साहसी रशिया की हरकतों से तीसरें विश्‍वयुद्ध की शुरूआत होगी – ब्रिटेन के रक्षादल प्रमुख जनरल निक कार्टर की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन: साहसी गैरजिम्मेदार बने रशिया की हरकतें और अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति होनेवाली तुच्छता की भावना से तीसरें विश्‍वयुद्ध की शुरूआत हो सकती है, यह चेतावनी ब्रिटेन के रक्षादल प्रमुख जनरल निक कार्टर ने दी है| दुसरें विश्‍वयुद्ध के स्मरण दिवस पर लिखे एक लेख में सर कार्टर ने यह चेतावनी देते समय रशिया के साथ ही चीन और ईरान का भी जिक्र किया है| ब्रिटेन के अफसरों ने दो महीने पहले ही एक कार्यक्रम के दौरान, ‘अब युद्ध शुरू ही है, यह दावा करके सनसनी निर्माण की थी|

शांति को होनेवाला खतरा अलग अलग मार्ग से तीव्र हो रहा है और फैल भी रहा है| अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार संघर्ष की संभावना दिख रही है| महासत्ताओं के बीच स्पर्धा का समय फिर से होने के संकेत प्राप्त हो रहे है| रशिया, चीन और ईरान जैसे देश उनका प्रभाव बढा रहे है और अपनी सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को चुनौती दे रहे है, इन शब्दों में सर कार्टर ने जागतिक स्तर पर बनी युद्ध की स्थिति का एहसास दिलाया| जागतिक शांति के लिए बन रहे खतरों के बारे में बोलते समय उन्होंने नए हथियारों का उदय होने की ओर ध्यान आकर्षित किया|

ईंधन, पैसा, सायबर हमलें, झुठी जानकारी का फैलाव जैसे नए प्रकार की हथियारों का विकल्प के तौर पर इस्तेमाल शुरू हुआ है और यह हथियार काफी प्रभावी साबित हो रहे है| असंतोष को बढावा देने में यह हथियार कामयाब साबित हुए है, यह दावा ब्रिटेन के रक्षादल प्रमुख ने किया| रशिया का जिक्र करते समय यह देश झुठी जानकारी का प्रचार करने की तकनीक सफलता से इस्तेमाल कर रहा है और अफ्रीकी महाद्विप का देश एवं अमरिका में भी इस हथियार को इस्तेमाल हो रहा है, यह आरोप सर कार्टर ने किया|

अपने शत्रु परंपरागत युद्ध की तरह लडाई करने के लिए तैयार है, ऐसा मै नही कहुंगा| पर, उनका अविवेकी बर्ताव एवं अंतरराष्ट्रीय कानून को तुच्छता से देखने की वृत्ती यह नए प्रकार के हथियार ही है और इससे बिना कुछ समझे युद्ध की शुरूआता हो सकती है, यह इशारा ब्रिटेन के रक्षादल प्रमुख जनरल निक कार्टर ने दिया| इस दौरान उन्होंने वर्ष १९१४ में हुए पहले विश्‍वयुद्ध की शुरूआत होने के लिए कारण साबित हुई आर्चड्युक फ्रांझ फर्डिनांडकी हुई हत्या का जिक्र किया| इस हत्या के बाद शुरू हुआ विश्‍वयुद्ध यूरोपिय नेताओं ने लगाए गलत अंदाजों का परिणाम था, यह दावा सर कार्टर ने किया|

सितंबर महीने के कार्यक्रम में कार्टर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की युद्धभूमि का स्वरूप लगातार बदल रहा है और जानकारी एवं उसका इस्तेमाल हर एक स्तर पर कैसे होता ह, यह बात युद्ध में अंतिम साबित होगी, यह इशारा भी उन्होंने दिया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.