरिकी नौसेना ने ठुकराए

अमरिकी नौसेनावॉशिंग्टन/मास्को – रशिया की युद्धपोत ने इशारे देकर अमरिकी युद्धपोत को भगाने का दावा अमरिकी नौसेना ने स्पष्ट शब्दों में ठुकराया है। शुक्रवार के दिन ‘सी ऑफ जापान’ में गश्‍त लगा रही ‘यूएसएस चैफी’ नामक विध्वंसक को रशियन सीमा से भगाने की जानकारी रशिया के रक्षा विभाग ने प्रदान की थी। इस घटना को लेकर इशारा देने के लिए रशिया ने अमरिकी सेना के प्रतिनिधि को समन्स भी थमाए थे। शुक्रवार के दिन इस घटना के दौरान रशिया और चीन की नौसेनाओं का युद्धाभ्यास जारी था। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विध्वंसक की रशिया की सीमा के पासवाले क्षेत्र में मौजूद होना ध्यान आकर्षित करता है। अमरीका और रशिया की नौसेनाओं ने ‘सी ऑफ जापान’ में एक-दूसरे के सामने आना इस वर्ष की यह दूसरी घटना है।

गुरूवार से रशिया के पूर्वीय समुद्री क्षेत्र में नौसेनाओं का ‘रशिया-चीन जॉर्इंट सी २०२१’ युद्धाभ्यास शुरू हुआ। इससे पहले रशिया ने ‘सी ऑफ जापान’ के कुछ क्षेत्र में ‘नोटीस टू एअरमन ऐण्ड मरीनर्स’ जारी किया था। शुक्रवार शाम को तकरीबन पांच बजे अमरीका के ‘निमित्ज़ कैरिअर ग्रूप’ की प्रगत विध्वंसक ‘यूएसएस चैफी’ गश्‍त लगा रही थी। इसी दौरान रशिया की युद्धपोत ‘एडमिरल ट्रिब्युटस्‌’ अमरिकी विध्वंसक के करीब पहुँची। अमरीका की विध्वंसक रशियन सीमा में पहुँचने का दावा करके ‘रेडियो वॉर्निंग’ जारी की गई।

लेकिन, अमरिकी युद्धपोत ने मार्ग में बदलाव ना करने से रशियन युद्धपोत ने उसका पीछा करके उसे रशियन सीमा से दूर भगाया, यह दावा रशिया के रक्षा विभाग ने किया। अमरिकी विध्वंसक की गतिविधियाँ अंतरराष्ट्रीय नियम एवं अमरीका और रशिया के समझौते का उल्लंघन होने का आरोप भी रशिया ने लगाया। घटना बड़ी गंभीर होने से रशिया ने अमरिकी सेना प्रतिनिधि को समन्स थमाकर सख्त भूमिका अपनाई, यह दावा भी रशिया ने किया है। लेकिन, रशिया के दावे अमरीका ने ठुकराए और अमरीका की ‘पैसिफिक अमरिकी नौसेनाफ्लीट’ ने इस घटना पर स्वतंत्र निवेदन जारी किया।

‘दो युद्धपोतों में हुई घटना को लेकर रशिया के रक्षा विभाग ने साझा की हुई जानकारी गलत है। ‘यूएसएस चैफी’ युद्धपोत ‘सीऑफ जापान’ में नियमित गश्‍त की मुहिम पर थी। रशिया की विध्वंसक अमरिकी विध्वंसक से मात्र ६५ यार्ड दूरी पर पहुँची थी। दोनों युद्धपोतों में संदेशों का आदान-प्रदान सुरक्षित और पेशेवर स्तर का था। अमरिकी युद्धपोत अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार मुहिम पर थी। अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करके अमरिकी यंत्रणा अपने यातायात का अधिकार निभाएगी’, यह अमरीका द्वारा स्पष्ट किया गया।

अमरीका ने रशिया द्वारा दवा किए गए ‘पीटर द ग्रेट गल्प’ नामक समुद्री क्षेत्र के करीब युद्धपोत भेजने का इस वर्ष का दूसरा अवसर है। बीत वर्ष नवंबर में अमरिकी प्रगत विध्वंसक ‘यूएसएस जॉन मैक्कैन’ ने रशियन सीमा के पास गश्‍त लगाई थी। तब भी रशिया ने अमरिकी विध्वंसक को खदेड़ने के दावे किए थे। इस बार घटना के दौरान इस क्षेत्र में रशिया और चीन की नौसेनाओं का व्यापक युद्धाभ्यास जारी था। इस वजह से अमरिकी युद्धपोत ने इस क्षेत्र में गश्‍त लगाना ध्यान आकर्षित करता हैं।

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