अमृतसर दुर्घटना में बलि गये लोगों की संख्या ६१ तक बढी

अमृतसर – पंजाब में भीषण रेलवे दुर्घटना में बलि जानेवाले लोगों की संख्या ६१ तक पहुंची है। दुनिया भर में इस दुर्घटना के बारे में शोक व्यक्त किया जा रहा है। इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। पर इस दुर्घटना की जिम्मेदारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हुए हैं। इसमें अपना दोष ना होने का खुलासा रेलवे ने किया है।

पंजाब के अमृतसर में जोड़ा फाटक भाग में शुक्रवार को रावण दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उस समय हजारों की संख्या में भीड़ जमी हुई थी। यह मैदान रेल मार्ग से जुड़ा होकर भीड़ के कई लोग रेल मार्ग पर खड़े रहकर कार्यक्रम देख रहे थे। उस समय जालंधर अमृतसर डेमू और अमृतसर हावड़ा एक्सप्रेस इस मार्ग से जा रही थी। उस समय इस दुर्घटना में बलि लोगों की संख्या ६१ पर गई है और ७० से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। जिसकी वजह से मृतकों की संख्या बढ़ने की का डर व्यक्त किया जा रहा है।

दुर्घटना में बलि गए अधिकतम लोग यह पंजाब में काम के निमित्त से स्थानांतरित हुए मजदूर है, ऐसी जानकारी सामने आ रही है। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए पुलिस से अनुमति ली गई थी। फिर भी भीड़ को रेलवे ट्रैक पर आने से किसी ने नहीं रोका। पुलिस को इस कार्यक्रम की जानकारी थी, फिर भी रेलवे पुलिस अथवा रेल प्रशासन को इस बारे में सूचित नहीं किया गया था।

इस दुर्घटना से १५ मिनट पहले एक रेल इस मार्ग से गई थी, ऐसी जानकारी सामने आ रही है। उस समय कोई भी दुर्घटना नहीं हुई थी। इस दुर्घटना की जिम्मेदारी के दावे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हुए हैं। आयोजक के अक्षम्य ढीले कामकाज के साथ पुलिस सरकार और रेल को भी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पर रेलवे प्रशासन इसमें अपनी और चालक की कोई गलती नहीं होने की बात कह रहा है।

रेल मार्ग पर जमे हुए भीड़ के बारे में कोई भी सूचना रेल को नहीं दी गई थी। रेल चालक द्वारा अचानक ब्रेक लगाने का प्रयत्न किया होता तो गाड़ी के डिब्बे गिरने की आशंका थी। इससे बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती थी, ऐसा रेलवे ने कहा है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं और चार हफ्तों में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय अर्थमंत्री अरुण जेटली ने इस घटना पर तीव्र दुख व्यक्त किया है। इस दुर्घटना में बलि गए लोगों के परिवारों को पंजाब सरकार ने पांच लाख तथा केंद्र सरकार ने २ लाख की सहायता घोषित की है।

दुनिया भर से इस घटना पर शोक व्यक्त किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन, कैनडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी इस दुर्घटना पर शोक संदेश भेजा है।

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