पैलेस्टिनियों के समर्थन में विश्‍वभर में हुए आक्रामक प्रदर्शन

palestine-support-protests-1लंदन/न्यूयॉर्क/सिडनी – शनिवार के दिन विश्‍वभर में इस्रायल के विरोध में और पैलेस्टिन के समर्थन में प्रदर्शनों का आयोजन हुआ। अमरीका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक आयोजित हुए इन प्रदर्शनों में लाखों लोग शामिल हुए। इनमें से ब्रिटेन में हुए प्रदर्शनों के दौरान पैलेस्टिनी समर्थकों ने दंगे करने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं।

France Protestइस्रायल और हमास का युद्धविराम शुरू होने के बाद हमास का नेता इस्माईल हनिया ने, विश्‍वभर में मौजूद पैलेस्टिनी समर्थकों से प्रदर्शन करने के लिए निवेदन किया था। आतंकी हमास संगठन के नेता ने किए इस निवेदन को, ईरान और तुर्की ने समर्थन प्रदान किया था। इसके बाद शनिवार के दिन अमरीका, कनाड़ा, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया समेत ईरान, इराक, सीरिया, तुर्की, लेबनान, जॉर्डन, मलेशिया और पाकिस्तान जैसें इस्लामी देशों में भी प्रदर्शनों का आयोजन हुआ।

palestine-support-protests-3इनमें से ब्रिटेन में आयोजित प्रदर्शनों में सबसे अधिक दो लाख लोग शामिल होने की खबरें प्राप्त हो रही है। लंदन समेत लैक्स्टरशायर, नॉटिंगरम, ब्रिस्टल शहर में भारी प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन का धिक्कार किया गया। साथ ही, ‘हिटलर ने जो कुछ आपके साथ किया, वह पैलेस्टिनियों के साथ ना करें’, ‘इस्रायल, नया नाज़ी राष्ट्र’, ‘वंशसंहार भाग २’ ऐसें लिखे हुए फलक प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शित किए। लैक्टरशायर में पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों ने ड्रोन्स का निर्माण कर रहीं इस्रायली कंपनी में घुसपैठ करके तोड़फोड़ की।

palestine-support-protests-5इसके अलावा ब्रिटेन में हुए प्रदर्शनों के दौरान इस्रायल के झंड़े का अवमान भी किया गया। सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुँचाया गया। ब्रिटेन में हुए इन प्रदर्शनों में शामिल हुए पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों की, स्थानीय व्यक्ति के साथ जुबानी जंग होने के वीडियो भी सामने आ रहे हैं। बलोच, पश्‍तू और हज़ारा समुदाय पर अत्याचार कर रहें पाकिस्तान को इस्रायल की आलोचना करने का अधिकार नही हैं, यह बयान करके इस स्थानीय व्यक्ति ने करारा तमाचा जड़ा था। इसके बाद पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों की बौखलाहट होती दिखाई दे रही थी।

palestine-support-protests-2-169x300ब्रिटेन की तरह, फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया में भी इस्रायल विरोधी प्रदर्शन करनेवालों ने इन देशों के राष्ट्रप्रमुखों की आलोचना की। इनमें से फ्रान्स में जारी प्रदर्शनों में, हिंसा शुरू नहीं होगी, यह ध्यान रखा जा रहा था। फ्रान्स ने कुछ दिन पहले ही इस्रायल विरोधी प्रदर्शनकारियों को, हिंसा और भड़काऊ प्रदर्शनों का आयोजन करने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।

इसी बीच विश्‍वभर में, इस्रायल और ज्यू धर्मियों के प्रति द्वेषपूर्ण भावना से होनेवाली हिंसा बढ़ रही है, ऐसी चिंता अमरीका के ‘एडीएल’ नामक संगठन ने हाल ही में व्यक्त की थी। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका और युरोपीय देशों में इस्रायल के विरोध में हुए इन प्रदर्शनों की काफी बड़ी गुंजें पश्‍चिमी देशों में सुनाई देने के आसार दिखाई देने लगे हैं। हमास के इस्रायल पर हुए रॉकेट हमलों का समर्थन करना यानी आतंकवाद का समर्थन करना ही है, ऐसा स्वर पश्‍चिमी देशों की सियासी व्यवस्था ने लगाया हैं। पश्‍चिमी देश पैलेस्टिनियों के विरोधी नहीं हैं, लेकिन हमास यानी पैलेस्टिन नहीं है, इसपर भी पश्‍चिमी विश्‍लेषक गौर फरमा रहे हैं।

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