इस्रायल और अरबों के सहयोग से शांति स्थापित नहीं होगी – पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास

रामल्ला – ‘भ्रामक शांति से सच्ची शांति प्राप्त नहीं होगी। उसी तरह पैलेस्टिनीं को अलग रखकर अरब देशों के साथ सहयोग स्थापित करने से इस क्षेत्र में शांति स्थापित नहीं होगी’, ऐसा इशारा पैलेस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने दिया है। ब्रिटेन के विदेशमंत्री डॉमनिक राब के साथ हुई बैठक के दौरान अब्बास ने इस्रायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सहयोग पर कड़ी आलोचना की है। इसी बीच यूएई की तरह अन्य अरब देश भी इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करें, इस उद्देश्‍य से अमरिकी विदेशमंत्री खाड़ी देशों का दौरा कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अब्बास ने दिया हुआ इशारा अहमियत रखता है।

इस्रायल और अरबों के सहयोग से शांति स्थापित नहीं होगी - पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बासइस्रायल और यूएई के बीच ऐतिहासिक समझौता होने के बाद इस्रायल और पैलेस्टिन की शांति वार्ता का मुद्दा दुबारा उठ रहा है और अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां तेज़ हुई हैं। संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के विशेष सत्र में पैलेस्टिन का मुद्दा उपस्थित किया गया है। ब्रिटेन, जर्मनी, रशिया ने इस बैठक में स्वतंत्र पैलेस्टिन के मुद्दे का समर्थन किया। बिल्कुल उसी समय ब्रिटेन के विदेशमंत्री राब ने वेस्ट बैंक के पैलेस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास से भेंट करके द्वि-राष्ट्र योजना को ब्रिटेन का समर्थन होने की बात कही। इसके साथ ही अब्बास ने फिर एक बार इस्रायल और यूएई के सहयोग पर कड़ी आलोचना की।

‘पैलेस्टिन की ज़मीन पर मौजूद इस्रायल का नियंत्रण ख़त्म करके वर्ष १९६७ की सीमा रेखा के आधार पर सार्वभौम पैलेस्टिन का निर्माण किए बिना एवं पैलेस्टिनी जनता को आज़ादी प्राप्त हुए बिना इस क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता स्थापित होना संभव नहीं होगा’, यह घोषणा अब्बास ने राब के साथ हुई भेंट के दौरान की। तभी, ‘इस्रायल अभी भी वेस्ट बैंक में नागरिकी इलाकों का निर्माण कर रहा है और इस्रायल ने वेस्ट बैंक के टुकड़े करने की योजना रद नहीं की है। इस्रायल की ऐसी गतिविधियां कोई भी शांति वार्ता बिगड़ सकती है’, यह नाराज़गी अब्बास ने व्यक्त की। पैलेस्टिनी नागरिकों को अनदेखा करके अरब देशों ने सहयोग करने पर शांति स्थापित नहीं हो सकती, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने किया। साथ ही वर्ष २००२ में अरब देशों के प्रस्ताव की वजह से ही इस क्षेत्र में शांति स्थापित होगी, यह बयान अब्बास ने इस दौरान किया।

पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने इस दौरान इस्रायल के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार होने की बात भी इस दौरान स्पष्ट की। लेकिन, अमरीका, रशिया, यूरोपिय महासंघ और संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ अन्य कुछ देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में यह बातचीत हो, यह प्रस्ताव अब्बास ने रखा। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ वर्ष पहले प्रस्ताव दिए गए इस्रायल और पैलेस्टिन की चर्चा से अब्बास ने किनारा किया हुआ दिखाई दे रहा है। बीते सप्ताह में भी अब्बास ने इस्रायल और यूएई के बीच हुए शांति समझौते पर आलोचना की थी। इस समझौते के साथ ‘यूएई’ ने पैलेस्टिन से दगाबाज़ी की है और इसके आगे शांति वार्ता के लिए मतलब नहीं बचा होने का बयान भी अब्बास ने किया था।

इसी बीच पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष अब्बास इस्रायल और यूएई के सहयोग पर आलोचना कर रहे हैं तभी अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ बुधवार के दिन बहरीन पहुँचे। इस्रायल और अन्य अरब देशों के बीच सहयोग स्थपित करने के लिए अमरिकी विदेशमंत्री खाड़ी देशों के विशेष दौरे पर पहुँचे हैं। कुछ दिन पहले बहरीन ने इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए उत्सुक होने का बयान किया था।

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