इरान में कुदस डे प्रदर्शन में इस्राइल के समर्थन में घोषणा

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तेहरान – जेरूसलेम पर इस्राइल के कब्जे का निषेध करने के लिए प्रतिवर्ष ईरान में कुद्स डे आयोजित किया जाता है। इस समय इस्राइल के विरोध में जोरदार घोषणा की जाती है। पर इस बार कुद्स डे की हवा ईरान की जनता ने निकाली है। इस्राइल का निषेध करनेवाले घोषणा के साथ इस्राइल का समर्थन करने वाले घोषणा भी इस बार सुनाई दिए हैं। तथा कई साहसी इराणी नौजवानों ने सोशल मीडिया पर ईरान के नेताओं ने स्वीकारें हुए इस्राइल विरोधी धारणाओं पर आलोचना की है।

पैलेस्टाईन के भू भाग पर इस्राइल के कब्जे का निषेध और पैलेस्टाइन का समर्थन करने के लिए ईरान के अलग-अलग शहरों में कुद्स डे मनाया जाता है। सन १९७९ में ईरान में हुए इस्लामिक क्रांति के बाद कुद्स डे का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। इस इस्राइल विरोधी प्रदर्शन को ईरान में अबतक बहुत बड़ी प्रतिक्रिया आ रही थी। इस दिन के निमित्त से ईरान की जनता से इस्राइल एवं अमरिका विरोधी घोषणा की जाती है।

कुदस डे

पिछले हफ्ते में ८ जून के रोज भी राजधानी तेहरान के साथ ईरान के अन्य शहरों में कुद्स डे का आयोजन किया गया था। इसके लिए दुनियाभर के १०० से अधिक वृत्त माध्यम, डेढ़ सौ से अधिक पत्रकार ईरान में दाखिल हुए थे। इसे व्यतिरिक्त ब्रिटेन की राजधानी लंदन, जर्मनी के बर्लिन के साथ अन्य पाश्चिमात्य देशों में भी कुद्स डे का आयोजन किया जाता है। लंदन में कुद्स डे के प्रदर्शन में लेबनॉन में हिजबुल्ला ईरान समर्थक आतंकवादी संघटना के झंडे फहराए जाते थे।

पर दुनिया भर के माध्यमों का लक्ष्य लगे हुए ईरान में कुद्स डे के प्रदर्शन में ईरान के सरकार के विरोध में असंतोष उजागर हुआ है। इस इस्राइल विरोधी प्रदर्शन में कई ईरानी नागरिकों ने इस्राइल के समर्थन में घोषणा देने की खबरें सोशल मीडिया से सामने आई थी। इस्राइल के साथ खड़े रहे, ऐसी घोषणा देकर इस्राइल के साथ बैर नहीं तथा शांति चाहिए, ऐसा इस प्रदर्शनकर्ताओ ने कहने का दावा किया जाता है।

हजारों साहसी इरानी नौजवानों ने सोशल मीडिया के माध्यम से तेल अवीव से तेहरान तक हम साथ हैं, ऐसे विधान किए हैं। इरान में धर्मगुरु की सल्तनत ने शुरु की विद्वेश की मुहिम, इस्राइली और ईरानी जनता का प्रेम, सम्मान और दोस्ती रोक नहीं सकते। हम इरानी नागरिकों को इस्राइल अथवा अन्य किसी भी देश का द्वेष नहीं है। इसके विपरीत बंदूक, बुलेट और आतंकवाद के बलबूते पर ईरान की जनता पर राज कर रही इरान की सल्तनत भी गैरकानूनी है, ऐसी आलोचना सोशल मीडिया से इन नौजवानों ने की है। तथा कई ईरानी इंटरनेट उपभोक्ताओं ने देश के तौर पर इस्राइल का अस्तित्व मंजूर किया है और पैलेस्टाइन के विरोध में आलोचना की है।

अपने कड़वे इस्राइल विरोधी धारणाओं के लिए पहचाने जाने वाले ईरान में कुद्स डे के प्रदर्शन में इस्राइल के समर्थन में घोषणा यह अत्यंत ध्यान केंद्रित करने वाली बात ठहरी है। अबतक इस्राइल का विनाश यही ईरान की अधिकृत धारणा रही थी। कुछ अंतर में ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता तथा राष्ट्राध्यक्ष से इस्राइल के जगह को नक्शे से हटाने के लिए इस्राइल के विनाश की घोषणा दी जा रही थी। तथा ईरान की सल्तनत के विरोध करनेवाले एवं अमरिका और इस्राइल का पक्ष लेने वालों पर कठोर कार्रवाई की जा रही है।

ऐसा होते हुए ईरान में नौजवान जोखिम लेकर सीधे इस्राइल के समर्थन में भूमिका लेते दिखाई दे रहे हैं। इसकी वजह से ईरान के सल्तनत के धारणाओं के विरोध में असंतोष बढ़ता जा रहा है, ऐसा स्पष्ट होता है।

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