‘मलाबार’ से बेचैन हुए चीन ने ऑस्ट्रेलिया को दी आर्थिक परिणामों की धमकी

पणजी/बीजिंग – ‘क्वाड’ देशों के पहले ‘मलाबार’ युद्धाभ्यास में ऑस्ट्रेलिया शामिल होने से चीन काफी बेचैन हुआ है। ‘मलाबार युद्धाभ्यास के लिए चीन की समुद्री सीमा तक युद्धपोत भेजनेवाली ऑस्ट्रेलिया अमरीका के गिरोह में शामिल ना हों। नहीं तो ऑस्ट्रेलिया को आर्थिक परिणामों का मुकाबला करना पड़ेगा’ यह धमकी चीन के सरकारी मुखपत्र ने दी है। लेकिन, चीन की धमकी को अनदेखा करके ऑस्ट्रेलिया ने मलाबार युद्धाभ्यास के दूसरे चरण में शामिल होने की तैयारी भी शुरू की है और ऑस्ट्रेलियन विध्वंसक अब अरब सागर की दिशा में आगे बढ़ चुकी है। इस दूसरे चरण के युद्धाभ्यास में भारत की विमान वाहक युद्धपोत ‘आयएनएस विक्रमादित्य’ एवं अमरीका की विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘युएसएस निमित्ज़’ शामिल हो रहीं हैं।

malabar-exerciseकोरोना वायरस का फैलाव, अपने देश में जारी राजनीतिक दखलअंदाज़ी एवं व्यापारी मतभेद इन वजहों से बीते कुछ महीनों से ऑस्ट्रेलिया ने चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत पर जोरदार हमलें किए हैं। वहीं, कोरोना का उद्गम चीन के वुहान शहर में ही हुआ होने का आरोप और हाँगकाँग के जनतांत्रिक प्रदर्शनों को समर्थन प्रदान करना, इन कारणों से चीन ने ऑस्ट्रेलिया के विरोध में आर्थिक युद्ध छेड़ा है। इसी बीच बीते सप्ताह में चीन के मुँह पर तमाचा जड़कर ऑस्ट्रेलिया ने भारत, अमरीका और जापान के ‘मलाबार २०२०’ युद्धाभ्यास के लिए अपनी विध्वंसक रवाना करने की वजह से चीन काफी बौखला गया है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पर हमला किया है।

‘अमरीका की चीन के खिलाफ जारी गतिविधियों में शामिल होकर ऑस्ट्रेलिया ने बड़े खतरें को न्योता दिया है। अमरीका से हाथ मिलाकर कुछ भी हाथ नहीं लगेगा, यह बात ऑस्ट्रेलिया समझ लें। इस बड़ी गलती के लिए ऑस्ट्रेलिया को बड़े आर्थिक परिणामों का मुकाबला करना पड़ेगा’, यह धमकी चीन के मुखपत्र ने दी है। काफी देर होने से पहले ही ऑस्ट्रेलिया अमरीका के साथ जारी सहयोग से पीछे हटें, यह चेतावनी भी चीन के मुखपत्र ने दी है। दो दिन पहले ही चीन ने करीबन १५० अरब डॉलर्स के ऑस्ट्रेलियन सामान की आयात रोकने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी वजह से दोनों देशों के संबंध काफी बिगड़े हैं और आनेवाले दिनों में चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच राजनीतिक, व्यापारी और सामरिक स्तर पर भी संघर्ष भड़कने की कड़ी संभावना निर्माण हुई है।

malabar-exerciseइसी कारण ऑस्ट्रेलिया के ‘मलाबार’ युद्धाभ्यास में शामिल होने पर चीन आग उगल रहा है। ३ नवंबर के दिन बंगाल की खाड़ी में हुए ‘मलाबार २०२०’ के तहत भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के युद्धपोतों ने बड़ा अभ्यास किया। अब इसी युद्धाभ्यास का दूसरा चरण १७ से २० नवंबर के दौरान अरब सागर में होगा। इस युद्धाभ्यास के लिए अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ अरब सागर के दिशा में बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं। अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के कुल ७० युद्धपोत इस युद्धाभ्यास में शामिल हो रहें हैं और अरब सागर से पर्शियन खाड़ी तक के इलाके में इस युद्धाभ्यास का आयोजन होगा। भारतीय विमान वाहक युद्धपोत ‘आयएनएस विक्रमादित्य’ पर तैनात ‘मिग-२९के’ और अमरिकी युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ पर तैनात ‘एफ-१८’ लड़ाकू विमानों की गतिविधियाँ, यह इस युद्धाभ्यास का मुख्य आकर्षण रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published.