चीन के कम्युनिस्ट पार्टी पर निष्ठा रखना ही देशभक्ति है – राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग का देश के युवाओं को संदेशा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग – चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर निष्ठा रखना ही देशभक्ति साबित होती है, यह सीधा संदेशा चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इन्होंने अपने देश के युवाओं को दिया है| चीन पर निरंकुश हुकूमत कर रहे कम्युनिस्ट पार्टी का लिहाज नही कर है वह देशद्रोही है यह कहकर ऐसे देशद्रोहियों के लिए चीन में स्थान नही है, ऐसा इशारा राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इन्होंने दिया है| चीन के युवाओं के लिए राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग से लगातार दिए जा रहे ऐसे संदेशा और निवेदनों से अलग ही संकेत प्राप्त हो रहे है|

पिछले शतक में चीन में राजपरिवार का तख्ता पलट करने की ‘मई ४ मुव्हमेंट’ को इस वर्ष १०० वर्ष पूरे हो रहे है और इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिनपिंग इन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के युवा सदस्यों को सामने रखकर यह निवेदन किया| वर्ष १९१९ में शुरू हुई ‘मई ४ मुव्हमेंट’ ने उस समय चीन में बनी राजघराने का तख्तापलट किया था| इस दौरान युवाओं का समावेश बडी तादाद में रहा था| इस वजह से यह मुव्हमेंट चीन के युवावर्ग के लिए अहम प्रतिक समझी जाती है|

चीन में सत्तापक्ष कम्युनिस्ट पार्टी ने अपना निरंकुश अमल बरकरार रखा है और अपनी विचारधार और नीति यानी देशभक्ति होने की बात जनता में दिमाग में भरने में कामयाबी हासिल की है| कुछ वर्ष पहले पार्टी और देश के सूत्र एकसाथ हाथ में लेने के बाद शी जिनपिंग इन्होंने अपनी खुदकी प्रतिमा जनता के मन में बिठाने की कोशिश शुरू की| इसके लिए चीन की जनता का हिस्सा रहनेवाले हर एक वर्ग को देश और पार्टी के परे किसी भी अन्य बातों पर ध्यान ना देने का विचार लगातार रखा जा रहा है|

राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने चीन के साथ अपनी छबी सामर्थ्यशाली के तौर पर खडी करने की कोशिश शुरू की है, फिर भी इन कोशिशों को पिछले कुछ वर्षों में लगातार झटके लग रहे थे| अमरिका के साथ व्यापारयुद्ध, अर्थव्यवस्था की गिरावट, ‘साउथ चाइना सी’ में मिल रही चुनौती, देश में बढती बेरोजगारी की वजह से जिनपिंग के विरोध में आवाज होना शुरू हुआ है| यह आवाज दबाने के लिए जिनपिंग अलग अलग राह का इस्तेमाल कर रहे है, यह बात पिछले महीने से हुई घटनाओं से दिख रही है|

दो हफ्तें पहले चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने ‘ग्रामीण’ हिस्से के विकास के लिए देश के करीबन १ करोड से अधिक युवकों को गांवों में भेजने की परियोजना तैयार करने की बात सामने आयी थी| इसके बाद पिछले ही हफ्तें में राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने देश के युवाओं को सही सियासी मार्गदर्शन की जरूरत है और उन्हें चीन की सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति निष्ठा रखने की जरूरत होने का निवेदन किया था| उसके बाद अब फिर एक बार देशभक्ति का मुद्दा आगे करके युवकों को मातृभूमि और पार्टी पर प्रेम करना ही नींव होने का संदेशा दिया है|

चीन के करोडों युवकों को लक्ष्य करनेवाली योजना?एवं वक्तव्य यानी देश में बना असंतोष और नाराजगी छिपाने की कोशिश होने का मत विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है|

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