इराक स्थित अमरिका के और एक हवाई अड्डे पर हुए राकेट हमलें

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

बगदाद – उत्तरी इराक के ‘बलाद’ हवाईअड्डे पर रविवार के दिन राकेट हमलें हुए| इस हमले में चार इराकी सैनिक जख्मीं हुए है| इस हवाई अड्डे पर तैनात अमरिकी सैनिकों को लक्ष्य करने के उद्देश्य से यह हमला होने का दावा हो रहा है| पिछले पांच दिनों में इराक में स्थित अमरिकी अड्डे पर हुआ यह दुसरा हमला है| सुलेमानी की हत्या करनेवाली अमरिका का इन्तिकाम लेने के लिए ईरान से जुडे गुटों ने यह हमलें किए है, यह संभावना व्यक्त हो रही है| 

राजधानी बगदाद की उत्तरी ओर इराकी सेना का ‘अल बलाद’ यह हवाई अड्डा है| इस अड्डे पर अमरिका के लष्करी प्रशिक्षक, सलाहकार और ‘एफ-१६’ लडाकू विमानों की देखरेख के लिए विशेष दल तैनात है| इन अमरिकी सैनिकों को लक्ष्य करने के लिए रविवार की शाम के समय पर कुल सात राकेटस् इस हवाई अड्डे पर गिराए गए| इनमें से एर राकेट इस हवाई अड्डे के रनवे पर और दुसरा कैन्टीन पर जा गिरा|

इस हमले में चार इराकी सैनिक घालय हुए है| इस हमले में अमरिकी सैनिकों के जान का नुकसान ना होने का दावा हो रहा है| वही, इराकी लष्करी सूत्रों ने साझा की जानकारी के अनुसार अमरिकी सैनिकों ने यह हवाई अड्डा पहले ही छोडा था| पर, इस मुद्दे पर भरौसे की जानकारी सामने नही आयी है|

इस हमलें की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने स्वीकारी नही है| पर, इराक स्थित ईरान से जुडे ‘पॉप्युरल मोबिलायझेशन फोर्सेस’ (पीएमएफ) गुट ने यह हमलें किए होंगे, यह दावा हो रहा है| दो दिन पहले इसी गुट ने राजधानी के ग्रीन झोन पर हमला किया था| इससे पहले ‘अल बलाद’ हवाई अड्डे पर हुए राकेट हमले के पीछे यही गुट होने का आरोप अमरिका ने किया था|

इसी महीने के शुरू में अमरिका ने ईरान के दुसरें स्तर के नेता कासेम सुलेमानी को खतम किया था| सुलेमानी की हत्या का इन्तिकाम लेने के लिए ईरान एवं ईरान से जुडे गुटों ने अमरिका और अमरिका के हितसंबंधों पर हमलें करने की धमकी दी थी| इराक में अमरिका के सैनिक और लष्करी अड्डे सबसे पहले अपने निशाने पर होंगे, यह ऐलान ‘पीएमएफ’ ने किया था| इसी पृष्ठभूमि पर अल बलाद पर हुए हमलों की ओर देखा जा रहा है|

इसी बीच इराक में ५२०० अमरिकी सैनिक तैनात है| इसके अलावा अमरिकी स्पेशल फोर्सेस के सैनिक भी कुवैत से इराक में सुरक्षित पहुंचने का दावा हो रहै. इराक में अमरिकी हितसंबंधों की सुरक्षा के उद्देश्य से यह  तैनाती करने का ऐलान सुरक्षा से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने घोषित किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.