‘पुलवामा’ की जखम अभी भी कायम है – विदेशमंत्री सुषमा स्वराज

बिश्केक – ‘पुलवामा में हुए आतंकी हमलें की जखम अभी भी कायम है और ऐसे में श्रीलंका में आतंकी हमला हुआ| उसके भाद आतंकवाद के विरोध में भारत ने किया संकल्प और भी मजबूत हुआ है’, यह कहकर विदेशमंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने ‘एससीओ’ की बैठक में आतंकवाद का मुद्दा फिर से उठाया| आतंकवाद के विरोध में क्षेत्रीय संगठन गठित करने की मांग विदेशमंत्री स्वराज इन्होंने की| इस बैठक में पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी भी उपस्थित थे| लेकिन, उनके साथ अनौपचारिक संभाषण करने से भी विदेशमंत्री स्वराज दूर रही|

श्रीलंका में हुए आतंकी हमले में आम लोगों की मौत होने पर विदेशमंत्री स्वराज ने संवेदना व्यक्त की और पुलवामा में हुए हमले की जखम अभी भी भरी नही है, इसकी याद दिलाई| इसके जरिए पुलवामा का हमला भारत भुला नही है, यह कडा संदेशा भी विदेशमंत्री स्वराज इन्होंने ‘शंघाय को-ऑपरेशन ऑर्गनायझेशन’ की बैठक में दिया| इसके पहले अंतरराष्ट्रीय परिषद में पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने भारतीय विदेशमंत्री से बातचीत करने की कोशिश की| लेकिन, विदेशमंत्री स्वराज ने उन्हें अवसर नही दिया|

‘एससीओ’ की बैठक में भी सुषमा स्वराज इन्होंने पाकिस्तान के विदेशमंत्री दो दूर रखकर आतंकवाद के विरोध में कडा प्रहार किया| ‘एससीओ’ के सदस्य देशों ने आतंकवाद के विरोध में सहयोग और भी मजबूत करें, यह निवेदन भी विदेशमंत्री स्वराज इन्होंने किया| आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के लिए क्षेत्रीय सहयोग बढें, इसके लिए भारत पहल करने के लिए उत्सुक होने की बात विदेशमंत्री स्वराज ने कही| वर्तमान में आतंकवाद और अस्थिरता से परेशान अफगानिस्तान सुरक्षित, अखंड, शांत और संपन्न हो, यह भारत की उम्मीद है, यह स्वराज ने स्पष्ट किया|

इस दौरान, पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने इस बैठक में भारत के सिख यात्रियों के लिए ‘कर्तारपूर कॉरिडॉर’ खुला करने की उदारता दिखाने का दावा किया| साथ ही आतंकवाद की कडे शब्दों में निषेध करते समय इस से जीड असली समस्या पर भी विचार हो, ऐसा पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने कहा| अलग शब्दों में आतंकवाद का दिखाने के लिए विरोध कर रहे है, फिर भी पाकिस्तान के विदेशमंत्री आतंकवाद का कारण होने की बात कहकर इसका समर्थन ही कर रहे है, यह बात ‘एससीओ’ की बैठक में स्पष्ट हुई|

इस बैठक के दौरान विदेशमंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने चीन के विदेशमंत्री वँग ई इनसे भेंट की| साथ ही किरगिझिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष के साथ उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की| इसके अलावा ‘एससीओ’ के सदस्य देश संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद का विस्तार करने की मांग का समर्थन करें, यह निवेदन इस दौरान सुषमा स्वराज ने किया|

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