प्रधानमंत्री मोदी की अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के साथ चर्चा

वॉशिंग्टन – सारी दुनिया की आँखें गड़ी हुईं, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के बीच की द्विपक्षीय चर्चा संपन्न हुई। इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में हो रही इस चर्चा का महत्व प्रधानमंत्री मोदी ने अधोरेखांकित किया। ‘आपका नेतृत्व यकीनन ही इस दशक का आकार निश्चित करनेवाला साबित होगा’, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन से कहा। इस चर्चा में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने भारत और अमरीका के द्विपक्षीय संबंधों के बारे में अपना नज़रिया पेश किया, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा। वहीं, भारत और अमरीका इन सबसे बड़े लोकतंत्रवादी देशों के बीच के सहयोग को अनिवार्य बताकर, आनेवाले समय में यह सहयोग दोनों देशों को अधिक पास लानेवाला, मजबूत, घनिष्ट साबित होगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कहा है।

राष्ट्राध्यक्ष बायडेनप्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के बीच हुई द्विपक्षीय चर्चा के सारे तहसील सामने नहीं आए हैं। लेकिन इस चर्चा के बाद हुई संयुक्त पत्रकार परिषद में दोनों नेताओं ने इस चर्चा के बारे में जानकारी दी। महात्मा गांधी की अहिंसा की सीख की याद इस समय राष्ट्राध्यक्ष बायडेन करा दी। आज के दौर में गांधीजी की इस सीख पर कैसे अमल किया जा सकता है इस पर विचार किया जाना चाहिए, ऐसा बायडेन ने कहा। वहीं, हम इस वसुंधरा के ट्रस्टी है, यह गांधीजी ने प्रस्तुत की संकल्पना आनेवाले समय के लिए सबसे महत्वपूर्ण साबित होगी, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है।

इस दशक में भारत और अमरीका के बीच का व्यापार तथा तंत्रज्ञान विषयक सहयोग मूल्यवान साबित होगा। तंत्रज्ञान दुनिया को आगे ले जानेवाली शक्ति साबित हो रही है। इस क्षेत्र में होनेवाली अपनी गुणवत्ता का इस्तेमाल दुनिया के हित के लिए करना अत्यावश्यक साबित होता है, ऐसा बताकर प्रधानमंत्री मोदी ने, इस मोरचे पर भारत और अमरीका का सहयोग यह इसमें अहम घटक होने की बात कही है। अमरीका में लगभग ४० लाख भारतीय कार्यरत हैं। उनके कारण अमरीका हर दिन अधिक से अधिक बलशाली बन रही है, इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने गौर फरमाया।

भारत-अमरीका मिलकर उनके सामने होने वाले कई चुनौतियों को मात दिला सकते हैं, ऐसा विश्वास राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने जाहिर किया। कोरोना की महामारी, हवामान बदलाव, व्यापार और इंडो-पैसिफिक यह प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई द्विपक्षीय चर्चा में प्रमुख मुद्दे थे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने आगे कहा। कोरोना की महामारी और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ हम इसके आगे भी चर्चा करते रहेंगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने स्पष्ट किया। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के बीच की द्विपक्षीय चर्चा लगभग ९० मिनट तक चली। इसके बाद दोनों नेता क्वाड की बैठक में फिर से चर्चा करनेवाले हैं।

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