सटिकता के साथ किए हमले से युद्ध नही होगा – सेनाप्रमुख जनरल नरवणे

नई दिल्ली: मुठभेड का रुपांतर हमेशा युद्ध में नही होता, यह बात बालाकोट पर भारत ने किए हवाई हमले से स्पष्ट हुई है, ऐसा बयान सेनाप्रमुख जनरल नरवणे ने किया है| नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते समय सेनाप्रमुख ने यह सूचक बयान किया है और इसके जरिए भारत की लष्करी नीति में हुए बदलाव फिर एक बार सामने आए है| साथ ही बदलते समय की युद्ध नीति और सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों का सामना करते समय भारत ब्लॉकचेन तकनीक, लेजर्स और डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स पर ध्यान दे रहा है, यह जानकारी जनरल नरवणे ने दी|

वर्तमान की युद्ध नीति में बडी मात्रा में बदलाव हो रहा है| इसी कारण पारंपरिक युद्ध तकनीक के मोर्चे पर अपना सामर्थ्य बढाते समय भारत अपारंपरिक युद्धनीति विकसित करने पर भी ध्यान दे रहा है, यह जानकारी जनरल नरवणे ने इस कार्यक्रम के दौरान दी| वर्तमान में आतंकी एवं उनका किसी देश से सीधा संबंध नही है, ऐसे नॉन स्टेट एक्टर्स की भूमिका बढ रही है| ऐसी स्थिति में पारंपरिक युद्धतकनीक के साथ ही अपारंपरिक युद्धतकनीक विकसित करना काफी जरूरी बना है, इसका एहसास भारत के सेना प्रमुख ने कराया|

इसका दाखिला देते समय सेना प्रमुख ने आयएसइस आतंकी संगठन कर रही सोशल मीडिया के इस्तेमाल का दाखिला दिया| अमरिका और ब्रिटेन जैसे प्रगत देशों से भी आयएससोशल मीडिया का प्रभावी इस्तेमाल कर रही है, इस बात पर जनरल नरवणे ने ध्यान आकर्षित किया| साथ ही येमन में हौथी बागियों ने सौदी अरब पर भीषण हमलें किए थे, इस ओर ध्यान आकर्षित करके जनरल नरवणे ने नॉन स्टेट एक्टर्स से बना खतरा रेखांकित किया|

ऐसे खतरों का सामना करते समय पाकिस्तान के बालाकोट में भारत ने किए हवाई हमले जैसी कुशलता से की हुई कार्रवाई की अहमियत बढी है, यह भी जनरल नरवणे ने कहा|

किसी भी देश की सीमा लांघकर कार्रवाई की तो इससे युद्ध की शुरूआत होने की संभावना होती है, यही दावा किया जाता है| पर, भारत ने बालाकोट में हवाई हमला करने के बाद भी भारत और पाकिस्तान का युद्ध शुरू नही हुआ, इस ओर सेनाप्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया| उचित तरीके से सामर्थ्य का इस्तेमाल किया तो युद्ध की शुरूआत नही होती, यही बात भारत ने बालाकोट पर हवाई हमला करके दिखाई है, यह बात सेनाप्रमुख ने दर्ज की| इसके जरिए अगले दिनों में भारत हमें लक्ष्य कर रहे आतंकियों को टार्गेट कर सकता है, यह संदेशा जनरल नरवणे दे रहे है| इसके अलावा ऐसे हमले करने के बाद युद्ध होने का खतरा नही रहा है, इस बात पर भी भारत के सेना प्रमुख ध्यान आकर्षित कर रहे है|

इससे पहले हम परमाणु देश होने का दावा करके भारत ने हमला करने पर सीधे परमाणु युद्ध शुरू होगा, ऐसे दावें पाकिस्तान ने किए थे| इसी कारण भारत ने आजतक पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी हमलें बर्दाश्त किए| पर, पाकिस्तान की सीमा में घुंसकर आतंकियों पर कार्रवाई करने से दूर रहा था|

पर, वर्ष १९९९ में हुए कारगिल युद्ध के बाद दोनों देशों में संघर्ष हुआ तो भी परमाणु युद्ध नही होगा, यह बात स्पष्ट हुई थी| भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राईक करके और उसके बाद बालाकोट में हवाई हमला करके पाकिस्तान की परमाणु युद्ध की धमकियां खाली होने की बात पुरे विश्‍व को दिखाई| इस बात पर भी सेनाप्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया है|

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