वायुसेना प्रमुख ने जताया भरोसा – ‘रफायल’ की वजह से युद्ध का झुकाव पूरी तरह बदलेगा

नई दिल्ली: बालाकोट का हवाई हमला और उसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना के साथ हुई मुठभेड में भारतीय वायुसेना ने जित हासिल की है| लेकिन, यदि भारत के बेडे में रफायल विमान होते तो इस मुठभेड का निकाल पूरी तरह भारत के पक्ष में बदला होता’, ऐसा वायुसेना प्रमुख बी.एस.धनाओ इन्होंने कहा है| नई दिल्ली में आयोजित किए गए एक चर्चासत्र के दौरान वायुसेना प्रमुख धनोआ बोल रहे थे| ‘रफायल’ और ‘एस-४००’ का समावेश होने पर भविष्य के संघर्ष में सफलता का झुकाव भारत की दिशा में बदलेगा, यह विश्‍वास वायुसेना प्रमुख ने जताया|

वायुसेनाप्रमुख, जताया भरोसा, रफायल, वजह, युद्ध, झुकाव, पूरी तरह, बदलेगा, भारतभारत के मार्शल ऑफ एअर अर्जन सिंग इनकी जन्म शताब्दी वायुसेना ने देश में कई जगहों पर मनाई| इस अवसर पर राजधानी दिल्ली में ‘एरोस्पेस पॉवर इन २०४० – इम्पॅक्ट ऑफ टेक्नॉलॉजी’ के विषय पर चर्चासत्र का आयोजन किया गया था| इस दौरान बोलते समय वायुसेना प्रमुख धनोआ ने पाकिस्तान के साथ हुई हवाई मुठभेड का मुद्दा उठाया| बालाकोट में वायुसेना ने किया हमला और उसके दुसरे दिन पाकिस्तान के हवाई हमले को वायुसेना ने दिया प्रत्युत्तर, इसमें भारत की जित हुई है, ऐसा वायुसेना प्रमुख ने कहा| क्यों की, बालाकोट में हमला करनेवाला ‘मिराज २०००’ एवं पाकिस्तान के साथ हुई हवाई मुठभेड में शामिल हुआ ‘मिग-२१ बायसन’ यह दोनों विमानों का अद्यावतीकरण किया गया था| इस वजह से बालाकोट का लक्ष्य प्राप्त करने में वायुसेना को सफलता मिली| लेकिन, पाकिस्तान की वायुसेना को ऐसी सफलता प्राप्त नही हो सकी, ऐसा वायुसेना प्रमुख ने कहा|

‘वायुसेना ने पाकिस्तान का विमान गिराया और इसके इलेक्ट्रॉनिक सबुत भारत के पास मौजूद है, ऐसा वायुसेना प्रमुख धनोआ ने कहा| यह सबुत ठुकरानेवाला पाकिस्तान हमेशा अपना नुकसान नही हुआ है, यही दिखाने की कोशिश करता है|

वर्ष १९७१ की जंग में भी पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना को भारतीय वायुसेना की तुलना में काफी कम नुकसान उठाना पडा है, यह दावा किया था| लेकिन, इस युद्ध में पाकिस्तान को अपना आधा देश गंवाना पडा’, यह कहकर वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान को फटकारा| साथ ही वायुसेना का आधुनिकरण करने की जरूरत भी वायुसेना प्रमुख धनोआ ने स्पष्ट शब्दों में रखी|

वर्ष १९८२ में सीरिया के साथ हुए युद्ध में इस्रायल की चौथी पीढी के प्रगत लडाकू विमानों ने सीरिया की तिसरी पीढी के लडाकू विमानों को धुंल चटाई थी, इसकी याद वायुसेना प्रमुख ने दिलाई| भारत के पास रफायल विमान होते तो पाकिस्तान के साथ हुई मुठभेड में भारत को पूरी सफलता प्राप्त हुई होती, इसका एहसास वायुसेना प्रमुख ने दिलाया| अगले दो-चार वर्षों में ‘रफायल’ विमान और ‘एस-४०० ट्रायम्प’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा का समावेश होने पर भारत का पक्ष मजबूत होगा, यह विश्‍वास वायुसेना प्रमुख धनोआ इन्होंने व्यक्त किया|

Leave a Reply

Your email address will not be published.