प्रधानमंत्री स्वीडन और ब्रिटेन के दौरे पर रवाना

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन के दौरे पर रवाना हुए हैं। इस दौरे में इंडिया नौर्डिक परिषद में शामिल होकर प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन को भेंट देंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रकुल देशों के परिषद में शामिल होने वाले हैं। भारत के प्रधानमंत्री का ब्रिटेन में जंगी स्वागत होने वाला है, ऐसी खबरें अभी से प्रसिद्ध होने लगी है। इसके लिए ब्रिटेन जैसे परंपरावादी देश राज शिष्टाचार को दूर रखते हुए भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे, ऐसा दावा किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी स्वीडन के इस भेंट में इस देश के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफेन से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। इस दौरे में दोनों देशों में व्यापार, निवेश, स्वच्छ ऊर्जा, स्मार्ट शहर इत्यादि क्षेत्रों में सहयोगी करार होंगे। तथा दोनों देशों में रक्षा क्षेत्र से संबंधित सहयोगी करार अपेक्षित होने की बात कही जा रही है। स्वीडन में प्रधानमंत्री मोदी इंडिया नॉर्डिक परिषद को संबोधित करेंगे और इसमें स्वीडन के साथ फ़िनलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क और आइसलैंड यह देश शामिल होने वाले हैं। इस परिषद के बाद इन देशों के साथ भारत के सभी स्तर पर संबंध दृढ़ होंगे, ऐसा दावा किया जा रहा है।

उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन को भेंट देने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी उनके स्वागत के लिए ब्रिटेन में जोरदार तैयारी होने का दावा माध्यमों से किया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए विशेष आयोजन किया जा रहा है और उसके लिए राजशिष्टाचार को बाजू में रखने की जानकारी प्रसिद्ध हुई है। ब्रिटेन भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व दे रहा है, ऐसे संकेत इसके द्वारा दिए जा रहे हैं। ब्रिटेन के इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रकुल देशों की परिषद में शामिल होंगे। इस परिषद के लिए ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ ने स्वयं ही भारत के प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया था, ऐसी जानकारी ब्रिटेन के वृत्त माध्यमों ने प्रसिद्ध की है।

ब्रिटेन के एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देकर इस दैनिक ने यह जानकारी दी है। यूरोपीय महासंघ से ब्रिटेन बाहर निकल रहा है और इस ‘ब्रेग्जिट’ की पृष्ठभूमि पर भारत के साथ संबंधो को अधिक महत्व दे रहा है, ऐसा प्रधानमंत्री थेरेसा में ने इससे पहले भी स्पष्ट किया था। उसी में सीरिया पर हमले के बाद अस्थिर बने हुए अंतरराष्ट्रीय वातावरण में भारत और ब्रिटेन के सहयोग अधिक महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, इसका एहसास ब्रिटेन द्वारा स्पष्ट हो रहा है।

दौरान, ब्रिटेन भेंट के वजह से भारत और ब्रिटेन के संबंध को नई ऊर्जा मिलेगी, ऐसा कहकर दोनों देशों के साझेदारी की वजह से अनेक क्षेत्रों को चलना मिलेंगी ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया है।

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