कॅटालोनिया के चुनावों के परिणामों से स्पेन को झटका; स्वतंत्र कॅटालोनिया का पुरस्कार करने वाली पार्टियों को स्पष्ट बहुमत

बार्सिलोना: ‘कॅटालोनिया की जनता की इच्छा सुनने की आवश्यकता है। कॅटालोनिया की जनता ने यह हक प्राप्त किया है। चुनाओं के परिणामों के जरिए कॅटालोनिया की जनता ने दुनिया को उचित सन्देश दिया है’, इन शब्दों में कॅटालोनिया से तड़ीपार किए प्रमुख नेता कार्ल्स पिगड़ेमोंट ने कॅटालोनिया के चुनाव में हासिल की हुई जीत पर प्रतिक्रिया दी है। साथ ही यह जीत मतलब स्पेन सरकार को कसके लगाया हुआ चांटा है, ऐसा भी उन्हों ने कहा है। स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राजॉय ने कॅटालोनिया की जीती हुई पार्टी का अभिनन्दन किया है और चर्चा का प्रस्ताव सामने रखा है।

दो महीनों पहले २७ अक्टूबर को, कॅटालोनिया की संसद ने स्वतंत्र और सार्वभौम ‘कॅटालान महासंघ’ स्थापित करने की घोषणा की थी। उसके बाद स्पेन की संसद ने कॅटालोनिया के खिलाफ ‘आर्टिकल १५५’ लागू करने का फैसला करके २१ दिसम्बर को नए चुनाओं की घोषणा की थी। उसके अनुसार गुरुवार को कॅटालोनिया में हुए चुनाओं में करीब ८० प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। चुनाव से पहले प्रसिद्ध किए गए विविध सर्वेक्षणों में स्वातंत्र्य को समर्थन देने वाले समूह और स्पेन को समर्थन देने वाली पार्टियाँ, इन में कड़ी लड़ाई होगी, ऐसा दावा किया गया था।

लेकिन शुक्रवार को प्रसिद्ध हुए परिणामों ने इन दावों को गलत साबित कर दिया है। स्पेन सरकार ने खदेड़े हुए कॅटालोनिया के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष कार्ल्स पिगड़ेमोंट के ‘टुगेदर फॉर कॅटालोनिया इस पार्टी को ३४ जगहों पर जीत मिली है। स्वतंत्र कॅटालोनिया का समर्थन करने वाली ‘रिपब्लिकन लेफ्ट ऑफ़ कॅटालोनिया’ और ‘पॉप्युलर यूनिटी’ को क्रमशः ३२ और ४ जगहों पर जीत मिली है। कॅटालोनिया की आजादी को विरोध करने वाली ‘सिटीजन्स’ इस पार्टी को ३७ जगहों पर जीत हासिल हुई है। संसद में कुल १३५ जगह हैं और स्वतंत्र कॅटालोनिया को समर्थन देने वाली पार्टियों को करीब ७० जगह मिली हैं।

कॅटालोनिया के यह परिणाम स्पेन सरकार के साथ यूरोपीय महासंघ को झटका देने वाला साबित हुआ है। अक्टूबर महीने में हुई स्वतंत्रता की घोषणा और उसके बाद स्पेन सरकार ने की हुई कार्रवाई को यूरोपीय महासंघ ने समर्थन दिया था। स्पेन सरकार ने कॅटालोनिया की आजादी की घोषणा करने वाले नेताओं के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई भी शुरू की थी। उसके अनुसार कुछ नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था। कार्ल्स पिगड़ेमोंट और पांच सहकारी नेताओं ने बेल्जियम में आसरा लिया था। यूरोपीय महासंघ कॅटालोनिया के मुद्दे पर चर्चा के लिए मध्यस्थ करे, ऐसी मांग इन नेताओं ने की थी।

लेकिन कॅटालोनिया यह स्पेन सरकार का अंतर्गत मामला है, ऐसा कहकर महासंघ ने हस्तक्षेप के लिए इन्कार किया था। महासंघ के सदस्य देशों के कुछ आक्रामक राजनीतिक समूहों से कॅटालोनिया के मुद्दे पर तीव्र प्रतिक्रियाएं आइन थी और प्रदर्शन भी हुए थे। गुरुवार को आए हुए परिणामों के बाद भी महासंघ ने कॅटालोनिया मुद्दे पर अपनी भूमिका में परिवर्तन नहीं हुआ है, ऐसा स्पष्ट कहा है।

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