अमरीका की प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणाली के खिलाफ रशिया और चीन मिलकर काम करेंगे : रशिया के वरिष्ठ अधिकारी का ऐलान

मॉस्को, दि. १२ (वृत्तसंस्था) – युरोप और एशिया में अमरीका द्वारा तैनात हो रही प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणाली को जवाब देने के लिए रशिया और चीन हाथ मिला चुके हैं, ऐसा ऐलान रशिया के सेनाप्रमुख लेफ्टनंट जनरल ‘व्हिक्टर पोझिखिर’ ने किया| कुछ घंटे पहले ही, रशिया और चीन के अधिकारियों में इस मसले पर चर्चा हुई, ऐसे पोझिखिर ने बताया| युक्रेन और सीरिया के मसले पर अमरीका और रशिया के बीच का विवाद तीव्र हो चुका है और ऐसे समय पर रशिया के सेना अधिकारी द्वारा यह ऐलान किया गया है|

रशिया और चीनचीन में इस समय मित्रदेशों की सुरक्षा बैठक शुरू है| अमरीका पुरस्कृत ‘शांग्री-ला’ सुरक्षा बैठक को चुनौती देने के लिए चीन द्वारा इस बैठक का आयोजन किया गया है| इस बैठक में रशिया के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टनंट जनरल ‘व्हिक्टर पोझिखिर’ ने अमरीका के प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणाली की तैनाती की कड़ी आलोचना की| अमरीका द्वारा पूर्व युरोपीय देशों में तैनात हो रही ‘पॅट्रियट’ तथा दक्षिण कोरिया में तैनात हो रही ‘थाड’ इन दोनो प्रणालियों पर पोझिखिर ने सवाल खडे किये हैं|

अमरीका पूर्व युरोप के रोमानिया में ‘पॅट्रियॉट’ प्रेक्षपास्त्रभेदी प्रणाली तैनात कर रही है| इस प्रणाली के रडार्स पोलंड और झेक प्रजासत्ताक इन देशों में तैनात होंगे| अमरीका की इस प्रक्षेपास्त्रभेदी यंत्रणा पर नाटो का नियंत्रण रहनेवाला है। इराण के संभावित प्रक्षेपास्त्र हमले से युरोपीय मित्रदेशों की रक्षा करने के लिए इस प्रणाली की तैनाती हो रही है, ऐसा दावा अमरीका ने किया है| पर ‘पॅट्रियॉट’ की तैनाती हमारे खिलाफ है, ऐसा इल्ज़ाम रशिया द्वारा लगाया गया है|

रशिया और चीनलेफ्टनंट जनरल ‘व्हिक्टर पोझिखिर’ ने चीन में हुई बैठक में अमरीका को निशाना बनाते हुए, ‘पॅट्रियॉट’ प्रक्षेपास्त्र रशिया और चीन तक को लक्ष्य बना सकते हैं और इसकी सहायता से अमरीका परमाणु बम का हमला भी कर सकता है, ऐसी जानकारी दी। साथ ही पूर्व युरोप पर होनेवाले हमले भी रोके जा सकते है| साथ ही, उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्रों को नष्ट करने के लिए दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ की तैनाती हो रही है, ऐसा अमरीका ने हालाँकि कहा है, मग़र फिर भी यह प्रणाली भी चीन और रशिया के खिलाफ ही है, ऐसा इल्ज़ाम पोझिखिर ने लगाया है|

युरोप और दक्षिण कोरिया में तैनात हो रहे अमरीका के दोनों प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणालियों के पास ‘सेकंड स्ट्राईक’ की क्षमता है| कुछ भी हो जाये, लेकिन इन प्रणालियों की तैनाती पर अमरीका दृढ है| इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका की दोनों प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणालियों से रशिया और चीन को समान रूप से ख़तरा है तथा उसका जवाब देने के लिये ही दोनों देशों ने हाथ मिलाया है, ऐसे रशियन अधिकारी ने बताया| इससे अमरीका की प्रक्षेपास्त्रभेदी प्रणाली का ख़तरा कम किया जा सकता है, ऐसा दावा लेफ्टनंट जनरल ‘व्हिक्टर पोझिखिर’ ने किया|

इसी बीच, मई महीने में अमरीका ने रोमानिया में ‘पॅट्रियॉट’ प्रणाली का एक हिस्सा तैनात किया है और सन २०१८ तक पूरी प्रणाली सक्रिय होगी, ऐसा कहा जा रहा है| अमरीका और नाटो द्वारा पूर्व युरोपीय देशों की सरहद के पास हो रहीं इन सैनिकी गतिविधियों के चलते, रशिया ने ‘इस्कंदर’ प्रक्षेपास्त्र पोलंड की सरहद के पास तैनात किये हैं|

वहीं, दक्षिण कोरिया में छः ‘थाड’ प्रणालियाँ तैनात करने के लिए अमरीका के ज़ोरदार प्रयास शुरू हैं| इस साल के अंत तक यह प्रणाली तैनात करते हुए, अगले साल उसे कार्यान्वित किया जायेगा, ऐसा ऐलान अमरीका ने किया है|

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