प्रधानमंत्री मोदी म्यानमार के दौरे पर

ने पी ताऊ: चीन में ब्रिक्स परिषद होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यानमार में दाखिल हुए हैं। म्यानमार के स्टेट काउंसिलर ‘एंग सैन स्यू की’ के साथ प्रधानमंत्री मोदी की चर्चा हुई। उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने म्यानमार के रखीनन प्रांत में हुए हिंसाचार पर चिंता व्यक्त की। म्यानमार में हुई हिंसा पर दुनिया भर से टीका हो रही है, पर भारत ने म्यानमार के बारे में जो ठोस भूमिका ली है, उसके लिए स्यू की ने भारत का शुक्रिया अदा किया है। प्रधानमंत्री मोदी के इस म्यानमार दौरे से दोनों देशों में ११ सहयोगी करार संपन्न हुए हैं।

म्यानमार के रखीन इन प्रांत में हिंसाचार शुरू रहते, वहां के एक लाख से अधिक रोहिंग्या वंशीय विस्थापित हुए हैं। यह रोहिंग्या म्यानमार के पड़ोसी देशों में घुसपैठ कर रहे हैं जिसका पड़ोसी देशों ने स्वीकार करने से इनकार किया है। साथ ही यहां शुरू रहे हिंसाचार की वजह से म्यानमार पर दुनिया भर से टीका शुरू है हो रही है। पाश्चात्य देशों के साथ आशियाई देशोंने भी म्यानमार पर दबाव बढ़ाया है। ऐसी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी ने म्यानमार को भेंट दी है। उस समय कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रखीन में हो रहे हिंसाचार पर चिंता व्यक्त की है।

इस जगह नागरिक एवं सुरक्षा दलों को लक्ष किया जा रहा है और इस बारे में म्यानमार को महसूस हो रही चिंता में भारत शामिल होने की बात प्रधानमंत्री मोदी ने कही। भारत में अपनायी इस भूमिका पर स्यू की ने समाधान व्यक्त किया है। उस समय स्यू की ने आतंकवाद के विरोध में कठोर कार्रवाई का समर्थन किया है। कोई भी देश अपने पड़ोसी देश से अपने विरोध में किए जाने वाले आतंकी कार्यवाहियों को सहन नहीं कर सकता, ऐसा स्यू की ने कहा है। दौरान प्रधानमंत्री मोदी के इस म्यानमार दौरे में दोनों देशों में करीब ११ सहयोगी करार संपन्न हुए हैं, जिनमें सुरक्षा विषयक सहयोगी करारों का समावेश है।

भारतीय एवं म्यानमार के नौदल में सूचना का आदान-प्रदान एवं सागरी गश्ती के बारे में सहयोगी समझौता हुआ है। तथा दोनों देशों में सागरी सुरक्षा के सहयोग के बारे में हुए करार पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसका बहुत बड़ा फायदा दोनों देशों को होने वाला है। साथ ही क्रीड़ा, कौशल्य विकास इन क्षेत्रों में भी भारत म्यानमार को सहायता करेगा, जिसके लिए भारत म्यानमार में केंद्र स्थापित करेगा। साथ ही भारत एवं म्यानमार के चुनाव आयोग में विशेष सहयोग प्रस्थापित के होने वाले हैं, जिसका करार भी संपन्न हुआ है।

भारत ने म्यानमार के ‘सितवे’ बंदरगाह को विकसित किया है। जिससे पालेटवा जलमार्ग का काम भारत से पूर्ण किया गया है। फिलहाल म्यानमार में रास्तों का काम शुरू रहते वे भी जल्द ही पूर्ण होंगे, ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.