जॉर्डन के प्रिन्स हमजा ने नज़रबंद का आदेश ठुकराया

jordan-prince-abdullahरअम्मान – जॉर्डन के प्रिन्स हमजा बिन हुसेन ने नज़रबंद रहने का आदेश ठुकराया है। देश के सेनाप्रमुख का यह आदेश हमें मंजूर नहीं है। हमारी आज़ादी पर पाबंदी लगाने की हरकत बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, ऐसा बयान हमजा ने किया। राजा अब्दुल्लाह द्वितीय की हुकूमत के विरोध में विद्रोहियों ने साज़िश करने के आरोप लगाए जाने के बाद प्रिन्स हमजा को नज़रबंद किया गया था।

जॉर्डन के राजा अब्दुल्लाह द्वितीय के सौतेले भाई प्रिन्स हमजा बिन हुसेन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। प्रिन्स हमजा जॉर्डन की हुकूमत का तख्ता पलटने की साजिश करनेवालों के सहायक थे, ऐसा आरोप जॉर्डन की सरकार ने लगाया है। इस पृष्ठभूमि पर जॉर्डन की सेना ने शनिवार के दिन प्रिन्स हमजा के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे। उन्हें नज़रबंद किया गया है और प्रिन्स हमजा के घूमने-फिरने और संपर्क पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही शाही परिवार के सदस्य के तौर पर उन्हें प्रदान की गई सुरक्षा व्यवस्था भी हटाई गई है। इस मामले में जॉर्डन की सेना ने २० लोगों को गिरफ्तार किया है।

jordan-prince-abdullahअपने खिलाफ हुई इस कार्रवाई पर प्रिन्स हमजा ने गुस्सा व्यक्त किया है। ‘फिलहाल इन प्रतिबंधों के खिलाफ जाकर इस मामले को बढ़ाना नहीं है। लेकिन, अपने संपर्क और घूमने-फिरने की आज़ादी समेत अन्य लोगों से बातचीत करने पर लगाई गई पाबंदी हम बिल्कुल मंजूर नहीं करेंगे’, यह बात प्रिन्स हमजा ने ड़टकर कही हैं। साथ ही सेनाप्रमुख हमें आदेश देते हैं, उसे कभी भी स्वीकार करना मुमकिन ना होने का बयान प्रिन्स हमजा ने सोशल मीडिया में पोस्ट किए ऑडियो क्लिप में किया है।

प्रिन्स हमजा पर हुई इस कार्रवाई पर उनकी माता और जॉर्डन की क्विन नूर ने आलोचना की है। अपने बच्चे के खिलाफ रची गई यह एक साज़िश होने का आरोप क्विन नूर ने लगाया। इसके अलावा, जल्द ही सच्चाई सामने आएगी और हमारे बच्चे को न्याय मिलेगा, ऐसा बयान क्विन नूर ने किया है। इस पूरे मामले पर बयान करने से राजा अब्दुल्लाह द्वितीय ने टाल दिया है।

jordan-prince-abdullahवर्ष १९९९ में जॉर्डन के उस समय के राजा हुसेन बिन तलाल ने अब्दुल्ला द्वितीय को अपना उत्तराधिकारी और हमजा को क्राउन प्रिन्स के तौर पर नियुक्त करने की आखिरी इच्छा व्यक्त की थी। इसके अनुसार राजा अब्दुल्लाह द्वितीय ने हमजा को क्राउन प्रिन्स नियुक्त किया था। लेकिन, वर्ष २००४ में राजा अब्दुल्लाह द्वितीय ने हमजा को क्राउन प्रिन्स के पद से हटा दिया। इस वजह से क्राउन प्रिन्स के विकल्प के तौर पर राजा अब्दुल्लाह द्वितीय का बेटा हुसेन का नाम सामने आया है। राजा अब्दुल्लाह द्वितीय की जॉर्डन पर मज़बूत पकड़ होने का दावा किया जाता है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जॉर्डन की हुकूमत को बड़ा समर्थन प्राप्त है।

इसी बीच खाड़ी क्षेत्र की स्थिरता के कोट के तौर पर जॉर्डन का ज़िक्र होता हैं। अरब-खाड़ी क्षेत्र के देश एवं राजत्व व्यवस्था होने के बावजूद जॉर्डन के शाही परिवार ने अब तक उदारता की नीति अपनाई है। सौदी अरब, यूएई जैसे अरब मित्रदेशों के अलावा जॉर्डन के इस्रायल के साथ भी राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्तर पर अच्छे सहयोग हैं।

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