ईरान में पानी के किल्लत की समस्या हुई तीव्र

प्रदर्शनकारियों के हमले में पुलिस के मारे जाने का आरोप

मृतकों की संख्या की सच्चाई छुपाने का प्रदर्शनकारियों का दावा

खुज़ेस्तान का सूखा मानव निर्मित होने के प्रदर्शनकारियों ने लगाए नारे

water-scarcity-iran-3तेहरान – ईरान के खुज़ेस्तान प्रांत में बीते छह दिनों से पानी की किल्लत के निषेध में हो रहे प्रदर्शनों में एक सैनिक मारा गया है और एक घायल हुआ है। प्रदर्शनकारियों की गोलिबारी में सैनिक के मारे जाने का आरोप ईरानी यंत्रणाओं ने किया। लेकिन, इन प्रदर्शनों में हमने ही बड़ी संख्या में सहयोगी खोए हैं और ईरानी यंत्रणा इनकी जानकारी सार्वजनिक करने के लिए तैयार ना होने का आरोप प्रदर्शनकारियों ने लगाया। साथ ही र्इंधन से भरे अपने प्रांत पर टूटा यह संकट मानव निर्मित होने का आरोप प्रदर्शनकारी कर रहे हैं। इसी बीच इन प्रदर्शनों की दाहकता तेहरान तक जा पहुँची है और वहां पर प्रदर्शनकारियों ने ईरान की हुकूमत के खिलाफ नारेबाज़ी करने के वीडियोज्‌ सामने आए हैं।

water-scarcity-iran-2ईरान के नैऋत्य हिस्से के खुज़ेस्तान प्रांत में बीते हफ्ते से पानी की किल्लत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरान की सरकार ने खुज़ेस्तान को सूखा पीड़ित क्षेत्र घोषित किया है, लेकिन वहां की जनता के लिए पीने के पानी की व्यवस्था नहीं की है, यह आरोप प्रदर्शनकारियों ने लगाया। इस पृष्ठभूमि पर बीते छह दिनों से खुज़ेस्तान के अलग अलग हिस्सों में ईरानी हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन .होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

खुज़ेस्थान में जारी इन प्रदर्शनों को ईरान के सरकारी माध्यमों ने पीठ दिखाने का आरोप लगाया जा रहा है। साथ ही बीते कुछ दिनों से वहां के प्रमुख शहरों की जनता को ‘इंटरनेट ब्लैकआउट’ का सामना करना पड़ रहा है, यह दावा भी हो रहा है। ईरान की हुकूमत अपने अधिकारों का इस्तेमाल करके खुज़ेस्तान की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है, ऐसी आलोचना भी यहां के संतप्त नागरिक कर रहे हैं। साथ ही ईरान की सुरक्षा यंत्रणा की कार्रवाई को छुपाया जा रहा है, ऐसा प्रदर्शनकारियों का कहना है।

water-scarcity-iran-1बीते हफ्ते प्रदर्शनों के दौरान दो लोग मारे गए थे। प्रदर्शनकारियों की गोलिबारी से ही इनकी मौत होने का दावा ईरान की यंत्रणा ने किया था। लेकिन दो दिन पहले की स्थिति दर्शानेवाले वीडियो के अनुसार ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी करने की बात स्पष्ट हुई है। मंगलवार की रात के समय भी ईरानी यंत्रणाओं ने प्रदर्शनकारियों पर आंसूगैस का प्रयोग करने की बात एक वीडियो से स्पष्ट हुई है।

खुज़ेस्तान के इन प्रदर्शनों की गूँज अब राजधानी तेहरान में भी सुनाई दे रही है। तेहरान के रास्तों पर खुज़ेस्तान की जनता और उनके समर्थक खामेनी हुकूमत के खिलाफ और १९७९ में इस्लामिक क्रांती से पहले के शासक रेज़ा शाह पहलवी के समर्थन में नारेबाजी करती हुई वीडियो में देखी जा रही है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तो ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के खिलाफ नारेबाज़ी की।

इसी बीच, खुज़ेस्थान का यह सूखा मानव निर्मित होने का आरोप स्थानीय लोग लगा रहे हैं। खुज़ेस्तान ईरान का सबसे बड़ा र्इंधन क्षेत्र है और ईरान का ५७% र्इंधन भंड़ार इसी क्षेत्र में मौजूद है। फिर भी खुज़ेस्तान में पानी की किल्लत को ईरान की हुकूमत नज़रअंदाज कर रही है और इसी वजह से इस क्षेत्र के स्थानीय लोग क्रोधित हैं। ईरान के सुन्नी अल्पसंख्याकों की मात्रा खुज़ेस्तान में अधिक होने की वजह से ही हमसे भेदभाव का बर्ताव किया जा रहा है, ऐसी शिकायतें स्थानीय लोग दर्ज़ कर रहे हैं।

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