‘पीओके’ के राष्ट्रपति ने भारत को उकसाया

मुजफ्फराबाद – पीओके में पाकिस्तान ने नियुक्त किए हुए राष्ट्रपति मसूद खा ने भारत के विरोध में उकसानेवाली बयानबाजी की है| भारत में ही अल्पसंख्यांकों के लिए स्वतंत्र देश का निर्माण करने की मांग मसूद खान ने की है| भारत में बननेवाले इस देश को पाकिस्तान मंजूरी देगा, ऐसा उकसानेवाला दावा भी मसूद खान ने किया है| पाकिस्तान ने भारत के विरोध में जहरिला प्रचार शुरू किया है और मसूद खान का बयान इसी भारत विरोधी प्रचारयुद्ध का हिस्सा साबित होता है|

पीछले कुछ दिनों से पीओकेमें पाकिस्तान से हो रहे मानव अधिकारों के हनन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानव अधिकार परिषद में उपस्थित किया जा रहा है| पाकिस्तान की सेना पीओकेकी जनता पर अत्याचार कर रही है और आतंकवाद का पुरस्कार कर रही है, ऐसी आलोचना पीओके के लड रहे कार्यकर्ता कर रहे है| इसके अलावा पाकिस्तान जीसे पीओके का हिस्सा समझता है उस गिलगीटबाल्टिस्तान पर भारत का अधिकार है और भारत इस भूप्रदेश को अपने भूप्रदेश से जोड दें, यह निवेदन भी यह कार्यकर्ता कर रहे है| संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानव अधिकार परिषद में ही पाकिस्तान को बडा झटका लगा है और इसपर जवाब देने के लिए पाकिस्तान अब भारत के विरोध में और भी जहरिला प्रचार करता दिख रहा है

पीओकेके राष्ट्रपति मसूद खान पाकिस्तान की कठपुतलि है और वह भारत में अल्पसंख्यांकों के लिए अलग देश तैयार करने की मांग की| साथ ही पाकिस्तान तुरंत इस देश को मंजुरी देगा, यह दावा मसूद खान ने किया है| पीछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी माध्यम इसी धर्ती पर समाचार जारी करके भारत में दरार निर्माण हो सकती है क्या, यह सवाल अपने विश्‍लेषकों को कर रहे है| भारत में हुई कुछ हिंसा की घटनाओं का दाखिला देकर किए जा रहे इन बचकाने सवालों को भारत का द्वेष करने के लिए पहचाने जानेवाले पाकिस्तानी विश्‍लेषकों ने भी नकारार्थी जवाब दिया है| फिलहाल भारत पर ऐसा संकट गिरने की कोई भी संभावना नही है, यह बात कहकर इन विश्‍लेषकों ने पाकिस्तानी माध्यमों की उम्मीदें तोड दी है|

फिर भी पाकिस्तान की माध्यम एवं मसूद खान जैसे गैरजिम्मेदार नेता भारत के विरोध में आपत्तिजनक बयान करके भारत में दरार निर्माण होगी, यह सपना देख रहे है| पाकिस्तान के दो टुकडे करके बांगलादेश का निर्माण किया गया| पाकिस्तान भी अब ऐसा ही करें और भारत में शुरू हुए अलगाववादी प्रदर्शनों को पुरा समर्थन प्रदान करें, यह बात पाकिस्तान के चरमपंथी रख रहे है| पाकिस्तान ने ऐसी कोशिश भी की है और इस दौरान पाकिस्तान को बडी नाकामयाबी हाथ लगी है, इस ओर भी यह चरमपंथी अपने लाभ के लिए अनदेखा कर रहे है|

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