रशिया द्वारा चीन पर जासूसी का आरोप – आर्क्टिक में वैज्ञानिक व्हॅलरी मिटको गिरफ़्तार

russia-china-flagमॉस्को/बीजिंग – चीन ने जासूसी के माध्यम से रशियन वैज्ञानिकों से संवेदनशील जानकारी हासिल की होने का आरोप रशियन सुरक्षा यंत्रणाओं ने किया है। इस मामले में, आर्क्टिक क्षेत्र में कार्यरत रशिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक व्हॅलरी मिटको को गिरफ़्तार किया गया है और उनपर जासूसी के आरोप रखे गये हैं। पिछले चार वर्षों में चीन के लिए जासूसी करनेवाले रशियन वैज्ञानिक की गिरफ़्तारी होने की यह दूसरी घटना है। रशिया यह चीन का सबसे क़रीबी मित्रदेश जाना जाता है। ऐसा होने के बावजूद भी चीन की जासूसी और रशिया द्वारा उसपर की जानेवाले कार्रवाई की घटना, दो देशों के संबंधों में होनेवाला तनाव दर्शानेवालीं हैं।

पिछले कुछ वर्षों में आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमरीका के ख़िलाफ़ रशिया-चीन का मोरचा आकार धारण कर रहा होने का चित्र दिखायी दे रहा है। वित्त, व्यापार और सामरिक क्षेत्रों में दो देशों ने आपसी साझेदारी अधिक दृढ़ होनेवाले कई निर्णय किये थे। रशिया और चीन ने कई जागतिक मुद्दों पर एकसाथ आकर, एक-दूसरे की भूमिका का ज़ोरदार समर्थन भी किया था। लेकिन उसी समय, चीन द्वारा रशियन तंत्रज्ञान की होनेवाली चोरी और जासूसी की घटनाओं से, दो देशों के बीच का तनाव भी लगातार सामने आता रहा है।

Russian scientist Valery Mitkoआर्क्टिक में हुई रशियन वैज्ञानिक व्हॅलरी मिटको की गिरफ़्तारी से इन तनावपूर्ण संबंधों की पुष्टि हुई दिख रही है। रशिया की ‘फेडरल सिक्युरिटी सर्व्हिस’ ने व्हॅलरी मिटको पर, पनडुब्बी की खोज करने के संदर्भ में तंत्रज्ञान की गोपनीय जानकारी की चीन को आपूर्ति की होने का आरोप रखा है। सन २०१८ में चीन से की हुई एक भेंट के दौरान उन्होंने यह गोपनीय जानकारी चीन को प्रदान की, ऐसा रशियन यंत्रणा ने अपने आरोपों में कहा है। ‘आर्क्टिक अकॅडमी ऑफ सायन्सेस’ के प्रमुख होनेवाले ७८ वर्षीय व्हॅलरी मिटको ने चीन के स्पेशल सर्व्हिसेस को, पैसों के बदले गोपनीय जानकारी की आपूर्ति की, यह भी रशियन यंत्रणा ने स्पष्ट किया।

china-russiaपिछले चार वर्षों में रशियन वैज्ञानिकों ने चीन के लिए जासूसी करने की पोल खुलने की यह दूसरी घटना है। सन २०१६ में रशियन अंतरिक्ष वैज्ञानिक व्लादिमिर लॅपिगिन को, हायपरसोनिक विमान के तंत्रज्ञान के संदर्भ में गोपनीय जानकारी की चीन को आपूर्ति करने के आरोप रखकर गिरफ़्तार किया गया था। रशिया द्वारा चीन को सप्लाई की जानेवाले अत्याधुनिक लड़ाक़ू विमानों और रक्षायंत्रणाओं का तंत्रज्ञान तथा संरचना इनकी भी चीन नक़ल कर रहा होने के आरोप रशिया द्वारा किये गए हैं।

इसी बीच, सोमवार को रशिया के न्यायालय ने पॉल व्हेलन इस अमरिकी नागरिक को जासूसी का आरोप रखकर १६ साल के कारावास की सज़ा सुनायी है। अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने, इस निर्णय की आलोचना की होकर, सुनायी गयी यह सज़ा तीव्र चिंताजनक घटना होने की प्रतिक्रिया दी है। अमरीका में आपराधिक मामलों में फ़ँसे कुछ रशियन नागरिकों की रिहाई के बदले व्हेलन की रिहाई हो सकती है, ऐसे संकेत रशिया स्थित सूत्रों ने दिये हैं।

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