‘फिलिपाईन्स की सेना ‘साऊथ चायना सी’ के द्वीपों पर कब्ज़ा कर लें’ : राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते के आदेश

मनिला, दि. ८ (वृत्तसंस्था) – ‘फिलिपाईन्स ने सभी से दोस्ती करने की कोशिश की| लेकिन अब अपनी ही सीमा में स्थित द्वीपों पर कब्ज़ा रखना ज़रूरी बन गया है’, ऐसी घोषणा करते हुए फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने सेना को ‘साऊथ चायना सी’ के द्वीपों पर कब्ज़ा करने के आदेश दिए| साथ ही, फिलिपाईन्स के स्वतंत्रतादिवस के अवसर पर इनमें से एक द्वीप की यात्रा करते हुए राष्ट्रध्वज लहराने की घोषणा भी राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दूअर्ते ने की| फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा की गई इस घोषणा पर चीन द्वारा तीखी प्रतिक्रिया आ सकती है|

अपने भड़काऊ भाषणों के लिए जाने जानेवाले फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने हाल ही में ‘पालावान’ टापुओं की यात्रा की| इन टापुओं पर सेना के मुख्यालय से की भेंट में राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने सेना को नई तैनाती के आदेश दिए| ‘हर कोई ‘साऊथ चायना सी’ में स्थित द्वीपसमूहों पर कब्ज़ा जमाने के लिए कोशिशें कर रहा है| ऐसे में फिलिपाईन्स ने कुछ द्वीपों पर कब्ज़ा कर लिया, तो उसमें कुछ गलत नहीं होगा| अभी भी ‘साऊथ चायना सी’ के कुछ द्वीपों पर किसी ने भी अधिकार नहीं जताया है| इन द्वीपों पर फिलिपाईन्स का अधिकार है, जिनपर सेना सबसे पहले कब्ज़ा कर लें’ ऐसी सूचना राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने की|

‘पालावान’ और ‘स्प्रार्टले’ इन ‘साऊथ चायना सी’ के दोनों द्वीपसमूहों के करीब दस टापुओं पर अभी तक किसी भी देश ने अधिकार नहीं जताया है| इन दस में से नौ टापूओं पर कब्ज़ा जमाकर उस जगह निर्माणकार्य शुरू करने के साथ ही, फिलिपाईन्स का झंडा लहराने का आदेश राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने अपनी सेना को दिया है| साथ ही, इन द्वीपों पर नये बंदरगाह, विमानों को उतरने के लिए रन-वे का निर्माण करने की घोषणा भी फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने की| इन द्वीपों पर कब्ज़ा करने से, फिलिपाईन्स की ओर से अन्य देशों को उचित संदेश मिल जाएगा, ऐसा दावा भी उन्होंने किया| फिलिपाईन्स की सेना की यह कार्रवाई आंतर्राष्ट्रीय नियमों की चौखट में होगी, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया|

फिलिपाईन्स की सेना ने इन द्वीपों का कब्ज़ा कर लेने के बाद, मैं जल्द ही इनमें से ‘पागासा’ द्वीप की यात्रा करूँगा, ऐसी जानकारी राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने दी| १२ जून यह फिलिपाईन्स स्वतंत्रता दिवस है, जब ‘साऊथ चायना सी’ के ‘पागासा’ द्वीप पर फिलिपाईन्स का झंडा लहराया जाएगा, ऐसा उन्होंने पत्रकारों से कहा| साथ ही, इन द्वीपों पर तैनात रहनेवाले जवानों के लिए बैरक का निर्माण करने की घोषणा भी फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने की| अब तक फिलिपाईन्स के किसी भी राष्ट्राध्यक्ष ने, स्वतंत्रतादिवस के अवसर पर ‘साऊथ चायना सी’ के द्वीपों की भेंट नहीं की है|

पिछले वर्ष फिलिपाईन्स की कमान सँभालने वाले राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने पारंपरिक विदेश नीति से पीछे हटकर अमरीका के साथ चल रहें मित्रतापूर्ण संबंधों से वापसी की थी| साथ ही, चीन के साथ व्यापारी सहयोग बढ़ाने को भी अहमियत देते हुए राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने चीन की यात्रा की थी| इस यात्रा के बाद राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने ‘साऊथ चायना सी’ में चीन की गतिविधियों का समर्थन किया था| राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने स्वीकार की हुई इस नीति पर आश्‍चर्य जताया जा रहा था|

लेकिन पिछले कुछ दिनों से राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते की नीति में फिर से हुए बदलावों पर चीन से प्रतिक्रियाएँ आ सकती हैं| ‘साऊथ चायना सी’ के अधिकांश समुद्री क्षेत्रों पर, साथ ही द्वीपों और खनिज संपत्ति पर चीन ने अपना अधिकार जताया है| इसके साथ ही, इस समुद्री क्षेत्र में चीन ने अप्राकृतिक द्वीपों का निर्माण कर उनपर सैनिकी गतिविधियाँ बढ़ाई हैं| इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष दूअर्ते ने इस समुद्री क्षेत्र में स्थित द्वीपों पर सीधे सेना को भेजने के और स्वतंत्रतादिवस के अवसर पर ‘पागासा’ द्वीप पर ध्वजारोहण करने के दिये हुए आदेश चीन की तिखी प्रतिक्रिया को आमंत्रित कर सकते हैं|

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