इराक के ‘ग्रीन झोन’ पर हुआ राकेट हमला – ईरान की कार्रवाई से इराकी नेताओं में दरार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: इराक की राजधानी बगदाद के अतिसंरक्षित ग्रीन झोन क्षेत्र में बुधवार के दिन कत्युशा राकेटस् के हमलें हुए| इराक में मौजुद ईरान से जुडे गुट ने यह हमलें किए होंगे, यह संभावना जताई जा रही है| अमरिकी लष्करी अड्डे पर ईरान ने किए हमलें हम दोहराएंगे, यह धमकी इस गुट ने दी थी| पर, इराक स्थित सभी गुट किसी भी प्रकार के लष्करी कार्रवाई से दूर रहें, यह निवेदन इराक के प्रभावी शिया धार्मिक नेता मुक्तदा अल सद्र ने किया है|

सरकार दफ्तर एवं विदेशी दूतावासों का क्षेत्र के तौर पर नामांकित राजधानी बगदाद के ग्रीन झोनमें दो से तीन राकेट हमलें हुए| इनमें से एक राकेट अमरिकी दूताव से मात्र १०० मीटर दूरी पर गिरा| इस हमले में किसी भी प्रकार का नुकसान नही हुआ है, यह जानकारी इराकी पुलिस ने साझा की है| पर महज चौबिस घंटों में हुए इस तीसरें हमले की वजह से ग्रीन झोन की सुरक्षा व्यवस्था बढाई गई है|

इस हमले की जिम्मेदारी अभी किसी ने भी स्वीकारी नही है| पर, इराक में मौजुद ईरान से जुडी पॉप्युलर मोबिलायझेशन फोर्सेस(पीएमएफ) इस हथियारी गुट ने यह हमलें किए होंगे, ऐसी कडी संभावना व्यक्त हो रही है| मंगलवार की रात ईरान ने इराक में स्थित दो अमरिकी लष्करी अड्डों पर किए मिसाइल हमलों के बाद पीएमएफ ने भी ईरान की तरह हम भी अमरिका को जवाब देंगे, यह इशारा दिया था|

पिछले हफ्ते में अमरिका ने कासेम सुलेमानी के साथ पीएमएफका प्रमुख अबु माहदी अल मुहानदिस को भी ढेर किया था| इस कार्रवाई पर गुस्सा व्यक्त करके पीएमएफने अमरिका के ठिकानों पर राकेटस् की बौछार करने की धमकी दी थी| इस वजह से बुधवार के दिन हुए इन हमलों के लिए ईरान से जुडा गुट जिम्मेदार होने का दावा हो रहा है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार की रात ईरान को चेतावनी देने के बाद देर रात यह हमलें किए गए| इन हमलों के बाद ग्रीन झोन में अलर्ट के सायरन बजें| पर, इराक में शिया पंथी लोगों के प्रभावी धार्मिक नेता मुक्तदा अल सद्र ने इराक के सभी हथियारी गुटों को संयम बरतने का निवेदन किया है|

अमरिका और ईरान, इन दोनों ने भी युद्ध की चाह ना होने की बात करने से युद्ध का खतरा अभी दूर हुआ है| इस वजह से इराक में स्थित गुट आगे संयम रखें| साथ ही सियासी, संसदीय और अंतराष्ट्रीय विकल्प खतम नही होते, तबतक उकसा रहे गुटों को शांत करें या उनकी संगठनों को ही बंद करें, यह निवेदन सद्र ने किया है|

इसी बीच, अमरिका ने इराक में की हुई तैनाती इराक का अंदरुनि मसला होने की प्रतिक्रिया इराक के राष्ट्राध्यक्ष बरहाम सालिह ने दर्ज की है| साथ ही इराक के अंदरुनि मसलों में ईरान दखलअंदाजी ना करें, यह फटकार लगाकर राष्ट्राध्यक्ष सालिह ने अमरिकी सेना की वापसी की मांग कर रहे इराकी नेता एवं ईरान को फटकार लगाई है| इराक में सुन्नी और कुर्द नेता भी अमरिका की सेना तैनाती का समर्थन कर रहे है| इस से इराक में अमरिकी सेना की तैनाती के विरोध में या इस तैनाती के पक्ष में होनेवालों के विरोधी गुट तैयार हुए है और इन गुटों का संघर्ष आगे होने की संभावना बढ रही है|

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