लॉकडाऊन में रेल्वे द्वारा देखभाल तथा मरम्मत के कामों को गति – १२ हज़ार २७० किलोमीटर मार्ग पर मेन्टेनन्स काम पूर्ण

नवी दिल्ली, (वृत्तसंस्था) –  भारतीय रेल्वे ने ‘लॉकडाऊन’ का इस्तेमाल, बहुत समय तक प्रलंबित रहे देखभाल तथा दुरुस्ती के काम पूरे करने के लिए किया है। ‘लॉकडाऊन’ के दौर में अब तक १२ हज़ार २७० किलोमीटर मार्ग पर के देखभाल के काम पूरे किये होने की जानकारी अधिकारियों ने दी।

देश में २५ मार्च से ‘लॉकडाऊन’ होकर, भारतीय रेल्वे के इतिहास में पहली ही बार रेल्वे सेवा पूरी तरह बंद है। इससे भारतीय रेल्वे को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन ऐसे में, भारतीय रेल्वे ने इसका अवसर के रूप में इस्तेमाल करते हुए, बिजली यंत्रणा, पटरियों की देखभाल, सिग्नल यंत्रणा, गटार-नालियों की सफाई, साथ ही अन्य प्रलंबित काम पूरे करना शुरू किया है। रेल्वे द्वारा पटरी दुरुस्ती के लिए ५०० आधुनिक हेवी ड्युटी ट्रॅक मेन्टेनन्स मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब तक १२ हज़ार २७० किलोमीटर मार्ग पर के सिग्नल तथा ओव्हरहेड इक्विपमेंट्स (ओएचई) के काम पूरे हुए हैं। इसमें सिग्नल युनिट बदलना, सीएसएमटी में पॉवर पॅनेल तथा लाइटिंग पॅनेल में जोड़ के, टनेल्स् के स्कॅनग के काम भी किये गए हैं।

रेल्वे मार्ग पर बहुत सारे काम कई वर्षों से प्रलंबित थे। हमने लॉकडाऊन के दौर को एक अवसर के रूप में देखा और रेल्वे मार्ग पर के देखभाल तथा मरम्मत के काम शुरू किये, ऐसी जानकारी रेल्वे के अधिकारी ने दी। इन कामों में रेल्वे यार्ड मरम्मत, पुराने पुल की दुरूस्ती, नये पुल का निर्माण आदि काम किये जा रहे हैं। साथ ही, २० हज़ार पुराने डिब्बों का रूपन्तरण आयसोलेशन वॉर्ड में किया गया है।

भारतीय रेल्वे के मध्य रेल्वे सेक्शन में मुंबई तथा उपनगरीय मार्ग पर देखभाल-मरम्मत के काम शुरू हैं। इसमें, कर्जत में बारिश में पानी जमा होता होने के कारण, उसकी मरम्मत की गयी है। उसीके साथ, दादर, भायखला, घाटकोपर स्थानकों पर के छप्परों की मरम्मत की गयी है; वहीं, छप्पर पर गिरनेवाले स्युएज-पानी की भी निपटान करने के लिए गटरों की सफाई, कुर्ला क्रॉसिंग पर के पाईपलाइन की मरम्मत, कलवा में पाईपलाइन तथा भूमिगत नालियों की मरम्मत और ८०० पेड़ों के प्रूनिंग का काम किया गया है। अब तक ३३ किलोमीटर से भी अधिक मार्ग पर नालियों की सफाई की गयी है।

मुंबई विभाग की सिग्नल यंत्रणा की जाँच कर संपूर्ण केबल की जाँच भी की गयी है। इस कारण लॉकडाऊन के बाद रेल्वे की सेवा शुरू होने के बाद इस काम के लिए अलग मेगाब्लॉक लेने की ज़रूरत पड़नेवाली ना होने के कारण, रेलयात्रियों का प्रवास अधिक सुखमय और सुरक्षित होनेवाला है।

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